आईपीएल की चमकदमक के पीछे का सच अब किसी से छुपा नहीं है. सब जानते हैं कि क्रिकेट और ग्लैमर के मेल से बेशक इस खेल को नया रोमांच मिले पर इससे इस खेल को कोई सकारात्मक मदद नहीं मिलेगी. कभी एक टीम में खेलने वाले जिगरी दोस्तों को इस आईपीएल ने एक दूसरे से लड़वा दिया है. शायद ही कोई अभी तक हरभजन सिंह और श्रीसंत के थप्पड़ कांड को भूल सका होगा.
आईपीएल की ही देन है कि आज सहवाग और धोनी एक-दूसरे की आंखों को सुहा नहीं रहे. आईपीएल की वजह से ही कभी एक टीम में जय और वीरू के रूप में खेलने वाले सहवाग और गंभीर में भी इन दिनों मनमुटाव देखने को मिलता है. लेकिन टीम में लड़ाई तो सबको दिखाई दे रही है पर इस आईपीएल का एक बड़ा साइड इफेक्ट अभी भी लोगों को कम ही नजर आ रहा है. आइए एक नजर डालते हैं फटाफट क्रिकेट के लगातार होते साइड इफेक्ट पर.
अब भारतीय क्रिकेट के मठाधीश इसे महज इत्तेफाक कहें या फिर कुछ और लेकिन हकीकत सभी के सामने है. टीम इंडिया में इस समय तकरीबन चार खिलाड़ी ऐसे हैं जो फिलहाल आईपीएल में चेन्नई सुपरकिंग्स से जुड़े हुए हैं. महेंद्र सिंह धोनी टीम इंडिया के कप्तान होने के साथ-साथ चेन्नई सुपरकिंग्स के भी कप्तान हैं, इसके अलावा सुरेश रैना, रवींद्र जडेजा और रविचंद्रन अश्विन भी ऐसे खिलाड़ी हैं जो आईपीएल में चेन्नई टीम का हिस्सा हैं. आस्ट्रेलियाई दौरे पर अश्विन, रैना और जडेजा तीनों ही सुस्त दिखे और इनकी आलोचना भी खूब हुई लेकिन जब एशिया कप के लिए टीम का ऐलान हुआ तब ये चारो टीम में बरकरार रखे गए.
आखिर ऐसा हो भी क्यों ना, भारतीय क्रिकेट के मुख्य चयनकर्ता चीका यानी श्रीकांत भी तो चेन्नई सुपरकिंग्स का ही हिस्सा हैं. 2008 में इन्हें आईपीएल फ्रेंचाइजी का ब्रांड एम्बेसडर नियुक्त किया गया था और तब से वह इस टीम का बखूबी प्रमोशन करते हैं. यही नहीं, इसका फायदा उन्हें अपने बेटे को टीम में एंट्री कराने के तौर पर मिला और आज अनिरुद्ध श्रीकांत चेन्नई सुपरकिंग्स का हिस्सा हैं.
चलिए यह तो बात हो गई टीम और चयनकर्ता की लेकिन इन सबके आका यानि कि भारतीय क्रिकेट को चलाने वाले बोर्ड बीसीसीआई के अध्यक्ष ही जब चेन्नई सुपरकिंग्स के मालिक हों तो यह सब तो होना लाजमी है. हम बात कर रहे हैं एन. श्रीनिवासन की जो मौजूदा बीसीसीआई अध्यक्ष हैं और भारतीय क्रिकेट में उनके रुतबे से भला कौन वाकिफ नहीं है. आज टीम इंडिया का कप्तान चेन्नई सुपरकिंग्स का ही है जिससे पंगा लेना किसी को भी भारी पड़ता है, आईपीएल का सबसे महंगा खिलाड़ी (रवींद्र जडेजा) भी टीम इंडिया और चेन्नई सुपरकिंग्स का ही हिस्सा है, मुख्य चयनकर्ता भी चेन्नई की ही देन है और सबसे उपर बीसीसीआई अध्यक्ष चेन्नई सुपरकिंग्स का ट्रेडमार्क लेकर आगे चल रहे हैं. अबभारतीय क्रिकेट को चेन्नई सुपरकिंग्स का साइड बिजनेस नहीं कहें तो भला औरक्या कहें.
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