भारतीय टीम जब भी मैच खेलने के लिए मैदन पर उतरती है उससे पहले कई बार वो फुटबॉल खेलती हुई नजर आती है और इसकी कई तस्वीरें भी आ चुकी हैं। ऐसे में भारतीय क्रिकेट प्रेमियों के जेहन में अक्सर ये सवाल रहता है कि आखिर ट्रेनिंग सेशन के वक्त भारतीय क्रिकेटर ज्यादातर मौकों पर फुटबॉल क्यों खेलते हैं? इसका जवाब है कि फुटबॉल खेलने से खिलाड़ी को ज्यादातर मैदान पर दौड़ना पड़ता है इसलिए वह जब क्रिकेट खेलने के लिए उतरते हैं तो अपने आपको फिट महसूस करते हैं। इससे खिलाड़ियों की फिटनेस तो बढ़िया होती ही है।
फुटबॉल 40 मिनटों के लिए खेलिए- कोहली
विराट कोहली ने एक इंटरव्यू में बताया था, “जब हम लंबे समय के लिए खेलते हैं, हम पूरी तरह से थककर चूर होने के लिए 40 से 45 मिनट और खेल सकते हैं। मैं एक ऐसा व्यक्ति हूं जो आगे और पीछे भागते हुए अपने आपको संभाल सकता हूं। अगर आपको मैदान में चारों ओर चक्कर लगाना पसं नहीं है तो फुटबॉल 40 मिनटों के लिए खेलिए।
पूर्व कप्तान और कप्तान की है फुटबॉल टीम
भारतीय टीम के कई खिलाड़ी फुटबॉल खेलना पंसद करते हैं फिर चाहे वो पूर्व कप्तान धोनी ही क्यों न हो और उनका प्यार इसी बात से जाहिर होता है की विराट और धोनी दोनों मैदान में फुटबॉल खेलते ही नहीं है बल्कि इन दोनों की ने इंडियन सुपर लीग में एक- एक टीम भी खरीद रखी है।
नॉर्मल वॉर्मअप में मदद करता है फुटबॉल
जब भी टीम निराश होती है और कहीं कठिन यात्रा के बाद आई है या नॉर्मल वॉर्म अप करने के लिए एनर्जी महसूस नहीं कर रही होती तो क्रिकेटर फुटबॉल खेलते हैं। उनका मानना है कि फुटबॉल खेलने से उन्हें एनर्जी मिलती है। कई क्रिकेटरों का मानना है कि फुटबॉल उन्हें गेंद के पीछे भागने और अपना कौशल दिखाने को लेकर अतिरिक्त प्रेरणा देती है।…Next
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