कहते हैं ‘रिकॉर्ड तो बनते ही टूटने के लिए हैं’ क्रिकेट जगत में भी ये बात बिल्कुल सटीक बैठती हैं, रिकॉर्ड बनते और टूटते बिल्कुल देर नहीं लगती. लेकिन क्रिकेट जगत में कुछ रिकॉर्ड ऐसे हैं जिनका टूट पाना बेहद मुश्किल लगता है क्योंकि कुछ रिकॉर्ड तो किसी भी क्रिकेटर के लिए बुरे सपने से कम नहीं है.
आइए जानते हैं क्रिकेट जगत के कुछ ऐसे रिकॉर्ड जिनका टूटना बेहद मुश्किल है.
टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा बोल्ड हुए हैं राहुल द्रविड़
भारतीय क्रिकेट में राहुल को ‘द वॉल’ नाम से जाना जाता है, लेकिन राहुल द्रविड़ के नाम एक ऐसा रिकॉर्ड है, जिसे वह शायद ही अपने नाम पर देखना चाहते होंगे. राहुल द्रविड़ के नाम टेस्ट मैचों में सबसे ज्यादा बार बोल्ड होने का रिकॉर्ड है. द्रविड़ अपने कॅरियर के दौरान कुल 55 बार क्लीन बोल्ड हुए हैं. अपने कॅरियर की अंतिम 13 पारियों में द्रविड़ 9 बार बोल्ड हुए थे. राहुल द्रविड़ टेस्ट मैचों में सचिन तेंदुलकर के बाद सबसे ज्यादा रन बनाने वाले भारतीय बल्लेबाज हैं.
वनडे मैच में लगातार 5 विकेट लेने के मामले में शेन वॉर्न से भी आगे हैं सचिन
शेन वॉर्न के नाम इतने रिकॉर्डस दर्ज है, जो किसी भी देश के क्रिकेटर के लिए तोड़ पाना बेहद मुश्किल है, लेकिन एक रिकॉर्ड ऐसा है जहां सचिन ने शेन वॉर्न को भी पछाड़ दिया है. वनडे क्रिकेट में पांच विकेट लेने का कारनामा सचिन दो बार कर चुके हैं. इसमें एक उन्होंने ऑस्ट्रेलिया और एक पाकिस्तान के खिलाफ पूरा किया गया है. वहीं शेन वॉर्न के नाम वनडे में सिर्फ एक बार 5 विकेट लेने का कारनामा दर्ज है.
मुथैया मुरलीधरन क्रिकेट मैच में सबसे ज्यादा रहे हैं नॉट आउट
ये खिलाड़ी मैदान में तब उतरता था जब टीम जीत रही होती थी या लगभग हार चुकी होती थी. मुरली को ठीक से कभी बैटिंग का मौका ही नहीं मिल पाया क्योंकि वो बैटिंग क्रम में सबसे नीचे आते थे, इसलिए बैटिंग में मुरलीधरन के नाम सबसे ज्यादा बार नॉट आउट होने का रिकॉर्ड दर्ज है. खास बात ये है कि मुथैया मुरलीधरन के नाम टेस्ट क्रिकेट में सर्वाधिक विकेट लेने का रिकॉर्ड दर्ज है, लेकिन मुरलीधरन अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कुल 118 बार नॉटआउट रह चुके हैं.
टेस्ट मैच की एक पारी में सबसे ज्यादा छक्के जड़े हैं वसीम अकरम ने
टेस्ट मैच की एक पारी में सबसे ज्यादा छक्के जड़ने का रिकॉर्ड पाकिस्तान के पूर्व कप्तान व ऑलराउंडर क्रिकेटर वसीम अकरम के नाम है. अकरम ने जिम्बाब्वे के खिलाफ खेले गए एक टेस्ट मैच में 363 गेंदों में 257 रन ठोक दिए थे. इस पारी में अकरम ने 22 चौके और 12 छक्के जड़े थे. अकरम का यह रिकॉर्ड साल 2002 में बना था. भले ही आज टी-20 क्रिकेट में तेजी से कई रिकॉर्ड टूट रहे हो लेकिन इसके बावजूद अकरम का रिकॉर्ड आज तक तोड़ा नहीं जा सका है.
लगातार 7 बार जीरो पर आउट होने वाला क्रिकेटर
जाहिर है आगरकर का ये रिकॉर्ड कोई क्रिकेटर नहीं बनाना चाहेगा, लेकिन एक बार साल 2000 में आगरकर ने जिम्बाब्वे के खिलाफ खेले गए एक मैच में अंतिम ओवरों में जबरदस्त हिटिंग की थी और 21 गेंदों में अर्धशतक ठोंक दिया था. …Next
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