बॉलिवुड में चरित्र भूमिकाएं करने वाले मशहूर अभिनेता ए. के. हंगल ने 95 वर्ष की उम्र में 26 अगस्त, 2012 की सुबह दुनिया को अलविदा कह दिया. एक फरवरी, 1917 को ए. के. हंगल का जन्म हुआ था. ए. के. हंगल को हमेशा उनके अभिनय के लिए याद किया जाएगा. हिंदी फिल्मों के जाने माने कलाकार ए. के. हंगल का अंतिम संस्कार रविवार दोपहर किया गया जहां उनके दोस्तों, परिजनों और चाहने वालों ने नम आंखों से उन्हें अंतिम विदाई दी.
हंगल ने कई फिल्मों में चरित्र भूमिकाएं अदा की और अपने किरदार के लिए जाने जाते रहे लेकिन जब रविवार दोपहर करीब एक बजे मुंबई के विले पार्ले में पवन हंस शवदाह गृह में हंगल के बेटे विजय ने पार्थिव देह को मुखाग्नि दी तो दुख की बात यह रही कि कोई बड़ा बॉलिवुड कलाकार उन्हें श्रद्धांजलि तक देने के लिए मौजूद नहीं था.
ए. के. हंगल का फिल्मों का सफर
नमक हराम’, ‘शोले’ और ‘शौकीन’ जैसी फिल्मों में किए गए ए. के. हंगल के अभिनय को हमेशा याद किया जाएगा. 1966 में आई फिल्म ‘तेरी कसम’ से ए. के. हंगल ने फिल्मों में अभिनय की शुरुआत की थी. ए. के. हंगल को फिल्मों में अभिनय के लिए पदम भूषण पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया था. ए. के. हंगल का कहना था कि “जब कोई किरदार निभाता हूं तो उसकी पूरी खोज करता हूं कि कौन सा धर्म है, कौन से गाँव का है, कब की कहानी है, क्या संस्कार हैं आदि. शायद इसीलिएमेरी अदाकारी में दिखावटीपना नहीं होता है.“
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