भारतीय टीम को इंग्लैंड में होने वाले आईसीसी विश्व कप का प्रबल दावेदार माना जा रहा है लेकिन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज हार से उसे झटका लगा है। भले ही कप्तान विराट कोहली इस हार से परेशान नहीं लेकिन सच है ऑस्ट्रेलिया ने टीम इंडिया को सावधान कर दिया है। दिल्ली वनडे में जैसे टीम हारी ऐसे मौकों से पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी उसे कई बार निकाल चुके हैं। इसलिए धोनी को दिग्गज भारतीय टीम में विश्व कप के लिए इतना अहम मानते हैं। धोनी का धैर्य और उनका अनुभव टीम इंडिया को विश्व चैंपियन बना सकता है। वहीं ऑस्ट्रेलिया के कप्तान माइकल क्लार्क ने आलोचकों को आगाह करते हुए कहा कि वे भारत की सीमित ओवरों की टीम में अनुभवी खिलाड़ी महेंद्र सिंह धोनी की अहमियत को कभी कम करके नहीं आंके।
भारत को खली धोनी की कमी
भारत ने पहले दो मैच जीतने के बाद सीरीज गंवाई, ऑस्ट्रेलिया ने लगातार तीन मैच जीतकर शानदार वापसी की। धोनी को अंतिम दो मैचों में विश्राम दिया गया था और उनकी जगह विकेटकीपिंग की जगह लेने वाले ऋषभ पंत जूझते हुए नजर आए। अपनी विकेटकीपिंग शैली के अलावा भारत के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी विकेट के पीछे से गेंदबाजों को निर्देश भी देते रहते हैं। चाइनामैन कुलदीप यादव एक ऐसे गेंदबाज हैं, जिन्हें आखिरी दो मैचों में धोनी की कमी खली।
‘धोनी की अहमियत को कभी कम करके नहीं आंके’
वर्ल्ड कप विजेता कप्तान क्लार्क ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा। ‘धोनी की अहमियत को कभी कम करके नहीं आंके, मध्यक्रम में अनुभव बेहद महत्वपूर्ण होता है’। भारत ने पहले दो मैच जीतने के बाद सीरीज गंवाई, ऑस्ट्रेलिया ने लगातार तीन मैच जीतकर शानदार वापसी की। धोनी को अंतिम दो मैचों में विश्राम दिया गया था और उनकी जगह विकेटकीपिंग की जगह लेने वाले ऋषभ पंत जूझते हुए नजर आए।
Never underestimate the importance of MSD- experience in the middle order is so important https://t.co/hcUcGZeIIh
— Michael Clarke (@MClarke23) March 13, 2019
इन शानदार पारियों पर एक नजर-
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ नाबाद 58 रन की पारी (2 मार्च 2019)
हालिया वनडे सीरीज में हैदराबाद में खेले गए मुकाबले में महेंद्र सिंह धोनी की पारी भला कौन भूल सकता है। भारत ने 99 रन पर चार विकेट गंवा दिए थे और 237 रन का लक्ष्य था। धोनी ने केदार जाधव के साथ पांचवें विकेट के लिए 141 रन की अटूट साझेदारी निभाई, भारत 6 विकेट से जीता। 72 गेंद खेलकर पूर्व कप्तान ने 59 रन की पारी खेली जिसमें 6 चौका और 1 छक्का शामिल था। जाधव ने 87 गेंद पर नाबाद 81 रन बनाए।
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ नाबाद 87 रन की पारी (18 जनवरी 2019)
114 गेंद पर धोनी की 87 रन की नाबाद पारी ने भारत को ऑस्ट्रेलिया दौरे पर वनडे सीरीज में जीत दिलाई थी। भारत 231 रन की पीछा करते हुए 59 रन पर दो विकेट खो चुका था, धोनी चौथे नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरे। उन्होंने पहले कोहली के साथ 54 रन और फिर केदार जाधव के साथ 121 रन की अटूट साझेदारी निभाई। पारी के दौरान जाधव को धोनी कई बार समझाते नजर आए। यह उनका अनुभव ही था जिसने भारत को न सिर्फ जीत दिलाई बल्कि दौरे पर बिना कोई सीरीज गंवाए लौटने वाली विदेशी टीम का रुतबा दिलाया।
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ नाबाद 55 रन की पारी (15 जनवरी 2019)
भारतीय टीम 299 रन का पीछा कर रही थी और 160 रन पर तीन विकेट खोने के बाद धोनी ने मैदान में कदम रखा। दूसरी छोर पर कप्तान विराट कोहली थे जिनके साथ उन्होंने 82 रन की साझेदारी निभाई। कोहली 104 रन बनाकर आउट हो गए लेकिन धोनी ने संयम बनाए रखा और दिनेश कार्तिक के साथ मैच खत्म कर 6 विकेट की जीत दिलाने के बाद ही मैदान से वापस लौटे। धोनी ने 54 गेंद पर 55 रन बनाए इसमें कोई चौका नहीं था पारी की आखिर में दो छक्के जरूर लगाए।…Next
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