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२००७ के पिछले विश्वकप में काफी निराशाजनक प्रदर्शन करने के बाद, टी २० विश्व चैम्पियनशीप में शानदार प्रदर्शन करके इंग्लैंड ने एक उम्मीद जगाया । टीम के रुप में एक कठिन चुनौती देने के लिए पहचाने जाने वाला टीम है इंग्लैंड। टेस्ट क्रिकेट में अग्रणी देश तथा राष्ट्रीय खेल क्रिकेट – इंग्लैंड ने हमेशा उम्मीदों पर श्रेष्ठता साबित की है, विशेषकर अंतरराष्ट्रीय पटल पर। १९७५ में जब इंग्लैंड में पहला विश्वकप का आयोजन किया गया था, तब से इंग्लैंड ने हमेशा अपने देशवासियों के लिए ज्यादा की उम्मीद बनाए रखी। टीम के सूची पत्र में हमेशी कुछ प्रतिभाशाली क्रिकेटर होते हैं । इन सबके बावजूद क्रिकेट जगत का सबसे महत्वपूर्ण तथा सम्मानीय ट्राफी से इंग्लैंड दूर रहा है। भूतकाल में टीम विश्वकप के फाइनल में तीन बार पहुंचा लेकिन हर बार कप को अपने घर लाने में असफल रहे। गत वर्ष, टी २० चैम्पियनशीप जीतने के बाद,विश्वकप के लिए इस बार उम्मीद कुछ ज्यादा है तथा इसे जीतने की काफी उत्तेजना है। विश्वकप २०११ में इंग्लैंड अपना पहला मैच २२ फरवरी को नीदरलैंड के खिलाफ नागपुर, भारत में खेलने वाला है।
टी २० का जादू क्या इस विश्वकप में भी कायम रहेगा ? क्या वे अंततः विश्वकप को नहीं जीतने की मनहूसियत को तोड़ सकेंगे और क्या क्रिकेट के ‘बिग डैडी’ अपने लिए पहली जीत हासिल कर सकेंगे? वैदिक ज्योतिष की मदद से गणेशजी इंगलैंड के भविष्य के संबंध में बता रहे हैं।
गणेशजी के अनुसार, मंगल, शुक्र तथा राहू का गोचर इंग्लैंड टीम के लिए परेशानियां खड़ी कर सकता है। फलस्वरुप आयरलैंड जैसी कमजोर टीम के खिलाफ भी उनको कड़े प्रतिरोध का सामना करना पड़ सकता है। वेस्टइंडीज के खिलाफ उनका मैच काफी महत्वपूर्ण होगा तथा इस मैच का परिणाम इंग्लैंड के विश्वकप चुनौती पर काफी गहरा असर ड़ालेगा। कवार्टर फाइनल मैच भी उनके लिए चुनौतीपूर्ण होगा। यदि यहां वे ऑस्ट्रेलिया या पाकिस्तान के विरुद्ध उतरते हैं तो काफी रोमांचक तथा दांत दबाने जैसी स्थिति हो सकती है तथा काफी टशन के साथ तख्ता पलट सकता है। सेमी फाइनल तथा फाइनल मैच के दौरान इंग्लैंड के लिए काफी कठिन ग्रह स्थिति है। जिस दिन फाइनल मैच खेला जाना है वह भी इंग्लैंड के लिए अनुकूल नहीं है, अतः इनके लिए विश्वकप चैम्पियन बनने की संभावना दुर्लभ है।
साभार: गणेशा स्पीक्स डॉट कॉम
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