किसी खेल में कब खिलाड़ी की किस्मत अर्श से फर्श पर आ जाए किसी को कुछ पता नहीं होता. लंबे समय तक भारतीय ड्रेसिंग रूम का हिस्सा रहे हरभजन सिंह आजकल टीम में अपनी जगह बनाने के लिए मशक्कत कर रहे हैं. आपको बता दें विश्व कप 2011 के बाद से ही हरभरजन सिंह टीम का हिस्सा नहीं हैं. बीच-बीच में उन्हें खेलने का मौका मिला था उसके बावजूद भी वह टीम में अपनी उपस्थिति दर्ज नहीं करा पाए.
भारतीय क्रिकेट में टर्बनेटर के नाम से मशहूर हरभजन सिंह का जन्म 3 जुलाई, 1980 को पंजाब के जालंधर में एक मध्यम परिवार में हुआ. हरभजन सिंह ने अपने पिता की वजह से क्रिकेट को अपना कॅरियर चुना. उन्होंने शुरुआत बल्लेबाज के रूप में की लेकिन बाद में उन्होंने स्पिन गेंदबाजी को अपना कॅरियर चुना.
हरभजन का कॅरियर
हरभजन ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपने कॅरियर की शुरुआत 1998 से की. उन्हें सौरभ गांगुली की कप्तानी में बहुत ही मौके दिए गए. यह सौरभ गांगुली ही थे जब 2001 में अनिल कुंबले के घायल हो जाने के बाद बॉर्डर-गावस्कर सीरीज में आस्ट्रेलिया के खिलाफ खेलने का मौका मिला. इसी सीरीज के बाद हरभजन सिंह ने अपने आप को एक लीडिंग स्पिनर के रूप में स्थापित किया. इस सीरीज में हरभजन ने कंगारुओं को खूब परेशान किया और साथ ही टेस्ट क्रिकेट में हैट्रिक लेने वाले पहले भारतीय गेंदबाज भी बने. हरभजन को ‘मैन आफ द सीरीज’ चुना गया और साथ ही टीम में उनकी जगह भी पक्की हो गई.
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2003 में अंगुली में चोट के चलते हरभजन करीब एक साल क्रिकेट से दूर रहे. फिर 2004 के अंत में एक बार फिर हरभजन टीम में नियमित गेंदबाज के तौर पर जुड़े. 2007 विश्व कप के दौरान पहले ही राउंड से बाहर होने के बाद हरभजन को टीम से बाहर किया गया. इसी साल के अंत तक हरभजन ने टीम में वापसी की. इसके बाद से वह टीम में अंदर बाहर होते रहे. विश्व कप 2011 के बाद से ही वह टीम में नियमित रूप से हिस्सा नहीं हैं. उन्हें फरवरी 2013 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले दो टेस्ट मैचों में जरूर शामिल किया गया था लेकिन उम्मीद के अनुसार प्रदर्शन न करने के कारण टीम से बाहर कर दिया गया. हरभजन के खाते में टेस्ट मैचों में 400 से ज्यादा विकेट और वनडे में 250 से ज्यादा विकेट हैं.
हरभजन और विवाद
1. शुरुआत में गेंदबाजी एक्शन को लेकर हरभजन पर अंगुलियां उठीं.
2. 2008 का साल हरभजन के लिए अच्छा नहीं रहा.
3. आस्ट्रेलिया में एंड्रयू सायमंड्स को नस्लवादी टिप्पणी करने के बाद हरभजन पर बैन लगा.
4. 2008 में आईपीएल के दौरान मुंबई इंडियंस की ओर से खेलते हुए हरभजन ने किंग्स इलेवन पंजाब के तेज गेंदबाज एस श्रीसंथ को थप्पड़ जड़ दिया.
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