धर्म लगभग हर क्रिकेटर मानता है, अक्सर मैदान पर खेलने वाले क्रिकेटर धर्म और पूजा में खुब मानते हैं। लेकिन कई बार ऐसा होता है जब लोग एक जैसे विचार नहीं रखते हैं या फिर किसी नीजि कारणों की वजह से लोग अपना धर्म परिवर्तन कर लेते हैं। ऐसे में चलिए जानते हैं उन क्रिकेटरों के बारे में जिन्होंने अपना धर्म परिवर्तन कर लिया।
1. युसुफ योहाना
योहाना ने जब पाकिस्तान टीम में अपनी जगह बनाई उस दौरान वो ऐसे खिलाड़ी थी जो क्रिस्चियन क्रिकेटर थे। योहाना ने पाक के लिए कई यादगार पारियां खेली साथी ही वो एक काबलि बल्लेबाज के तौर पर जाने जाते थे। योहाना ने साल 2005-2006 में क्रिस्चियन धर्म को छोड़कर इस्लाम अपनाने का फैसला किया और वह मोहम्मद युसुफ बन गए। योहना की पत्नी तानिया भी बाद में इस्लाम में परिवर्तित हो गईं और उनका नाम फातिमा पड़ गया। यह भी विवाद सुनने में आया था कि उनके साथी सईद अनवर ने उन्हें इस्लाम अपनाने के लिए प्रभावित किया था। साथ ही कहा जाता है कि युसुफ ने ऐसा अपनी बेटी की मौत के बाद किया।
2. वायने पार्नेल
दक्षिण अफ्रीका टीम के खिलाड़ी वायने पार्नेल ने 30, जुलाई 2011 को इस्लाम धर्म को अपना लिया। मात्र 22 साल की उम्र में धर्म परिवर्तिन करने वाले पार्नेल विश्व के कम उम्र में धर्म परिवर्तित करने वाले क्रिकेटरों की लिस्ट में शामिल हैं। पार्नेल ने धर्म परिवर्तन के बाद अपना नाम वायने वलीद पार्नेल रख लिया, माना जता है कि ये उनका अपना निजी फैसला था।
3. सूरज रणदीव
श्रीलंका टीम के दाहिने हाथ के ऑफ ब्रेक गेंदबाज सूरज रणदीव ने श्रीलंका टीम की ओर से 12 टेस्ट और 30 वनडे मैच खेले और कुल 86 अंतरराष्ट्रीय विकेट लेने में सफलता अर्जित की। सूरज रणदीव का जन्म एक मुस्लिम परिवार में हुआ था और उनका बचपन का नाम नाशुक मोहम्मद सूरज था। सूरज ने बाद में बौद्ध धर्म को स्वीकार कर लिया और साल 2010 में अपना नाम बदल लिया और तबसे वह सूरज रणदीव के नाम से जाने गए।
4. तिलकरत्ने दिलशान
श्रीलंकाई टीम के बेहतरीन क्रिकेटर दिलशान क्रिकेट मैदान पर अपने बेहतरीन शॉट्स के लिए जाने जाते हैं, जिनमें दिलस्कूप उनका पसंदीदा स्ट्रोक है। दिलशान का जन्म एक मुस्लिम परिवार में हुआ था। 16 साल की उम्र में दिलशान ने बौद्ध धर्म अपनाने का निर्णय लिया और तिलकरत्ने दिलशान बन गए। धर्म परिवर्तन के पहले उनका नाम तुवान मुहम्मद दिलशान था।
5. कृपाल सिंह
भारतीय टीम की ओर से 14 टेस्ट मैच खेलने वाले कृपाल सिंह को एक क्रिस्चियन लड़की से प्यार हो गया था जिससे उन्होंने बाद में शादी कर ली। शादी करने के बाद उन्होंने सिख धर्म को छोड़कर क्रिस्चियन धर्म अपना लिया। उन्होंने टीम इंडिया के लिए साल 1955 से साल 1964 तक क्रिकेट खेला। कथित रूप से बाद में कृपाल सिंह का क्रिस्चियन नाम अर्नोल्ड जॉर्ज हो गया। धर्म परिवर्तन को बावजूद वह दोनों धर्मों को मानते रहे।…Next
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