आईपीएल-11 के लिये ऑक्शन खत्म हो चुका है, नीलामी के आखिरी दिन कई स्टार खिलाड़ी अनसोल्ड रहे, तो कुछ खिलाड़ियों को आखिरी वक्त में फ्रेंचाइजियों ने अपने साथ जोड़ा, इनमें सबसे बड़ा नाम विस्फोटक बल्लेबाज क्रिस गेल का है, गेल के अलावा किंग्स इलेवन पंजाब ने एक और खिलाड़ी को दूसरे दिन अनसोल्ड रहने के बाद आखिर में खरीदा, ये खिलाड़ी कोई और नहीं बल्कि पंजाब टीम के मेंटर सहवाग के भांजे मयंक डागर हैं।
दिल्ली में हुए पैदा
मयंक डागर दिल्ली में पैदा हुए हैं और शिमला के बोर्डिग स्कूल से पढाई की है, वो अपनी फिटनेस को लेकर काफी सीरियस हैं, वो सोशल मीडिया पर अपनी वर्कआउट की तस्वीरें और वीडियोज पोस्ट करते रहते हैं।
किंग्स इलेवन ने अपने फैसले से चौंकाया
ऑक्शन के दौरान किंग्स इलेवन पंजाब ने कई बार अपने फैसलों से सबको चौंकाया, पहले दिन ना बिकने वाले गेल को दूसरे दिन आखिर में खरीद लिया, गेल की नीलामी के बाद पंजाब ने एक ऐसे खिलाड़ी को खरीदा जिनकी तुलना किसा और नहीं बल्कि भारतीय कप्ता कोहील से होती है। आखिरी समय में किंग्स इलेवन ने उन्हें 20 लाख के बेस प्राइस में खरीद लिया।
सहवाग के भांजे हैं मयंक
कहा जा रहा है कि मयंक के प्रदर्शन को ध्यान में रखते हुए सहवाग ने उन्हें किंग्स इलेवन में खरीदा है, इसके अलावा वो रिश्ते में भी भांजे लगते हैं, बताया जा रहा है कि वीरु और मयंक की मां कजिन हैं। अपने खेल की अलावा मंयक अपने लुक की वजह से भी बेहद चर्चा का विषय बने रहते हैं। लुक के मामले में मयंक डागर की तुलना कप्तान कोहली से की जाती है।
हिमाचल से खेलते हैं क्रिकेट
मयंक डागर हिमाचल प्रदेश की तरफ से घरेलू क्रिकेट खेलते हैं, भले ही उन्होने क्रिकेट की दुनिया में ज्यादा नाम ना कमाया हो, लुक्स, स्टाइल और फिटनेस के मामले में वो विराट कोहली को टक्कर देते हैं, वो सोशल मीडिया पर खूब एक्टिव रहते हैं, इस प्लेटफॉर्म पर उन्हें हजारों लोग फॉलो करते हैं।
ऑलराउंडर हैं डागर
विराट से उलट मयंक डागर एक गेंदबाज ऑलराउंडर हैं, वो बायें हाथ से स्पिन गेंदबाजी करते हैं, 21 साल के मयंक पहली बार 2016 में अंडर-19 क्रिकेट खेलते हुए चर्चा में आए थे। माना जाता है कि अगर उनका प्रर्दशन अगर अच्छा रहा तो वो बतौर ऑलराउंडर अच्छा कर सकते हैं स्पिन गेंदबाजी के साथ-साथ वो तेज बल्लेबाजी करने में भी सक्षम हैं।
विश्वकप फाइनल में कमाल
अंडर-19 विश्वकप 2016 के फाइनल मैच में मयंक ने शानदार प्रदर्शन किया था, हालांकि उनके प्रदर्शन के बावजूद भारतीय टीम फाइनल 5 विकेट से हार गई थी, लेकिन डागर ने अपने प्रदर्शन से सबकी वाह-वाही लूटी थी, इस मैच में उन्होने 10 ओवर में 25 रन देकर तीन विकेट हासिल किये थे, मयंक ने 146 रन का मामूली स्कोर डिफेंड कर रही टीम इंडिया की मैच में वापसी करा दी थी।
सिर्फ तीन मैचों में मौका
अंडर-19 विश्वकप 2016 में मयंक डागर को सिर्फ तीन मैचों में ही खेलने का मौका मिला, हालांकि जब उन्हें मौका दिया गया, उन्होने हर बार मौके को भुनाने की कोशिश की। उन्होने तीन मैचों में 8 विकेट झटके, साथ ही फाइनल में भी बेहतरीन प्रर्दशन किया था।…Next
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