भारतीय क्रिकेट टीम ने 72 साल के लंबे इंतजार को खत्म करते हुए ऑस्ट्रेलियाई सरजमीं पर पहली बार टेस्ट सीरीज जीतकर सोमवार को अपने क्रिकेट इतिहास में स्वर्णिम अध्याय जोड़ा। सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर चौथा और अंतिम टेस्ट मैच खराब मौसम और बारिश के कारण ड्रॉ छूटा और इस तरह से भारत सीरीज 2-1 से अपने नाम करने में सफल रहा। इसके साथ ही उसने बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी भी अपने पास बरकरार रखी। भारत ने 2017 में अपने घरेलू मैदानों पर सीरीज 2-1 से जीतकर यह ट्रॉफी जीती थी।
भारतीय टीम ने शानदार खेल दिखाया – टिम पेन
चौथा मैच ड्रॉ होने के बाद पोस्ट मैच प्रजेंटेशन में ऑस्ट्रेलियाई कप्तान टिम पेन ने टीम की हार पर बात करते हुए कहा कि, ‘भारतीय टीम को बधाई और सलाम। हम सभी जानते हैं भारत में खेलना और विदेशी धरीत और परिस्थितियों में खेलना, कितना मुश्किल होता है। पेन ने आगे कहा कि उनके पास एडिलेड में जितने का मौका था, लेकिन भारतीय टीम ने उन्हें मैच हारने पर मजबूर कर दिया और जीत को अपनी तरफ मोड़ लिया। हालांकि हमारा प्रर्दशन पर्थ में अच्छा रहा था लेकिन बाकि दोनों मैचों में हम फेल रहे’।
भारतीय टीम जीत की हकदार थी – टिम
टिम ने इस दौरान भारतीय टीम की तारीफ करते हुए कहा कि, ‘भारतीय टीम हर तरीके से जीत की हकदार थी। हमें हमेशा अच्छी सोच रखनी चाहिए, हम दुखी हैं लेकिन टीम में प्रिताभ की कोई कमी नहीं है। इस वक्त हम दुनिया के सर्वश्रेष्ठ पेस अटैक के खिलाफ खेल रही थे और हमने इससे बहुत कुछ सीखा है।’
इस टीम का हिस्सा होना गर्व की बात – कोहली
भारतीय कप्तान विराट कोहली ने कहा- ‘सबसे पहले कहना चाहता हूं कि इस टीम का हिस्सा बनने पर सबसे ज्यादा गर्व है। हमारी टीम में बदलाव की प्रक्रिया इसी मैदान से शुरू हुई। मैंने कप्तानी संभाली और चार साल के बाद यहां जीत दर्ज की। इस टीम का नेतृत्व करने पर सिर्फ एक ही शब्द कहूंगा- गर्व। यह मेरे लिए सम्मान की बात है कि इस टीम का प्रतिनिधित्व कर रहा हूं। हमारी टीम के लड़कों ने कप्तान का काम आसान किया’।
इस जीत पर मुझे गर्व है – कोहली
कोहली ने साथ ही कहा कि यह उनके करियर की सबसे बड़ी उपलब्धि है और स्वीकार किया कि वह इस सीरीज जीत से काफी भावुक हैं। कोहली ने कहा, ‘अब तक यह मेरी सबसे बड़ी उपलब्धि है। यह सभी उपलब्धियों में सबसे ऊपर है। जब हमने 2011 विश्व कप जीता तब मैं टीम का सबसे युवा खिलाड़ी था। अपने टीम साथियों को भावुक देखा, लेकिन तब मुझे ऐसा महसूस नहीं हुआ। मैं ऑस्ट्रेलिया तीन बार आया, यहां की जीत का मतलब कुछ अलग है। सीरीज जीत से हमे अलग पहचान मिली है। हमने जो उपलब्धि हासिल की है, उस पर मुझे गर्व है’।…Next
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