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आज बॉलिवुड अभिनेत्री मनीषा कोइराला का जन्मदिन है. मनीषा कोइराला हिन्दी फिल्मों की एक सफल हिरोइन रही हैं लेकिन अपने कॅरियर को सही दिशा ना दे पाने के कारण वह भी कहीं गुम सी गईं. उन्होंने अभिनय और फिल्म निर्माण दोनों काम किया है.
16 अगस्त, 1970 को नेपाल के काठमांडू में जन्मी मनीषा कोइराला नेपाली राजघराने से ताल्लुक रखती हैं. उनके दादा बिश्वेश्वर प्रसाद कोइराला (Bishweshwar Prasad Koirala ) 1950 के दशक में नेपाल के प्रधानमंत्री थे. वाराणसी के वसंत कन्या महाविद्यालय (Vasant Kanya Mahavidhyalaya) से दसवीं कक्षा पास करने के बाद मनीषा कोइराला ने आर्मी पब्लिक स्कूल, धौला कुंआ, नई दिल्ली (Army Public School, Dhaula Kuan) से 12वीं पास की. बचपन में वह डॉक्टर बनना चाहती थीं पर मॉडलिंग की राह ने उनके लिए बॉलिवुड के रास्ते खोल दिए.
उनकी पहली फिल्म नेपाली में फेरी भेतौला (Pheri Bhetaula) थी. हिन्दी फिल्मों में उन्होंने अपने कॅरियर की शुरुआत सुभाष घई की “सौदागर” से 1991 में की. यह फिल्म एक सुपरहिट फिल्म साबित हुई और इससे मनीषा के कॅरियर को जबरदस्त ओपनिंग मिली. दरअसल, इलू इलू गर्ल की उपाधि उन्हें इसी फिल्म से मिली. मनीषा ने फिल्म “सौदागर” में अपने अभिनय से दर्शकों को चौंका दिया. तमाम फिल्मों के बाद “खामोशी” और “बॉम्बे” ने उन्हें गंभीर अदाकारा की श्रेणी में ला खड़ा किया. दिल से, लज्जा और मोक्ष में भी उनके दमदार अभिनय को सराहना मिली. 1992 में बनी फिल्म “1942: ए लव स्टोरी” और साल 1995 में बनी “अकेले हम अकेले तुम” भी उनकी बेहतरीन अदायगी के लिए सराही जाती हैं. 1997 में “गुप्त” में बॉबी देओल के साथ उनकी जोड़ी को दर्शकों ने बहुत पसंद किया था और यह फिल्म हिट साबित हुई थी.
लेकिन बाद में मनीषा ने फिल्मों के चुनाव में लापरवाही बरती, जिसका परिणाम यह हुआ कि वह छोटे-छोटे किरदार में ही नजर आने लगीं. फिल्म “लज्जा’ और “कंपनी” में उन्होंने छोटे पर दमदार किरदार निभाए.
साल 2002 में आई फिल्म “एक छोटी सी लव स्टोरी” उनके कॅरियर के सबसे विवादास्पद फिल्म रही. इस फिल्म में उन्होंने निर्देशक शशिलाल नैयर (Shashilal Nair) पर उनकी बिना अनुमति लिए उनकी हमशक्ल से हॉट सीन कराने का आरोप लगाया. इस फिल्म में बॉडी-डब्लिंग तकनीक से मनीषा कोइराला की जगह किसी अन्य अभिनेत्री का प्रयोग कर कई हॉट दृश्य फिल्माए गए थे. इस फिल्म को लेकर मनीषा कोर्ट में भी गईं और कोर्ट ने फिल्म पर रोक लगा दी.
मनीषा कोइराला की उपलब्धियां
1996 में फिल्म “बॉम्बे” के लिए फिल्मफेयर क्रिटिक्स अवार्ड फॉर बेस्ट परफॉर्मेंस (Filmfare Critics Award for Best Performance).
1997 में फिल्म “खामोशी” के लिए फिल्मफेयर क्रिटिक्स अवार्ड फॉर बेस्ट परफोर्मेंस(Filmfare Critics Award for Best Performance).
साल 2003 में फिल्म कंपनी के लिए फिल्मफेयर बेस्ट एक्ट्रेस, क्रिटिक्स चॉयस (Filmfare Best Actress – Critic’s Choice)
साल 2004 में फिल्म निर्माण में डिप्लोमा करने के बाद उन्होंने कुछ फिल्मों का निर्माण भी किया पर वह अधिक सफल नहीं रह पाईं. मनीषा की व्यक्तिगत जिंदगी में भी स्थिरता का अभाव है. आजकल वे अपने भाई सिद्धार्थ के फिल्मी कॅरियर को दिशा दे रही हैं. उन्होंने ‘पैसा वसूल’ के साथ फिल्म निर्माण में कदम रखा और अब वे फिल्म निर्देशन में हाथ आजमाना चाह रही हैं.
जून 2010 में मनीषा कोइराला ने सम्राट दहल (Samrat Dahal) से शादी की. दोनों की शादी काठमांडू में शाही अंदाज में हुई. सम्राट दहल और मनीषा कोइराला की मुलाकात सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक के जरिए हुई थी. वैसे कुछ समय पहले दोनों के रिश्तों में अनबन की भी खबर आई पर मनीषा ने इस बात से इंकार कर दिया कि उनके दांपत्य जीवन में कोई दरार है.
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