दीपक 'कुल्लुवी' की कलम से.................
- 163 Posts
- 96 Comments
फाँसीसे कम नहीं )
इन्हें फाँसी पर लटका दो
या गोलियों से मरवा दो
बलात्कारियों की रूह काँप जाए
इन्हें ऐसी कड़ी सजा दो
इन दरिंदों को जिंदा न छोड़ो
पहले इनके हाथ पाँव तोड़ो
जिंदा सूली पर लटका दो
लाश चील कव्वों को खिला दो
इनके घिनोने जुर्म की
और सज़ा न कोई
शर्मसार है भारत माँ
माएँ फूट फूट कर रोई
हद कर दी हैवानियत की
जली होली इंसानियत की
कड़े कर दो कानून नियम
जलाओ चिता शैतानियत की
दिल में दर्द है आँखे नम
चारों तरफ है ग़म ही ग़म
दुआ को उठ रहे हाथ करोड़ों
वेशर्मों को न कोई शर्म
खुश हो रस्सी खेंचूँगा मैं
इक पैसा तक न लूँगा मैं
मुफ्त में अपनी सेवा दूँगा
जल्लाद बनने को हूँ तेय्यार
दीपक ‘कुल्लुवी’
18-12-12
खबर :- दिल्ली में पाँच बदमाशों नें लड़की से गैंगरेप किया लड़की सीरियस I
Read Comments