IPL एक ऐसा स्टेज हैं जहां दुनिया के सबसे बड़े खिलाड़ी हिस्सा लेते हैं और 11वें सीजन में पहुंच चुका ये खेल अब भी लोगों के बीच बेहद मशहूर है। विश्व की सबसे महंगी क्रिकेट लीग इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) की ब्रांड वैल्यू अब अच्छी खासी हो गई है। आईपीएल की वैल्यू 18.9 प्रतिशत बढ़कर 6.3 अरब डॉलर का हो गई है। साफ है कि आने वाले दिनों में आईपीएल और बड़े तर्ज पर देखा और पंसद किया जाएगा।
आईपीएल की वैल्यू 6.3 अरब डॉलर तक पहुंची
ग्लोबल वैल्यूएशन और कॉरपोरेट फाइनेंस एडवाइजर्स डफ एंड फेल्प्स की ओर से बुधवार को जारी रिपोर्ट के अनुसार, आईपीएल की वैल्यू 18.9 प्रतिशत बढ़कर 6.3 अरब डॉलर का हो गया है। 11 साल पहले शुरू हुआ इंडियन प्रीमियर लीग का सफर विश्व स्तर पर अपनी साख बढ़ाने में सफल रहा है।
स्टार इंडिया ने 16347.5 करोड़ रुपए में खरीदे थे राइट्स
रिपोर्ट के मुताबिक, 2018 के सत्र में आईपीएल को स्टार इंडिया के रूप में नया प्रसारक मिला था, जिसने अगले पांच सालों के लिए इस लीग के प्रसारण अधिकार 16347.5 करोड़ रुपए में खरीदे थे। इस रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि यह पहला साल है, जब लीग के करीब सभी मैचों के सभी टिकट बिके थे। 2018 में चेन्नई सुपर किंग्स ने खिताब पर कब्जा जमाया था।
आईपीएल 11 का प्रसारण 17 चैनलों पर 8 भाषाओं में हुआ
मालूम हो कि आईपीएल 11 का प्रसारण 17 चैनलों पर 8 भाषाओं में हुआ। रिपोर्ट के अनुसार, स्टार इंडिया ने एडवरटाइजिंग रेवेन्यू से 2000 करोड़ रुपए की कमाई की। यह पिछले सीजन की तुलना में 54% ज्यादा है। 2017 में सोनी नेटवर्क ने एड रेवेन्यू से 1300 करोड़ रुपए कमाए थे।
ये हैं फ्रेंचाइजी की कीमत
1. मुंबई इंडियंस 775 करोड़ रुपए
2. कोलकाता नाइटराइडर्स 714 करोड़
3. चेन्नई सुपर किंग्स 672 करोड़ रुपए
4. रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर 673 करोड़ रुपए
5. दिल्ली डेयरडेविल्स 357 करोड़ रुपये
6. सनराइजर्स हैदराबाद 481 करोड़ रुपये
7. राजस्थान रॉयल्स 295 करोड़ रुपये
8. किंग्स इलेवन पंजाब 357 करोड़ रुपये
आईपीएल टीमों की ऐसे होती है कमाई
मीडिया राइट्स
आईपीएल में एक रेवेन्यू डिस्ट्रीब्यूशन मॉडल है, जहां बीसीसीआई ब्रॉडकास्टर और ऑनलाइन स्ट्रीमर से मोटी रकम वसूलता है। इसमें से अपनी फीस काटकर इस रकम को सभी आईपीएल टीम के बीच बांटा जाता है। इसका बंटवारा टीम रैंक के आधार पर होता है। खेल के अंत में जिस टीम की रैंक जितनी अधिक होती है, उसे मीडिया रेवेन्यू में उतना बड़ा हिस्सा मिलता है। आईपीएल टीम द्वारा कुल कमाई में 60-70 फीसदी हिस्सा मीडिया राइट्स का होता है।
ब्राड स्पॉन्सरशिप
ब्रांड स्पॉन्सरशिप के जरिये भी आईपीएल फ्रेंचाइजीस एक बड़ी रकम हासिल करती हैं। फ्रेंचाइजी ब्रांड के साथ टाइअप कर उनके ब्रांड व लोगो को टीम किट और जर्सी पर छापते हैं। स्टेडियम की बाउंड्री पर लगने वाले विज्ञापनों से भी कमाई होती है। खिलाड़ी की छाती और पीठ पर बड़े व बोल्ड अक्षरों में उस कंपनी का नाम या लोगो लगाया जाता है तो सबसे ज्यादा स्पॉन्सरशिप फीस चुकाता है। स्पॉन्सर्स टीम खिलाडि़यों के साथ कुछ कार्यक्रम भी आयोजित कर सकता है, जिसके जरिये वह अपने ब्रांड को प्रमोट करता है। कुल कमाई में स्पॉन्सरशिप का हिस्सा 20-30 फीसदी होता है।
टिकट बिक्री
स्टेडियम में टिकट बिक्री से भी कमाई होती है। टिकट का दाम टीम मालिक तय करते हैं। आईपीएल टीम के रेवेन्यू में टीकट की हिस्सेदारी तकरीबन 10 फीसदी है।
प्राइज मनी
आईपीएल में बहुत बड़ी नकद राशि ईनाम के तौर पर दी जाती है। 2017 में लगभग 45 करोड़ रुपए ईनाम के तौर पर दिए गए। टूर्नामेंट की चैंपियन टीम को ईनाम राशि का सबसे बड़ा हिस्सा मिलता है। प्राइज मनी को टीम मालिक और खिलाडि़यों के बीच बांटा जाता है। 2017 में विजेता टीम को 15 करोड़ और उपविजेता टीम को 10 करोड़ रुपए दिए गए। तीसरे और चौथे स्थान पर रहने वाली टीमों को 7.5-7.5 करोड़ रुपए दिए गए।…Next
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