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इंग्लैंड के बाद ऑस्ट्रेलिया में भी फ्लॉप हो रहे हैं केएल राहुल,इन खिलाड़ियों को देना चाहिए मौका!

भारतीय क्रिकेट टीम के ओपनर केएल राहुल का बुरा दौर खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच पर्थ में खेले जा रहे सीरीज के दूसरे मुकाबले में केएल राहुल बिना खाता खोले बोल्ड होकर पवेलियन लौटे। इस साल राहुल नौ बार बोल्ड हो चुके हैं। दक्षिण अफ्रीका और इंग्लैंड टेस्ट सीरीज में बुरी तरह से फ्लॉप रहने के बाद राहुल का खराब फॉर्म ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भी जारी है। किसी एक पारी में रन बनाने के बाद राहुल लगातार फ्लॉप रहते हैं। इस साल राहुल ने इंग्लैंड टेस्ट सीरीज की आखिरी पारी में शतक लगाने के अलावा सिर्फ एक अर्धशतकीय पारी खेली है।

Shilpi Singh
Shilpi Singh23 Dec, 2018

 

 

इंग्लैंड में लगातार तीन बार बोल्ड हुए राहुल

इंग्लैंड में खेली गई टेस्ट सीरीज के दौरान पांच बार राहुल बोल्ड जिसमें से साउथम्पटन और ओवल टेस्ट को मिलाकर लगातार तीन बार बोल्ड होकर वापस लौटे। ओवल की दूसरी पारी में ही राहुल ने 149 रन की पारी खेली थी।  अफगानिस्तान और वेस्टइंडीज के खिलाफ भी एक-एक पारी में राहुल बोल्ड होकर मैदान से वापस लौटे थे।

 

 

पर्थ टेस्ट की दोनों पारी में हुए बोल्ड

राहुल के बल्ले से एक दो पारी को छोड़ दे तो वह नाकाम ही रहा है। पर्थ में पहली पारी में राहुल महज दो रन बनाकर बोल्ड हुए तो दूसरी पारी में बिना खाता खोले ही बोल्ड हो कर वापस लौट आए।

 

 

ऐसा रहा है राहुल का प्रदर्शन

अगर मौजूदा टेस्ट मैच के आंकड़े छोड़ दें तो2018 में केएल राहुल ने 22.76 के औसत से 387 रन बनाए हैं। इस साल सिर्फ उन्होंने 2 अर्धशतक और एक शतक लगाया है। इन दो अर्धशतक में भी एक फिफ्टी अफगानिस्तान के खिलाफ लगाई है। पूरे 17 पारियों में उन्होंने ओवल में सिर्फ एक 149 रन की पारी खेली है।ऑस्ट्रेलिया में खेले गए तीन टी-20 मुकाबलों के दो मैच में वो महज 27 रन ही बना सके थे। इससे पहले विंडीज के खिलाफ तीन टी-20 मैच में वो कुल 59 रन ही बना सके थे।

 

 

राहुल की जगह इन खिलाड़ियों को देना चाहिए मौका

राहुल के हाल के प्रदर्शन ने काफी चिंता मिलिंद कुमार ने इस रणजी ट्रॉफी सीजन में सिर्फ 9 पारियों में 1000 रन पूरे कर लिए। मिलिंद से कम पारी में सिर्फ रुसी मोदी ने 1000 रन पूरे किए हैं, उन्होंने 7 पारियों में हजार रनों का आंकड़ा छुआ था। कर्नाटक के लिए मयंक अग्रवाल भी संभावति नामों में से एक हैं। प्रथम श्रेणी में कई आला दर्जे की पारी खेल चुके इस खिलाड़ी ने 45 टेस्ट मैच में 3521 रन बनाए हैं और नाबाद 304 रन उनका बेस्ट स्कोर रहा है। पदार्पण मैच में 267 रन की लाजवाब पारी खेलकर प्रथम श्रेणी मैचों में नया विश्व रेकॉर्ड बनाने वाले मध्य प्रदेश के विकेटकीपर-बल्लेबाज अजय रोहेरा को भी भारत की तरफ से खेलने के लिए मौका देने पर विचार किया जाना चाहिए।…Next

 

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