भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली इन दिनों अपने करियर के सबसे अच्छे फॉर्म में चल रहे हैं। कोहली लगातर शतक बनाकर सबको हैरान कर रहे हैं, उनकी हर पारी टीम के लिए बेहद खास होती है। विराट अब हर क्रिकेटप्रेमियों के दिलों में धड़कते हैं और उनके हर शॉट को देखकर दर्शक झूम उठते हैं। लेकिन जब विराट शुरुआत में भारतीय टीम में आए थे तो ऐसा नहीं था और यही कारण रहा कि विराट ने कई मौकों पर अच्छी पारी खेलकर भारतीय टीम को जीत तो दिलाई, लेकिन उनके योगदान को अनदेखा कर दिया गया।
1. विश्व कप 2011 फाइनल
विश्व कप 2011 तो लगभग हर किसी को याद होगा, फाइन में श्रीलंका ने 274 रनों का लक्ष्य दिया था। वहीं टीम को दो झटके लगे जिसकी वजह से भारतीय टीम मुश्किल में आ गई थी। ऐस में विराट कोहली ने सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर के साथ मिलकर 83 रनों की साझेदारी निभाई और भारतीय टीम को संकट से निकाला। विराट कोहली ने 35 रन बनाए थे, कोहली की यह पारी भारत की जीत में मजबूत नींव का काम कर गई।
2. दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ ‘विराट शो’
साल 2011 में दक्षिण अफ्रीका दौरे पर गई टीम इंडिया को अपने पहले ही वनडे मैच में 135 रनों से हार का सामना करना पड़ा। विराट कोहली ही एकमात्र बल्लेबाज रहे जिन्होंने दक्षिण अफ्रीकी गेंदबाजों के आगे हथियार नहीं डाले और भारतीय टीम की ओर से सर्वाधिक 54 रन बनाए। चूंकि, यह मैच भारत हार गया इसकी वजह से विराट की इस बेहतरीन पारी को भुला दिया गया।
3. विराट कोहली बनाम वेस्टइंडीज
यह बात साल 2009 चैपियंस ट्रॉफी की है, भारत और वेस्टइंडीज के बीच मैच खेला जा रहा था। वेस्टइंडीज टीम पहले बल्लेबाजी करते हुए 36 ओवरों में 129 रनों पर ऑलआउट हो गई। बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम ने महज 12 रनों पर अपने 2 विकेट गंवा दिए थे । विपरीत परिस्थिति में बल्लेबाजी करने आए विराट कोहली ने तीसरे विकेट के लिए दिनेश कार्तिक (34) के साथ 92 रनों की साझेदारी की और भारतीय पारी को संकट से उबारा। इस मैच में विराट अंत तक 79 रन बनाकर नाबाद रहे और टीम इंडिया ने यह मैच 7 विकेट से जीत लिया। कोहली को इस मैच में मैन ऑफ द मैच भी मिला, लेकिन इसके बावजूद गेंदबाजों की प्रशंसा के आगे विराट को कोई सराहना नहीं मिली।
4. विराट का श्रीलंकाई गेंदबाजों को करारा जवाब
यह क्रिकेट का वह दौर था जब श्रीलंका के अजंथा मेंडिस अपने चरम पर थे और विराट अभी अपना चौथा वनडे ही खेल रहे थे। एक समय भारत ने 51 रनों पर दो विकेट गंवा दिए थे। लेकिन कोहली ने बिल्कुल भी निराश नहीं किया और शानदार 54 रनों की पारी खेली। मध्यक्रम में सुरेश रैना ने 76 और कप्तान धोनी ने 71 रन बनाए और भारतीय टीम ने 50 ओवरों में स्कोरबोर्ड पर 258 टांग दिए। अंततः भारतीय टीम यह मैच 46 रनों से जीत गई। लेकिन धोनीऔर रैना की पारियों के आगे विराट कोहली की इस पारी की कोई चर्चा नहीं हुई।
5. विराट कोहली का इंग्लैंड के खिलाफ कमाल
साल 2013 चैपिंयंस ट्रॉफी के फाइनल मैच में इंग्लैंड और भारत भिड़े। इस दौरान भारत ने भारतीय टीम 66/4 के स्कोर पर थी, विराट कोहली ने 43 रनों की बेहतरीन पारी खेली और भारत को 20 ओवरों में 129 के स्कोर तक पहुंचाया। भारत ने यह मैच 5 विकेट से जीत लिया, बाद में इस मैच में भारतीय गेंदबाजों को खूब सराहा गया, लेकिन कोहली कहीं पिछ रह गए।…Next
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