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शोध उठायेगी आयुर्वेदिक भस्मों के प्रभाव से पर्दा

आयुष दर्पण
आयुष दर्पण
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सोने क़ी  महत्ता का जितना सम्बन्ध  दुनिया क़ी  अर्थव्यवस्था से रहा है, उतना ही औषधि के रूप में भी सदियों से प्रयोग में आता रहा है  I    आयुर्वेदिक रस शास्त्र क़ी औषधियों में स्वर्ण  का प्रयोग सदियों से होता रहा है …अन्य धातुओं से  सोना बनाने क़ि विधि “कीमियागिरी” के नाम से जानी   जाती थी और इससे जुड़े व्याड़ी दंपत्ति  क़ी कहानी आपने सुनी ही होगी  I आयुर्वेद की  रस औषधियों में प्रयुक्त स्वर्ण  हमारे आनुवांशिक  गुणों के वाहक डी.एन.ए. क़ी संरचना को भी बदल डालता है …शायद आपको यह बात सत्य से परे लगे, लेकिन  नार्थ केरोलिना विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं क़ी टीम के शोध के निष्कर्ष ऐसी ही कुछ जानकारी दे  रहे हैं Iशोधकर्ताओं का मानना है क़ि सोने के नेनो-कण  जो थोड़े धनायन से युक्त होते हैं, डी.एन.ए.के आपस में लिपटे हुए हेलिक्स को खोल देते हैं ..और कई कण एक साथ  मिलकर अगर ये काम करें तो ये दोनों हिस्सों को दूर पहुंचा देते हैं I वैज्ञानिकों के अनुसार यह शोध जीन-थेरपी क़ी दिशा में मील का पत्थर सिद्ध होगा ..I आप शायद जानते होंगे क़ि जीन-थेरेपी के द्वारा कुछ  शारीरिक  बीमारियों को ठीक किया जा सकता है I शोधकर्ताओं ने 1.5 नेनोमीटर व्यास  के स्वर्ण  नेनो-कणों को डी.एन.ए.के डबल  हेलिक्स युक्त घोल में डुबाकर उपरोक्त परिणाम पाए हैं I कार्बनिक अणुओं से युक्त नेनो-कण “लीगेंड” के नाम से जाने जाते हैं जिनमें कुछ  धनायन(+) से युक्त होते हैं और कुछ  हायड्रोफोबिक  -अर्थात पानी से दूर जाने वाले होते हैं I .चूँकि स्वर्ण  नेनो-पार्टिकल  तोड़े धनायन युक्त  “लीगेंड”  होते हैं और डी.एन.ए. ऋणआयन (-) से युक्त,अतः डी.एन.ए एवं स्वर्ण  के ये नेनो -कण  एक साथ  खींच  जाते हैं ..या हम ऐसा समझ सकते है क़ि  स्वर्ण के इन  नेनो-कणों द्वारा डी.एन.ए.क़ी लिपटी बंद संरचना को को खोल दिया जाता हैI  आप इसे प्रस्तुत  विडीयो के माध्यम से देखकर समझ सकते हैंI  वैज्ञानिकों का मानना है ,क़ि स्वर्ण   के  नेनो -कणों के इन्ही  गुणों के कारण इनका प्रयोग जीन- थेरेपी में किया जा सकता है I अब सवाल यह उठता है क़ि क्या आयुर्वेद क़ी  रस-शास्त्र में हजारों वर्ष पूर्व से प्रयुक्त स्वर्ण  द्वारा तैयार भस्में जिन्हें संस्कारित कर औषधि के रूप में प्रयोग किया जाता रहा है ..नेनो-कणों क़ी तरह आनुवांशिक  गुणों के वाहक डी.एन.ए  के हेलिक्स को खोलने का काम नहीं करती होंगी ….?

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