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२७ वर्ष पूर्व, १९८३ के यादगार दिन को कोई भी भारतीय नहीं भूल सकता, जब भारत ने एक शक्तिशाली तथा पराक्रमी वेस्टइंडीज की टीम को परास्त कर विश्वकप को अपने कब्जे में कर लिया था। हालांकि, क्रिकेट भारत में पहले से ही काफी लोकप्रिय रहा है, लेकिन इस जीत के बाद क्रिकेट लोगों का धर्म बन गया। कपिल के नेतृत्व वाली विजेता टीम या कपिल डेविल्स के नाम से पहचाने जाने वाली यह टीम रातों रात देश के नायक बन गए।
१९ फरवरी २०११, शुक्रवार, से शुरु होने वाला यह विश्वकप भारत, श्रीलंका तथा बांगलादेश द्वारा संयुक्त रुप से आयोजित किया जा रहा है। यहां स्थितियां निश्चित रुप से मेजबान के पक्ष में होंगी। घरेलू वातावरण के इस लाभ के अलावा, धोनी के धुरंधर की यह टीम ऐसी है जिसमें कई मैच जीताने वाले खिलाड़ी हैं। तेज और खतरनाक स्टोक खेलने वाले सलामी बल्लेबाज वीरेन्द्र सहवाग से लेकर, बाद के क्रम में यूसूफ पठाण, जैसे कई खिलाड़ी हैं, जो अकेले ही किसी मैच का रुख बदलने की तथा मैच जीताने की क्षमता रखते हैं। २००७ के विश्वकप में भारत प्रथम दौर के मैचों में ही बाहर हो गया था, लेकिन इस बार भारत इस प्रतियोगिता में ,आईसीसी क्रमांक में शीर्ष टेस्ट टीम तथा दूसरे क्रमांक के एकदिवसीय टीम के रुप में उतर रहा है। अब समय के पहलू में इसका जवाब है कि क्या धोनी के धुरंधर इस मुकाम को हासिल करते हैं।
गणेशजी, वैदिक ज्योतिष के आधार पर यह जानने की कोशिश कर रहे हैं कि इस विश्वकप में सितारे भारत को किस तरह से प्रभावित करेंगे तथा दूसरी बार विश्वकप जीतने में मदद करेंगे या नहीं।
गणेशजी यह बता रहे हैं कि गुरु का गोचर भारत के लिए काफी अनुकूल रहेगा जबकि धनु राशि में राहू का गोचर तथा कन्या राशि में शनि के नीच का होना भारत के लिए प्रतिकूल होगा। सूर्य तथा मंगल का गोचर सकारात्मक प्रभाव छोड़ेगा। इस विश्वकप में एक चीज निश्चित है कि यहां कोई भी ऐसा नहीं है जो अजेय होने का दावा कर सकता है। टूर्नामेंट सबके लिए पूरी तरह से खुला हुआ है। भारत एक मजबूत टीम है तथा उसमें ट्रॉफी को जीतने की क्षमता है, लेकिन गणेशजी की गणना के अनुसार यह काफी आसान नहीं होगा। गणेशजी को ऐसा लगता है कि प्रथम दौर के मैचों में भारत का प्रदर्शन अच्छा रहेगा। वे मजबूत टीम के खिलाफ काफी बेहतरीन प्रदर्शन करेंगे, लेकिन नीदरलैंड, आयरलैंड जैसे कमजोर टीम के खिलाफ असावधानी बरतना मंहगा पड़ सकता है। शांति तथा शालीनता दिखाना काफी मंहगा हो सकता है। गणेशजी को लगता है कि भारत कवार्टर फाइनल में पहुंचेगा, लेकिन यह बहुत आवश्यक है कि भारत वहां अपने ग्रुप के शीर्ष टीम के रुप में पहुंचे।
१९ मार्च से २५ मार्च का समय काफी मुश्किल लग रहा है। अगर भारत कवार्टर फाइनल में अपने ग्रुप से दूसरे क्रमांक के रुप में जाता है तो, उसके लिए सेमी फाइनल में पहुंचना काफी मुश्किल हो सकता है। प्रथम सेमी फाइनल जिस दिन खेला जाने वाला है, वह दिन भारत की टीम के लिए अनुकूल नहीं है। भारत यदि दूसरा सेमी फाइनल खेलता है, तो फाइनल में उसके जाने की संभावना काफी बढ़ जाती है। दिलचस्प बात यह है कि इस टूर्नामेंट का फाइनल जिस दिन खेला जाने वाला है, वह भारत की टीम के दृष्टिकोण से काफी अनुकूल है। इसलिए, यदि भारत फाइनल में पहुंच जाता है तो उनके विश्वकप जीतने की पूरी संभावना है। यह कहा जा सकता है कि भारत के चैंपियन बनने में कुछ बाधाएं हैं जिसे पार करना होगा।
गणेशजी के आशिर्वाद तथा शुभकामनाओं के साथ।
साभार: गणेशा स्पीक्स डॉट कॉम
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