भारत में कुछ ही क्रिकेटर हैं जिन्हें कलाई से बॉल को बॉर्डर के बाहर भेजने में महारथ हासिल थी. उन्हीं खिलाड़ियों में से एक हैं पूर्व भारतीय कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन. कलाई के जादूगर के नाम से पहचाने जाने वाले अजहरुद्दीन अपने दौर के न केवल बेहतर बल्लेबाज रहे हैं बल्कि एक श्रेष्ठतम फील्डर भी रहे हैं. उन्होंने स्लिप, गली, प्वाइंट और दूसरी क्लोज़ पोजीशनों पर कई अविश्वसनीय कैच भी लपके हैं.
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अजहरुद्दीन का जन्म
मोहम्मद अजहरुद्दीन का जन्म 08 फरवरी, 1973 को हैदराबाद में हुआ. उन्हें लोग अज्जू भाई के नाम से भी जानते हैं. अजहरुद्दीन की शिक्षा हैदराबाद में हुई. उन्होंने उस्मानिया विश्वविद्यालय से स्नातक की डिग्री हासिल की.
मोहम्मद अजहरुद्दीन का व्यक्तिगत जीवन
50 वर्षीय अजहरुद्दीन ने हैदराबाद की नौरीन से शादी की, लेकिन शादी के 9 साल बाद उनका तलाक हो गया. फिर उन्होंने 1996 में मॉडल से अभिनेत्री बनी संगीता बिजलानी से शादी की लेकिन यह भी रिश्ता ज्यादा दिन तक नहीं टिक सका. 2010 में दोनों एक-दूसरे अलग हो गए. बीच में उनका नाम बैडमिंटन सुंदरी ज्वाला गुट्टा से करीबी को लेकर चर्चा में था लेकिन उन्होंने इसे बकवास बताया. फिलहाल अजहरुद्दीन दिल्ली में रहने वाली अमेरिकी बाला शेनन मैरी तलवार से इश्क फरमा रहे हैं. अजहरुद्दीन को पेरिस में शेनन मैरी के साथ देखा गया था. उनकी पहली पत्नी नौरीन से दो बच्चे हुए जिनका नाम उन्होंने असद और अयाज रखा. 16 दिसंबर, 2011 अयाज का बाइक दुर्घटना में निधन हो गया.
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क्रिकेट कॅरियर
अजहरुद्दीन ने अपने अंतर्राष्ट्रीय टेस्ट कॅरियर की शुरुआत 1984-85 में इंग्लैंड के विरुद्ध की थी. उन्होंने कुल 99 टेस्ट मैचों में 45.03 की औसत से कुल 6215 रन बनाए जिसमें 22 शतक एवं 21 अर्धशतक शामिल हैं. 199 रन उनका सर्वाधिक व्यक्तिगत स्कोर रहा है. अजहरुद्दीन ने अपने एकदिवसीय अंतर्राष्ट्रीय कॅरियर की शुरुआत 1985 में इंग्लैंड के विरुद्ध बेंगलुरु में की थी. उन्होंने 334 एकदिवसीय मैचों की 308 पारियों में 54 बार नाबाद रहते हुए 36.92 के औसत से कुल 9378 रन बनाए जिसमें 7 शतक एवं 58 अर्धशतक शामिल हैं.
कप्तान के रूप में अजहरुद्दीन
खिलाड़ी के साथ-साथ एक कप्तान के रूप में भी अजहरुद्दीन सफल रहे हैं. उन्होंने अपनी कप्तानी की बदौलत भारतीय टीम को 103 मैच जितवाए हैं जो अभी तक एक रिकॉर्ड है. उन्होंने अपनी कप्तानी में 14 टेस्ट मैच भी जीते हैं.
मैच फिक्सिंग का आरोप
अपने 100वें टेस्ट मैच से एक कदम दूर अजहरुद्दीन पर मैच फिक्सिंग का आरोप लगने के बाद बीसीसीआई ने सन् 2000 में अजहर पर आजीवन प्रतिबंध लगा दिया था. पिछले साल 8 नवंबर, 2012 में आंध्र प्रदेश उच्च न्यायालय ने अजहरुद्दीन पर भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) की ओर से लगाए गए आजीवन प्रतिबंध को हटा दिया.
खिलाड़ी से राजनेता
19 फरवरी, 2009 को अजहरुद्दीन भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस से जुड़े. 2009 के आम चुनाव में कांग्रेस की तरफ से उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद से उन्होंने जीत हासिल की. पूर्व कप्तान सौरभ गांगुली के बाद अजहरुद्दीन ने भी टीम इंडिया का कोच बनने की इच्छा जाहिर की है. अजहर ने कहा कि अगर बीसीसीआई उन्हें इसकी पेशकश करती है तो वह भारतीय क्रिकेट के साथ जुड़ना चाहेंगे.
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