टीम के सबसे स्टाइलिश और विस्फोटक बल्लेबाज सुरेश रैना का आज जन्मदिन है। 27 नवंबर 1986 को जन्मे रैना आज 32 साल के हो गए हैं। रैना ने कई मौकों पर अपनी आक्रामक बल्लेबाजी और बेहतरीन फील्डिंग से टीम को जीत दिलाई है। रैना ने वनडे और टी-20 में भारतीय टीम के लिए ताबड़तोड़ बल्लेबाजी की है और कई बार मैच जिताए हैं। रैना शानदार बल्लेबाज तो हैं ही साथ ही वह एक बेहतरीन फील्डर भी हैं।आज रैना के जन्मदिन के मौके पर हम आपको उनकी जिंदगी से जुड़ी ऐसी कुछ बातें।
1999 तक हॉस्टल में रहे
सुरेश रैना के पिता त्रिलोक चंद जम्मू-कश्मीर के रैनावाड़ी से और मां हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला से थीं। हालांकि रैना का परिवार बाद में उत्तरप्रदेश के गाजियाबाद में बस गया। क्योंकि रैना को बचपन से ही क्रिकेट का शौक था,ऐस में उन्होंने गाजियाबाद छोड़ दिया और लखनऊ चले गए। रैना वहां 1999 तक रहे और क्रिकेट के बारिकियों को सीखने लगे।
ट्रेन में पेपर बिछाकर सोते थे रैना
रैना मेरठ के रहने वाले हैं और अपनी पढ़ाई पूरी करने के लिए वो अपने घर से दूर हॉस्टल में जाकर रहते थे, लेकिन उन्हें यहां पर कई तरह के मुश्किलों का सामना करना पड़ा। रैना ने एक इंटरव्यू में कहा था कि, वो एक बार ट्रेन से मैच खेलने जा रहे थे और टिकट नहीं थे जिस वजह से ट्रेन में नीचे पेपर बिछा कर वो सो गए। इस दौरान उन्हीं के साथ जा रहे किसी साथी ने बदामाशी में उनपर पेशाब कर दिया, उस वक्त रैना महज 13 साल के थे।
200 रुपये में गुजारा करते थे रैना
रेना ने एक इंटरव्यू में कहा था कि,जब हम लोग गांवों में क्रिकेट खेलने जाते थे तो हर कोई मुझे अपनी टीम में शामिल करना चाहता था। मुझे 4-5 छक्के मारने के 200 रुपए मिलते थे। मैंने उन रुपयों से स्पाइक शूज खरीदे थे। रैना के दिन तब फिर जब उन्हें एयर इंडिया की तरफ से खेलने का मौका मिला, 1999 में रैना को एयर इंडिया की तरफ से दस हजार रुपए की स्कॉलरशिप मिली। जिसमें से रैना आठ हजार घर देते थे और खुद दो हजार में काम चलाते थे। घर पर कॉल करने के लिए एक कॉल के चार रुपए लगते थे, ऐसे में वो दो मिनट से ज्यादा बात नहीं करता था। इन सब घटनाओं की वजह से मुझे पैसों की कीमत समझ में आ गई।
भारतीय टीम की अंडर-19 टीम में 16 साल की उम्र में खेले
जब सुरेश रैना सिर्फ 16 साल के थे तब उन्हें इंग्लैंड दौरे के लिए भारतीय अंडर-19 टीम में शामिल कर लिया गया। अंडर-19 में इंग्लैंड के खिलाफ अपने पदार्पण मैच में रैना ने शानदार 72 रन बनाए। रैना के साथ अंबाती रैयडू, इरफन पठान भी भारतीय अंडर-19 टीम का हिस्सा थे। रैना सिर्फ 18 साल के थे जब उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपना पैर रखा था।
रैना के कुछ खास रिकॉर्ड
इस स्टार बल्लेबाज़ ने डेब्यू टेस्ट में शतक लगाया था, वह ऐसा करने वाले भारत के 12वें खिलाड़ी बने। रैना टी 20 और वनडे विश्व कप में शतक बनाने वाले एकमात्र भारतीय खिलाड़ी हैं। जबकि वह टी 20 क्रिकेट में शतक लगाने वाले भारत के पहले और दुनिया के तीसरे बल्लेबाज हैं। कोहली और धोनी जैसे धाकड़ बल्लेबाज भी अभी तक टी-20 में सेंचुरी नहीं लगा पाए हैं। रैना क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में शतक लगाने वाले पहले भारतीय बल्लेबाज़ भी हैं। सुरेश रैना को आईपीएल में सर्वाधिक 4540 रन बनाने का श्रेय हासिल है।
बतौर कप्तान भी रहे हैं सफल
रैना के नेतृत्व में आईपीएल की टीम गुजरात लायंस टीम ने पहले सीजन में ही शानदार प्रदर्शन से हर किसी को प्रभावित किया था। वर्ष 2005 में श्रीलंका के खिलाफ दांबुला में वनडे करियर का आगाज करने वाले रैना ने अब तक 223 मैचों में 35.46 के औसत से 5568 रन (स्ट्राइक रेट 93.76) बनाए हैं, जिसमें पांच शतक शामिल हैं। यही नहीं, गेंदबाजी और फील्डिंग में भी कुशलता का होने का परिचय देते हुए वह इस फॉर्मेट में 36 विकेट और 100 कैच ले चुके हैं।
समाज के लिए भी करते हैं काम
सुरेश रैना ने इस साल (2017) अपनी बेटी के नाम पर ग्रेसिया रैना फाउंडेशन का गठन किया है जो कि मां और बच्चों के मानसिक और शारीरिक मुद्दों को लेकर देश भर में जागरूकता फैलाता है। इस फाउंडेशन के जरिए प्रियंका चौधरी रैना गरीब महिलाओं को सशक्त बनने और बच्चों से संबंधित अहम फैसले खुद लेने के लिए भी प्रेरित करती हैं।…Next
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