कहा जाता है कि क्रिकेट अमीरों का खेल है, लेकिन ऐसे कई भारतीय क्रिकेटर हुए जिन्होंने अपनी गरीबी को पीछे छोड़ते हुए अपने सपनों को साकार किया और यह साबित कर दिया कि अगर आपके अंदर प्रतिभा है, तो आप वह सब कुछ हासिल कर सकते हैं जिसके आप हकदार हैं. ऐसे ही भारतीय क्रिकेट सितारों पर नजरे डालते हैं, जिन्होंने अपने जज्बे और जुनून के दम पर विश्व क्रिकेट में अपना नाम किया.
1. रविन्द्र जडेजा
भारतीय क्रिकेट में ‘सर जडेजा’ के नाम से मशहूर रविन्द्र जडेजा भी अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में आने से पहले गरीबी की मार झेल चुके हैं. जडेजा के पिता वॉचमैन का काम करते थे, घर की खराब स्थिति के कारण जडेजा ने भी वॉचमैन का काम किया. उनके परिवार को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता था. लेकिन जडेजा ने अपनी मेहनत के दम पर भारतीय टीम में जगह बनाई और आज वो भारत के सबसे बेहतरीन ऑलराउंडर्स में एक हैं.
2. भुवनेश्वर कुमार
मौजूदा समय में भारत के सबसे बेहतरीन स्विंग गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार मेरठ के एक बेहद सामान परिवार से ताल्लुक रखते थे. भुवनेश्वर के पिता सब-इंस्पेक्टर थे, लेकिन घर की स्थिति बहुत अच्छी नहीं थी. लेकिन भुवनेश्वर ने हार नहीं मानी और अपनी लगन और परिवार के हौसले के साथ आगे बढ़े और आज वो अपनी स्विंग से बड़े-बड़े बल्लेबाजों को परेशान करने की क्षमता रखते हैं.
3 मोहम्मद शमी
मोहम्मद शमी का जन्म उत्तर प्रदेश के सहसपुर गांव में हुआ था, जहां उन्होंने अपना बचपन गुजारा. मोहम्मद शमी के पिता खेतों में काम करते थे, लेकिन शमी ने अपनी एक अलग पहचान बनाने की ठानी. उनके गांव में क्रिकेट की तैयारी के लिए सुविधाएं नहीं थी इसलिए परिवार ने उधार लेकर उन्हें कोचिंग के लिए कोलकाता भेजा. शमी ने मेहनत की और आज वह भारतीय गेंदबाजी में मुख्य किरदार निभाते हैं.
4. उमेश यादव
गरीब परिवार से आने वाले खिलाड़ियों की लिस्ट में एक और नाम उमेश यादव का है. उमेश के पिता कोयले की खान में काम करते थे और बड़ी ही मुश्किल से अपने परिवार को दो वक्त का भोजन दे पाते थे. लेकिन कहते हैं ना कि प्रतिभा नहीं छिपती और ये साबित कर उमेश ने अपनी कड़ी मेहनत के बल पर भारतीय टीम में शामिल हुए. आज उमेश भारत के सबसे तेज गेंदबाजों में से एक हैं.
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5. इरफान पठान और युसुफ पठान
मात्र 19 साल की उम्र में भारतीय टीम में जगह बनाने वाले इरफान पठान और उनके बड़े भाई युसुफ पठान क्रिकेट में आने से पहले गरीबी की मार झेल चुके हैं. पठान एक बेहद ही गरीब परिवार में पैदा हुए. उनके पिता सूरत के एक मस्जिद की देखरेख करते थे और उसकी साफ सफाई करते थे. इरफान और उनके बड़े भाई युसुफ मस्जिद के गलियारे में क्रिकेट खेला करते थे. दोनों ने अपने खेल पर कड़ी मेहनत की और भारत के लिए खेले.
6. मुनाफ पटेल
भारत के तेज गेंदबाज रह चुके मुनाफ पटेल का जन्म गुजरात के भरूच जिले में हुआ था. उनका परिवार काफी गरीब था और मुनाफ को कई बार तो भूखा सोना पड़ता था. उनके पिता कपास के खेतों में मजदूरी करते थे. मुनाफ ने खेतों में खेलते-खेलते अपनी गेंदबाजी को तराशा और सबसे तेज गेंदबाज बनें.
7. मनोज तिवारी
अपनी जगह नहीं बना पाए हों, लेकिन उनकी बल्लेबाजी का कायल हर कोई है. मनोज के पिता रेलवे स्टेशन पर एक छोटी सी दुकान चलाते थे, ऐसे में मनोज को भी कई बार वहां पर काम करना पड़ता था. लेकिन बड़े भाई ने मनोज की प्रतिभा को पहचाना और लोन लेकर उन्हें क्रिकेट कल्ब में दाखिला करवाया. मनोज रणजी में खेलते हैं साथ ही वो अंडर-19 विश्व कप के कप्तान भी रह चुके हैं…Next
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