अपनी ही जमीन पर इंग्लैंड टीम को हराकर व्हाइट वाश का सपना देख रही भारतीय टीम मुंबई के मैदान पर चारों खाने चित्त हो गई. इंग्लिश टीम ने मुंबई टेस्ट मैच में भारतीय टीम को 10 विकेट से हरा दिया. टेस्ट मैच के चौथे दिन पूरी भारतीय टीम 142 रन पर सिमट गई जिससे इंग्लैंड को जीत के लिए 57 रन का आसान लक्ष्य मिला था, जिसे कप्तान एलिस्टर कुक के 18 और निक कोम्पटन के 30 रनों की बदौलत हासिल कर लिया गया.
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मुंबई टेस्ट के तीसरे दिन सात विकेट खोने के बाद शर्मनाक बल्लेबाजी करने वाली भारतीय टीम चौथे दिन की शुरुआत में भी बेबस दिखी और देखते-देखते आखिरी तीन विकेट भी ढेर हो गए. पहली पारी में 86 रनों की बढ़त हासिल करने के बाद इंग्लैंड ने भारत को दूसरी पारी में तीसरा दिन खत्म होने से पहले ही स्पिनरों के दम पर सात करारे झटके दे दिए थे. सहवाग, पुजारा, सचिन, कोहली, युवराज, कप्तान धोनी व अश्विन पवेलियन लौट चुके थे और चौथे दिन की शुरुआत में हरभजन सिंह [6] को स्वान ने आउट किया. वहीं जहीर [1] को पनेसर ने आउट किया और स्वान ने आखिरी विकेट के तौर पर गौतम गंभीर [65] को वापिस पवेलियन पहुंचाया. इस पारी में पनेसर को छ: व स्वान को 4 विकेट हासिल हुए. दूसरी पारी में भारत 142 रन के अंदर ऑल आउट हो गई और इंग्लिश टीम के फिरकी गेंदबाजों ने उन्हें जीत की दहलीज पर लाकर खड़ा कर दिया.
नहीं चले भारतीय टीम के कई धुरंधर
सितारों से भरी भारतीय टीम का कोई भी धुरंधर इस मैच में नहीं चला. पहली पारी में केवल पुजारा को छोंडकर हर बल्लेबाज बेबस और लाचार दिखाई दिया. ऐसा कहा जाता है कि भारतीय टीम स्पिनरों को अच्छा खेलाती है, उनपर अच्छे शॉट लगाती है लेकिन इस मैच में तो इंग्लैंड के स्पीनरों ने भारतीय टीम की पोल खोल दी. स्वान और पनेसर ने मिलकर भारतीय टीम के बड़े-बड़े धुरंधरों को टिकने ही नहीं दिया.
पीटरसन और कुक की शानदार पारी
एलिस्टर कुक ने 122 रन की लाजवाब पारी खेली वहीं केविन पीटरसन ने शानदार 186 रन बनाए. एलिस्टर कुक ने पिछले मैच में भी शानदार पारी खेलते हुए दूसरी पारी में 176 रन बनाए थे. जहां एक तरफ इंग्लैड़ के कप्तान अपनी कप्तानी पारी खेलते हुए नजर आ रहे हैं वही दूसरी तरफ भारतीय कप्तान महेंदर सिंह धोनी अपने चाहने वालो को काफी निराश कर रहे हैं.
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