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हिंदी ब्लोगिंग काले बदल में चमकती किरण (contest jagran junction forum)

CHINTAN JAROORI HAI
CHINTAN JAROORI HAI
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हिंदी ब्लोगिंग हिंदी भाषी जनता के लिए भोर के तारे के समान जो बदलते वक़्त के साथ एक नयी किरण लाएगी ,एक नयी सुबह लाएगी . हिंदुस्तान में हिंदी ब्लोगिंग हिंदी को इस कदर प्रसारित कर देगी की चरों दिशाओं में हिंदी का ही बोलबाला होगा इससे जनता में एक नया विश्वास जगा है बुद्धिजीवी व्यक्ति किसी भाषा का मोहताज नहीं होता परन्तु अब तक प्रतिभावान हिंदीभाषियों में एक झिझक व्याप्त थी अन्य भाषाओँ को एक बोझ की तरह लाड कर चल रहे the ये होनहार युवा
हिंदी ब्लोगिंग के आते ही नयी नयी प्रतिभाएं सामने आने लगी जिस हिंदी को बोलने में आम आदमी शर्माता था आज वह सीना तान कर हिंदी पर गौरवान्वित होने लगा है इसके द्वारा एक आम आदमी जिसके मन में विचारों का अम्बर विद्यमान था आज दुनिया के सामने अपनी पहचान बना पाने सक्षम हो सका है कविता ,कहानी ,लघु कथा और न जाने क्या क्या जो विधाएं अपने आप में ही कहीं विलुप्त होने लगी थी आज फिर हिंदी साहित्य में नजर आने लगी हैं समय के साथ साथ नयी नयी विधाओं का जन्म होने लगा है ऐसा प्रतीत होता है जैसे इन सभी को सालों से इसी हिंदी ब्लोगिंग के प्रारंभ होने का इंतजार था
अभी तो ये महज शुरुआत है धीरे धीरे वह समय भी आयेगा जब अन्य भाषा के विद्वान् भी हिंदी में अपना ब्लॉग लिखने लगेंगे और हो भी क्यूँ न जब हिंदी बोलने वालों का प्रतिशत ज्यादा है तो हिंदी लेखन में ही ज्यादा जिज्ञासु लोग मिलेंगे लेखन का अर्थ मन में आये विचारों को लिखित रूप देना और ये हिंदी भाषा से अच्चा और किस माध्यम में हो सकता है भला
किसी भी हिंदी भाषी मनुष्य से पूछा जाय की वह किस भाषा में सपने देखता है सौ फ़ीसदी लोगों का जवाब हिंदी ही होगा अर्थात हमारे अवचेतन मन में भी विचार हिंदी में ही आते हैं फिर क्यूं उन्हें किसी दूसरी भाषा में व्यक्त किया जाय इंसान अपने विचारों को उसी भाषा में अच्चा पेश कर सकता है जिस भाषा में उसके मस्तिस्क में विचार उत्पन्न होते हैं
तो आगे बड़ो और आज से क्यों न आज से यह प्रतिज्ञा लें की उसी भाषा में विचार लिखेंगे जिस भाषा में उनका जन्म हो रहा है और उसके सहातार्थ खड़ी है हिंदी ब्लोगिंग आज हिंदी ब्लोगिंग के द्वारा जन जन में एक नया रक्त का संचार हुआ है वह हिंदी के महत्व को समझने लगा है उसके जहाँ में बसा हिंदी का प्रेम फिर से उमड़ पड़ा है वह हिंदी भाषा के प्रति अपना संपूर्ण योगदान देने को प्रतिबद्ध है

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