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एक कलाकार को तभी पूर्ण माना जाता है जब वह हर तरह के अभियन में अपनी महारात हासिल करे. आज बॉलीवुड में इसी तरह की होड़ लगी हुई है. एक अभिनेता अच्छे रोल के साथ-साथ कुछ नकारात्मक या फिर उसके जैसा रोल निभाना चाहता है जिससे उसके अभिनय को नई पहचान और विस्तार मिल सके. वैसे अगर देखा जाए तो नकारात्मक रोल निभाने वाले खलनायक को बॉलीवुड में आज तक नायक की तरह दर्जा नहीं मिल पाया है फिर भी भारतीय सिनेमा के इतिहास में कुछ खलनायक ऐसे हुए हैं जिन्होंने अपनी पहचान नायक के समकक्ष बना रखी है. उसी में से एक थे बॉलीवुड के ‘मोगैंबो’ अमरीश पुरी.
अमरीश पुरी का जीवन
अमरीश पुरी ने 1960 के दशक में रंगमंच को आगे बढ़ाने में अहम भूमिका निभाई. उन्होंने सत्यदेव दुबे और गिरीश कर्नाड के लिखे नाटकों में प्रस्तुतियां दीं. रंगमंच पर बेहतर प्रस्तुति के लिए उन्हें 1979 में संगीत नाटक अकादमी की तरफ से पुरस्कार दिया गया, जो उनके अभिनय कॅरियर का पहला बड़ा पुरस्कार था.
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अमरीश पुरी का फिल्मी कॅरियर
अमरीश पुरी ने अपने फिल्मी कॅरियर की शुरुआत 1971 की ‘प्रेम पुजारी’ से की. पुरी का सफर 1980 के दशक में यादगार साबित हुआ. इस पूरे दशक में उन्होंने बतौर खलनायक कई बड़ी फिल्मों में अपनी छाप छोड़ी. 1987 में शेखर कपूर की फिल्म ‘मिस्टर इंडिया’ में मोगैंबो की भूमिका के जरिए वे सभी के जेहन में छा गए.
ऊंची-पूरी कद-काठी और बुलंद आवाज वाले अमरीश पुरी ने लगभग 34 साल तक सिनेमा प्रेमियों के दिल में डर और घृणा पैदा किया. इस दौरान उन्होंने फिल्मों में नकारात्मक भूमिका के अलावा सकारात्मक अभिनेता की छवि गढ़ी. 1990 के दशक में उन्होंने ‘दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे’, घायल’ और ‘विरासत’ में अपनी सकारात्मक भूमिका के जरिए सभी का दिल जीता. अमरीश पुरी ने हिन्दी के अलावा कुछ प्रख्यात अंग्रेजी फिल्मों में भी काम किया. उन्होंने रिचर्ड एटनबरो की फिल्म ‘गांधी’ और स्टीवन स्पीलबर्ग की फिल्म ‘इंडियाना जोंस एंड द टेंपल ऑफ डूम’ में अभियन करके अंग्रेजी दर्शकों का भी दिल जीता. अमरीश पुरी ने हिंदी के अलावा कन्नड़, पंजाबी, मलयालम, तेलुगू और तमिल फिल्मों तथा हॉलीवुड फिल्म में भी काम किया. उन्होंने अपने पूरे कॅरियर में 400 से ज्यादा फिल्मों में अभिनय किया.
अमरीश पुरी का निधन
पर्दे पर अकसर निगेटिव रोल करने वाले अमरीश पुरी व्यक्तिगत जीवन में धार्मिक और दयालु व्यक्ति थे. 12 जनवरी, 2005 को 72 वर्षीय की उम्र में अमरीश पुरी का निधन हो गया. कहा जाता है कि इस अभिनेता की मृत्यु ब्रेन हैमरेज या दिमाग की नस फट जाने के कारण हुई. आज अमरीश पुरी इस दुनिया में नहीं हैं लेकिन फिल्मों में उनके द्वारा निभाए गए दमदार किरदार आज भी हमारे दिलों में बसे हुए हैं.
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