आज अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस 2019 है और हर कोई महिलाओं को अपने अपने हिसाब से सलाम कर रहा है। हम भारतीय महिला क्रिकेट की पांच सुपरस्टार खिलाड़ियों से आपको रूबरू करा रहे हैं जिन्होंने अपने खेल से भारतीय क्रिकेट को नई बुलंदियों पर पहुंचाया है। वैसे तो विश्व क्रिकेट में हमेशा से पुरुषों का वर्चस्व रहा है। दौलत, शोहरत, स्टारडम जो कुछ भी है सब पुरुष क्रिकेटरों को मिलता है। भारत हो या अन्य देश कहीं भी महिला खिलाड़ियों को उतनी पॉपुलैरिटी हासिल नहीं होती। इसके बावजूद भारतीय महिला क्रिकेट टीम की कुछ खिलाड़ियों ने मेहनत के बलबूते अपना नाम कमाया है।
1. मिताली राज
भारतीय महिला क्रिकेट टीम की कप्तान मिताली राज न जाने कितनी लड़कियों की इंस्पीरेशन हैं। 35 साल की हो चुकीं मिताली ने 17 साल की उम्र में अपना पहला अंतर्रराष्ट्रीय मैच खेला था। 20 साल के लंबे करियर में मिताली ने ढेरों रिकॉर्ड अपने नाम किए हैं। उन्हें महिला क्रिकेट का सचिन तेंदुलकर भी कहा जाता है। जिस तरह सचिन वनडे में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले पुरुष क्रिकेटर हैं, ठीक उसी तरह मिताली के नाम एकदिवसीय मैचों में सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड दर्ज है। 2003 में उन्हें अर्जुन अवार्ड और 2015 में पद्म श्री सम्मान मिला है।
2. हरमनप्रीत कौर
पाकिस्तान के खिलाफ 2009 में वनडे डेब्यू करने वाली हरमनप्रीत कौर आज इंडियन क्रिकेट का जाना पहचाना नाम बन चुकी हैं। इस खिलाड़ी ने अब तक दो टेस्ट, 81 वनडे और 71 टी20 खेले हैं। आईसीसी महिला विश्व कप 2017 में उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 171 रन की पारी खेली जो कि उनकी सर्वोच्च निजी पारी है। 2017 में अर्जुन अवार्ड हासिल करने वाली हरमनप्रीत बिग बैश और इंग्लैंड की केआईए सुपरलीग खेलने वाली पहली भारतीय महिला क्रिकेटर हैं। हाल ही में वह पंजाब पुलिस में डीएसपी बनी हैं।
3. स्मृति मंधाना
भारतीय महिला क्रिकेटर स्मृति मंधाना का जन्म 18 जुलाई 1996 को हुआ था। मंधाना को साल 20198 में ICC द्वारा ODI प्लेयर ऑफ द ईयर भी चुना गया था। स्मृति मंधाना ने फरवरी 2019 में न्यूजीलैंड के खिलाफ महज 24 गेंदों में महिला टी20 इंटरनेशनल में भारत के लिए सबसे तेज अर्धशतक बनाया। मंधाना को फरवरी 2019 में इंग्लैंड के खिलाफ तीन मैचों की महिला टी20 के लिए टीम का कप्तान बनाया गया। वह भारत के लिए सबसे कम उम्र की टी20I कप्तान बनीं जब उन्होंने गुवाहाटी में पहले T20 में इंग्लैंड के खिलाफ महिला टीम का नेतृत्व किया।
4. झूलन गोस्वामी
झूलन गोस्वामी तब से क्रिकेट खेल रही है, जब धोनी का नाम तक कोई नहीं जानता था। एमएस धोनी ने साल 2004 में पहला अंतर्रराष्ट्रीय मैच खेला था, जबकि झूलन 2002 में ही भारतीय महिला क्रिकेट टीम में शामिल हो गईं थीं। झूलन की कड़ी मेहनत और जज्बे का ही नतीजा था कि 19 साल की उम्र में उन्हें भारतीय टीम में खेलने का मौका मिल गया था। झूलन ने चेन्नई में इंग्लैंड के विरुद्ध अपना पहला वनडे मैच खेला। तब से लेकर अभी तक, झूलन ने 164 वनडे खेल लिए हैं, जिसमें उन्होंने 195 विकेट अपने नाम किए। महिला क्रिकेट इतिहास में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाली गेंदबाज झूलन गोस्वामी हैं। यही नहीं मौजूदा वक्त में सबसे तेज गेंद फेंकने वाली भी झूलन ही हैं, वह 120 किमी/घं की स्पीड से गेंद फेंकती हैं।
5. अंजुम चोपड़ा
पूर्व कप्तान अंजुम चोपड़ा को भारतीय महिला क्रिकेट की पहली स्टार खिलाड़ी माना जाता है। अपने स्कूली दिनों मं ऐथलीट, स्विमिंग और बास्केटबॉल खेलने वाली इस खिलाड़ी ने 17 साल की उम्र में टीम इंडिया के लिए न्यूजीलैंड के खिलाफ वनडे डेब्यू किया था। 2007 में अर्जुन अवार्ड हासिल करने वाली इस खिलाड़ी को भारत के लिए सबसे पहले 100 वनडे खेलने का गौरव प्राप्त है। जबकि 2005 में टीम को अंजुम के नेतृत्व में आईसीसी विश्व कप के फाइनल में पहुंची थी। टीम इंडिया की इस कप्तान को 2014 में पद्म श्री सम्मान मिला था। अजुंम ने टीम के लिए 12 टेस्ट, 127 वनडे और 18 टी20 इंटरनेशनल मैच खेले हैं, वह इस वक्त कमेंटेटर हैं।…Next
Read More:
दूसरे T20 में सीरीज बचाने उतरेगा भारत, मुकाबले के लिए टीम इंडिया में हो सकते है बड़े बदलाव
World Cup 2019: इन भारतीय क्रिकेटर्स का हो सकता है यह आखिरी विश्व कप
साउथ अफ्रीका के 26 वर्षीय तेज गेंदबाज ने लिया संन्यास, इंग्लिश काउंटी की तरफ दिखाया प्यार
Read Comments