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‘तेरा मिलना पल दो पल का मेरी धड़कनें चुराए, डर है मुझे प्यार तेरा मेरी जान ना ले जाए’ इस गाने की लाइन को सुनते ही ना जाने कितनी लड़कियों को सोनू निगम की याद आती होगी और वह बस यही कहती होंगी कि ‘तेरा मिलना मेरी जान ना ले जाए’. लड़कियों की बात तो छोड़िए जनाब लड़के भी कुछ कम दीवाने नहीं हैं सोनू निगम के. हो भी क्यों ना आखिरकार सोनू निगम ही तो हैं जिनके गाने गाकर लड़के एक साथ कई लड़किया पटा लेते हैं. ‘तू कब यह मानेगी तू कब यह जानेगी मैं तेरा दीवाना’ आज भी लड़के यही गाना गाते हैं किसी लड़की पर दिल आ जाने पर.
सोनू निगम और उनके संघर्ष की कहानी
दिल्ली की बर्थडे पार्टियों और शादियों में गाना गाने से लेकर हिन्दी सिनेमा में सफल पार्श्व संगीत देने तक का सफर कितना कठिन और जटिल होता है यह शायद सोनू निगम से बेहतर कोई नहीं समझता. जीरो से हीरो तक का सफर तय कर आज कामयाबी की मंजिलों पर पहुंचे सोनू निगम में आत्मविश्वास, मेहनत करने की लगन और धैर्य सब है. सोनू निगम का जन्म 30 जुलाई, 1973 को हरियाणा के फरीदाबाद में हुआ था. सोनू निगम के पिता अगम कुमार दिल्ली के एक मशहूर स्टेज गायक थे. अपने पिता के साथ 3 साल की उम्र से ही सोनू ने स्टेज शो करने शुरू कर दिए थे. अपने पिता के मार्गदर्शन में ही सोनू ने अपना कॅरियर आगे बढ़ाया.
दिल्ली के बाद सोनू मुंबई आए और अपना कॅरियर बनाने की कोशिश की. यहां भी उन्हें कड़े इम्तिहानों से गुजरना पड़ा. शुरुआत में सोनू निगम ने कई शो में हिस्सा लेकर अपनी गायकी का लोहा मनवाया. एक समय ऐसा भी आया जब सोनू निगम को बतौर प्रतियोगी किसी भी संगीत शो में हिस्सा नहीं लेने दिया जा रहा था क्योंकि हर बार वही जीतते थे. उसके बाद सोनू निगम को बतौर जज या गेस्ट बुलाया जाने लगा.
सोनू निगम और गानों की महफिल
सोनू निगम ने पहली बार 18 साल की उम्र में फिल्म “आजा मेरी जान” के लिए गाना गाया. दुर्भाग्यवश यह फिल्म कभी रिलीज ही नहीं हुई और इसके बाद सोनू को एक बेहतरीन मौका मिला टी-सीरीज के लिए गाना रिकॉर्ड करने का. इस तरह सोनू निगन ने “रफ़ी की यादें” से अपने कॅरियर की शुरुआत की. उसके बाद फिल्म सनम बेवफा के गीत “अच्छा सिला दिया तूने” से उन्हें अपार सफलता मिली. फिल्म सनम बेवफा के बाद सोनू को कई आकर्षक ऑफर मिले और देखते ही देखते वह हिन्दी सिनेमा में एक जाने-माने गायक बन गए.
सोनू निगम के कॅरियर में टीवी शो “सा रे गा मा” ने भी बहुत अहम रोल अदा किया. सोनू इस शो के होस्ट थे. सोनू ने अपने कॅरियर में कई बेहतरीन गाने दिए. सोनू ने अपनी गायकी के लिए कई अवार्ड भी जीते हैं. सोनू निगम को दो बार फिल्मफेयर अवार्ड फिल्म “साथिया”, “कल हो ना हो” के लिए मिला है, इसके अलावा “कल हो ना हो” के लिए ही उन्हें नेशनल फिल्म अवार्ड फॉर बेस्ट प्लेबैक सिंगर भी मिल चुका है. सोनू निगम हिन्दी गायकी के साथ साथ कन्नड़ में भी सक्रिय रूप से गाते हैं और वहां भी उन्होंने कामयाबी के झंडे गाड़े हैं. सोनू निगम को दो बार फिल्मफेयर अवार्ड “साउथ का अवार्ड” भी मिल चुका है. इन सब के अलावा सोनू ने अन्य कई पुरस्कार भी जीते हैं.
सोनू निगम की अजब-गजब सी बातें
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