- 1020 Posts
- 2122 Comments
बालाजी टेलीफिल्म (Balaji Telefilm)की क्रिएटिव हेड (Creative Head) एकता कपूर (Ekta Kapoor), वह नाम है जिसने भारतीय टेलीविजन (Television) को एक नया आयाम दिलाया और नवागंतुको (Newcomers) को अपनी पहचान साबित करने का मौका दिया. टेलीविजन (Television) की दुनियां में एकता कपूर (Ekta Kapoor) के योगदान को इसी बात से समझा जा सकता है कि जिसे कभी छोटा पर्दा कह अहमियत नहीं दी जाती थी, वही आज सिल्वर स्क्रीन (Silver Screen) के नाम से अधिक जाना जाता है. बड़े से बड़ा कलाकार आज यहां काम करने की इच्छा रखता है.
7 जून, 1975 को मुंबई (Mumbai) मे जन्मीं एकता कपूर, मशहूर फिल्म अभिनेता जितेन्द्र (Jitendra) की बेटी हैं. उनकी माता का नाम शोभा कपूर (Shobha Kapoor) और भाई तुषार कपूर (Tushar Kapoor) हैं. एकता ने पिता की राह ना अपनाते हुए, अपनी मां के साथ मिलकर इन्होंने बालाजी टेलीफिल्म्स (Balaji Telefilms) की नींव रखी. जिस जमाने मे केबल टी.वी उपलब्ध नहीं था, उस समय भी एकता कपूर (Ekta Kapoor) और उनके द्वारा निर्मित सीरियलों (Serials) ने अपनी धाक जमा रखी थी. वहीं दूसरी ओर फिल्म अपने पिता के ही नक्शे कदम पर चल रहे उनके भाई तुषार कपूर (Tushar Kapoor) ने गोलमाल (Golmaal), शूट-ऑउट एट लोखंडवाला (Shoot out at Lokhandwala) आदि कई बड़ी फिल्मों में अभिनय किया है.
बालाजी टेलीफिल्म्स (Balaji Telefilms) द्वारा निर्मित क्योंकि सास भी कभी बहू थी(kyoki saas bhi kabhi bahu thi)सीरियल, एकता कपूर (Ekta Kapoor) के लिए कॅरियर (Career) के लिहाज से मील का पत्थर (Milestone) साबित हुआ, जो लगभग 9 वर्षों तक टेलीविजन की दुनियां में छाया रहा, जो कि अपने में ही एक रिकॉर्ड है. कभी सौतन कभी सहेली(kabhi sautan kabhi saheli), बंदिनी (Bandini), कोई अपना सा (koi apnaa saa) , कहानी घर घर की (kahani ghar ghar ki) ,कसम से (kasam se), आदि कई ऐसे सीरियल हैं जिन्होंने इस रूपहले पर्दे को नई ऊंचाइय़ों तक पहुंचाया हैं.
एकता कपूर (Ekta Kapoor) ने अपने कॅरियर की शुरुआत दूरदर्शन (Doordarshan) से की, और आज टेलीविजन की दुनियां का कोई ऐसा क्षेत्र नहीं है, जहां बालाजी टेलीफिल्म्स ने अपने पॉव ना पसारे हों. सीरियल्स से लेकर फिल्मों तक एकता कपूर ने हर तरह के प्रयोगों को अपनाया है. यूं तो पहले भी अपने धारावाहिकों की बढ़ती लोकप्रियता (Popularity) ने उनके कॅरियर में चार चाँद लगा ही दिए थे, लेकिन जबसे उन्होंने फिल्म निर्माण में अपने हाथ आजमाने शुरु किए हैं तबसे उनका ग्राफ (Graph) लगातार ऊपर ही जा रहा है.
हालांकि उनकी फिल्में और विवादों का चोली-दामन का साथ रहा है लेकिन इससे उनकी लोकप्रियता पर कोई असर नहीं पड़ा. वंस अपॉन अ टाइम इन मुंबई (once upon a time in Mumbai), शूट ऑउट एट लोखंडवाला(shoot out at lokhandwala)और हाल ही में प्रदर्शित हुई फिल्म रागिनी एमएमएस (Ragini MMS),ऐसी ही कुछ विवादित फिल्मों के मुख्य उदाहरण हैं, लेकिन इन विवादों से फिल्म को काफी हद तक फायदा ही पहुंचा है.
इसके अलावा एकता कपूर (Ekta Kapoor) के विषय मे एक खास बात यह है कि आधुनिक माहौल में पली-बढ़ी और आधुनिक दृष्टिकोण रखने वाली यह कपूर कन्या, ज्योतिष और वास्तुशास्त्र पर बहुत ज्यादा भरोसा करती है. इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि चाहे वे फिल्मों का निर्माण करें या धारावाहिकों का, लगभग हर शीर्षक की शुरुआत ‘क’ अक्षर से होती हैं.
Read Comments