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अब जन्म नहीं लेती इन हरफनमौला खिलाडियों की नस्ल

आज जो भारतीय टीम के अंदर विदेशी जमीन पर मैच जीतने को लेकर ललक पैदा हुई है दरअसल इसकी बुनियाद आज से ठीक 30 साल पहले ही रख दी गई थी जब कपिल देव की कप्तानी में भारत ने इंग्लैंड के लॉर्ड्स मैदान पर पहला वैश्विक खिताबी जीत का स्वाद चखा था. 25 जून, 1983 को भारतीय टीम विश्व कप फाइनल में पहुंची थी तब किसी को भी इस बात का अंदाजा नहीं था कि भारत, उस समय की सबसे घातक टीम वेस्टइंडीज को रौंदकर विश्व कप अपने नाम करेगा. लेकिन पूरे टूर्नामेंट में कपिल की कप्तानी में भारतीय टीम ने जो कुछ किया वह आज तक क्रिकेट के चाहने वालों के दिलों दिमाग में छपी हुई है.


वैसे यह टूर्नामेंट भारत के लिए तो यादगार रहा लेकिन इसके जरिए दुनिया ने कुछ ऐसे हरफनमौला खिलाड़ी देखे जिन्होंने खेल के हर क्षेत्र में अपनी महानता साबित की.

कपिल देव: वैसे तो कपिल देव ने अपने कॅरियर की शुरुआत 1978 में कर दिया था लेकिन दुनिया के सामने हीरो बनने का मौका उन्हें 1983 के विश्वकप में मिला. विश्व कप में भारत की कमान कपिल देव के हाथ में थी. अपने करिश्माई खेल से उन्होंने पूरी सीरीज में भारतीय टीम का सफल नेतृत्व किया. कपिल देव की वह यादगार पारी कौन भूल सकता है जब लीग मैच में भारतीय टीम जिम्बावे के खिलाफ संकट में थी. उस समय यह लग रहा था भारत विश्वकप से बाहर हो जाएगा लेकिन कपिल देव ने मात्र 138 गेंदों पर 175 रनों का पहाड़ खड़ा कर न केवल यह मैच जीता बल्कि अपने खिलाड़ियों में आगे के मैच के लिए उम्मीद भी बरकरार रखी.


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कपिल देव ने 1983 के विश्वकप में 8 मैच खेले जिसमें उन्होंने 60 के औसत से 303 रन बनाए. इसमें उनकी जिम्बावे के खिलाफ 175 रन की यादगार पारी भी शामिल है. उन्होंने ऑलराउंड प्रदर्शन करते हुए अपने 8 मैच में बारह विकेट भी लिए. कपिल देव ने अपने कॅरियर में 131 टेस्ट मैचों में 5248 रन बनाए जिसमें 08 शतक और 27 अर्धशतक शामिल हैं. उन्होंने इतनी ही पारी में 434 विकेट भी लिए.


इमरान खान: ऑलराउंडर खिलाड़ी के तौर पर इमरान खान ने अपने कॅरियर की शुरुआत बहुत पहले ही कर दी थी लेकिन बतौर एक बेहतर खिलाड़ी के रूप में उनकी पहचान 1982 के बाद बनी. हरफनमौला खिलाड़ी के तौर पर इमरान खान ने अपने पूरे कॅरियर में 88 टेस्ट मैच खेले जिसमें उन्होंने 3807 रन बनाए तथा 362 विकेट भी लिए. उन्होंने 175 एक दिवसीय मैच भी खेला जिसमें 3709 रन भी बनाए. एक बल्लेबाज के रूप में इमरान खान भी तूफानी पारी के लिए जाने जाते थे. वह पाकिस्तान के सबसे सफल कप्तान भी रहे हैं.


सर रिचर्ड हेडली: न्यूजीलैंड के पूर्व कप्तान सर रिचर्ड हेडली भी अपने जमाने के विश्व के महानतम हरफनमौला क्रिकेट खिलाड़ियों में शुमार थे. हेडली अपने समय के तीन ऑलराउंडर (कपिल देव, इमरान खान, इयान बाथम) में सबसे ऊपर थे. वह दुनिया के पहले ऐसे गेंदबाज थे जिन्होंने टेस्ट में 400 विकेट लिए. हेडली अपने समय के बेहतरीन तेज गेंदबाज थे. वह स्विंग के बेताज बादशाह थे. उन्होंने न केवल गेंदबाजी में बल्कि बल्लेबाजी से भी सबको अचंभित किया. हेडली ने कुल 86 टेस्ट मैच खेले हैं जिसमें 3124 रन बनाए. इसमें दो शतक और 15 अर्द्धशतक शामिल हैं.


इयान बाथम: इंग्लैंड के दिग्गज ऑलराउंडर इयान बाथम के बारे में ऐसा माना जाता है कि जब वह मैदान पर होते थे तब अपने हरफनमौला व्यक्तित्व की वजह से चर्चा में रहते थे. इंग्लैंड के इस पूर्व कप्तान ने 102 टेस्ट मैच में 5200 रन बनाए और 383 विकेट भी झटके. इयान बाथम वैसे तो एक ऑलराउंडर थे लेकिन टेस्ट मैच में विकेट लेने के मामले में वह इंग्लैंड में सबसे ऊपर हैं. उन्होंने कुल 338 विकेट लिए वहीं एक बल्लेबाज के तौर पर उन्होंने कुल 102 टेस्ट मैच में 5200 रन बनाए जिसमें 14 शतक और 22 अर्द्धशतक शामिल हैं.


इयान बाथम, सर रिचर्ड हेडली, इमरान खान.


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