विवादों से नाता रखने वाले अंपायर असद रऊफ ने निजी प्रतिबद्धताओं के कारण क्रिकेट के सभी प्रारूपों में अंपायरिंग से संन्यास लेने का मन बना लिया. पाक के एक अखबार ने उनके हवाले से लिखा है कि अंतरराष्ट्रीय और घरेलू अंपायरो को बढ़ते क्रिकेट मैचों के कारण लगातार दौरा करना होता है और वह अपने परिवार और निजी व्यवसाय के कारण ज्यादा समय नहीं दे सकते. वह अब तक 48 टेस्ट, 98 वनडे और 23 टी-20 मैचों में अंपायरिंग कर चुके हैं.
असद रऊफ का विवाद
पिछले साल पाकिस्तानी अंपायर असद रऊफ पर ओशिवारा की मॉडल ने यौन शोषण का आरोप लगाया था. मॉडल का कहना है कि पाकिस्तान के इस पूर्व क्रिकेटर ने पहले उससे शादी का वादा किया और कई महीनों तक शारीरिक संबंध बनाए. मुंबई की रहने वाली लीना कपूर ने रऊफ के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी. लीना का कहना है कि रऊफ शादी का झांसा देकर यौन शोषण करता था. रऊफ ने इन सभी आरोपे से अपने आप दरकिनार किया.
आईपीएल विवाद
आईपीएल 2013 स्पॉट फिक्सिंग के मामले में पाकिस्तानी अंपायर असद रऊफ का नाम सामने आने के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी) ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करके रऊफ को 6 से 21 जून तक इंग्लैंड में होने वाली चैम्पियन्स ट्राफी के लिए अंपायरों के पैनल से हटा दिया था. 57 वर्षीय रऊफ को आईसीसी इलीट पैनल से भी हटा दिया गया था.
असद रऊफ का जीवन
पाकिस्तान के लाहौर में जन्में असद रऊफ अंपायरिंग से पहले पाकिस्तान क्रिकेट टीम का हिस्सा थे. वह अपनी टीम के लिए बैटिंग के साथ-साथ बॉलिंग भी करते थे. एक क्रिकेटर के तौर पर उन्होंने लगभग 10 साल पाकिस्तान की सेवा की है. उनका सबसे सफल साल 1986/87 का रहा जहां उन्होंने 35.36 की औसत से 672 रन बनाए जिसमें एक शतक और पांच अर्द्धशतक शामिल हैं.
सन 1998 से असद रऊफ का अंपायरिंग कॅरियर शुरू हुआ. पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने फरवरी 2000 में पाकिस्तान और श्रीलंका के बीच खेले गए एकदिवसीय मैच के लिए उन्हें अंपायर नियुक्त किया. रऊफ को पहली बार 2004 में अंपायरों के अंतराष्ट्रीय पैनल में शामिल किया गया. उन्होंने टेस्ट के लिए पहली बार अंपायरिंग जनवरी 2005 में चटगांव में बांग्लादेश और जिम्बाब्वे के बीच खेले गए मैच के दौरान की.
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