भारतीय क्रिकेट टीम ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एडिलेड में खेले गए पहले मुकाबले में जीत हासिल कर सीरीज में 1–0 की बढ़त हासिल की। इस मैच के दौरान कई रिकॉर्ड बने। कोहली ने कप्तानी जबकि रिषभ पंत ने विकेटकीपिंग के नए कीर्तिमान बनाए। एडिलेड में खेले गए टेस्ट सीरीज के पहले मुकाबले में भारत ने मेजबान ऑस्ट्रेलिया पर 31 रनों से जीत दर्ज की। टीम इंडिया ने विदेशों में टेस्ट सीरीज का पहला मैच जीतने के बाद अबतक 14 में से 11 मौकों पर सीरीज में भी जीत दर्ज की है। भारत केवल एक बार पहला मैच जीतने के बाद सीरीज हारा है। अब देखना यह है कि विराट कोहली की टीम ऑस्ट्रेलिया में इस प्रदर्शन को दोहरा कर इतिहास रचने में सफल रहती है या नहीं। भारत केवल दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 2006-07 में शुरुआती बढ़त का फायदा उठाने में नाकाम रहा था।
कोहली के नाम विदेश में नया रिकॉर्ड
विराट कोहली एडिलेड में जीत दर्ज करते ही दक्षिण अफ्रीका, इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया में जीत हासिल करने वाले पहले एशियाई कप्तान बनें। इतनी ही नहीं भारत के बाहर एक ही कैलेंडर ईयर में तीन विदेशी सीरीज पर टेस्ट जीत हासिल करने वाले भी वह अकेले एशियाई कप्तान हैं।
सीरीज में पहली जीत
भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चार मैचों के सीरीज का आगाज जीत के साथ किया है। यह पहला मौका है जब भारत ने विदेशी दौरे पर जीत के साथ शुरूआत की है। विराट कोहली ने एक कैलेंडर ईयर में तीन जीत हासिल कर पूर्व कप्तान मंसूर अली खान पतौदी की बराबरी कर ली है। भारत ने विदेश में इससे पहले साल 1967-68 में न्यूजीलैंड के दौरे पर तीन टेस्ट मैच में जीत हासिल की थी।
क्या पहली बार ऑस्ट्रेलिया में जीतेगा भारत
कोहली इंग्लैंड, दक्षिण अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट मैच जीतने वाले पहले भारतीय कप्तान बन गये हैं। अब अगर उनकी टीम बढ़त बरकरार रखने में सफल रहती है तो भारत पहली बार ऑस्ट्रेलिया में सीरीज जीतकर नया इतिहास रचेगा। भारत को अगला मैच पर्थ में खेलना है जहां उसने 2008 में जीत दर्ज की थी।
ऐसा रहा है अबतक का रिकॉर्ड
राहुल द्रविड़ की अगुवाई वाली टीम ने तब जोहान्सबर्ग में पहला टेस्ट मैच 123 रन से जीता लेकिन इसके बाद वह डरबन में 174 रन और केपटाउन में पांच विकेट से हार गयी थी। इसके अलावा 1976 में न्यूजीलैंड दौरे पर भारत ने आकलैंड में पहला टेस्ट मैच आठ विकेट से जीता लेकिन कीवी टीम वेलिंगटन में तीसरा टेस्ट पारी और 33 रन से जीतकर सीरीज बराबर कराने में सफल रही थी। जिम्बाब्वे ने भी 2001 में दो मैचों की श्रृंखला 1-1 से बराबर करायी थी। तब भारत ने बुलावायो में पहला टेस्ट आठ विकेट से जीता था।
मंसूर अली खां पटौदी ने की थी जीत हासिल
भारत ने हमेशा पहले टेस्ट मैच की जीत से मिले आत्मविश्वास को आगे भी भुनाया और सीरीज अपने नाम की। ऐसा पहला अवसर 1968 में आया जब मंसूर अली खां पटौदी की टीम ने न्यूजीलैंड के खिलाफ ड्यूनेडिन में पहला टेस्ट पांच विकेट से जीता और फिर सीरीज 3-1 से अपने नाम की। भारत तब दूसरा मैच हार गया था लेकिन उसने वेलिंगटन और आकलैंड में अगले दो मैचों में जीत दर्ज की थी।
कपिल देव ने हासिल की थी जीत
कपिल देव की अगुवाई वाली भारतीय टीम ने 1986 में लॉर्ड्स में पहले टेस्ट मैच में पांच विकेट से जीत दर्ज की और फिर लीड्स में दूसरा मैच 279 रन से जीता। बर्मिंघम में तीसरा मैच ड्रा रहा और इस तरह से भारत ने यह श्रृंखला 2-0 से जीतकर नया इतिहास रचा।…Next
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