Asha Parekh Profile
बहुत कम अभिनेत्रियां ऐसी होती हैं जिनके अभिनय में तो अदाकारी होती ही है साथ ही उनकी खूबसूरती ऐसी होती है जिस पर हजारों दिल धड़कने लगते हैं. हिन्दी फिल्म इंडस्ट्री में हजारों दिलों की धड़कन और जिनकी आंखों के आज भी लोग कायल हैं वो हैं आशा पारेख(Asha Parekh).आशा पारेख(Asha Parekh)उन अभिनेत्रियों में से एक हैं जिन्होंने हिन्दी फिल्म इंडस्ट्री में अभिनय की ऐसी मिसाल कायम की है जिसने हिन्दी फिल्म इंडस्ट्री में अभिनय की नई परिभाषा को जन्म दिया है. शुरुआती समय में आशा पारेख के अभिनय को फिल्मों में कुछ खास नहीं समझा जाता था पर बाद में एक समय ऐसा आया जब लोग बड़े पर्दे पर फिल्म बस आशा पारेख(Asha Parekh) के अभिनय को देखने के लिए जाते थे.
Asha Parekh Dance
आशा पारेख: दीवानों की तरह किया प्यार
आशा पारेख(Asha Parekh)ने भले ही किसी से शादी नहीं की पर आशा पारेख(Asha Parekh) एक चीज को दीवानों की तरह प्यार करती थीं. आशा पारेख को नृत्य से दीवानगी की हद तक प्यार था. आशा पारेख(Asha Parekh) को बचपन से ही नृत्य का शौक था. बचपन में शौक-शौक में नृत्य करने वाली आशा पारेख(Asha Parekh) ने पण्डित गोपीकृष्ण तथा पण्डित बिरजू महाराज से भरत नाट्यम में कुशलता प्राप्त की थी. फिर क्या था आशा पारेख(Asha Parekh) का नृत्य देख ऐसा लगता था कि कोई मोरनी अपनी धुन में मगन होकर नाच रही हो. आशा पारेख के नृत्य की कला सिर्फ भारत तक ही सीमित नहीं रही बल्कि अमेरिका के लिंकन थिएटर में भारत की ओर से पहली बार नृत्य की प्रस्तुति देने वाली आशा पारेख(Asha Parekh)ही थीं.
Asha Parekh Profile
आशा पारेख: जीवन हंसकर जीना
आशा पारेख ने जिन्दगी को हमेशा ही हंसते हुए जिया है. आशा पारेख(Asha Parekh) का जन्म 2 अक्टूबर, 1942 को गुजरात में हुआ. आशा पारेख एक मध्यम वर्गीय गुजराती परिवार से संबंध रखती हैं. आशा पारेख साईं बाबा में अत्यंत विश्वास रखती हैं जिसका कारण यह है कि आशा पारेख के पिता हिंदू और माता मुसलमान थीं और उनके माता-पिता साईं बाबा में विश्वास रखते थे.
आशा पारेख नृत्य की तो दीवानी थीं ही पर बचपन में आशा पारेख (Asha Parekh)को डॉक्टर बनने का भी शौक था. लेकिन आशा पारेख का दिल इतना नाजुक था कि एक बार उन्होंने एक व्यक्ति का खून निकलते देखा तो उसी से भयभीत हो गईं और यह फैसला लिया कि वो डॉक्टर नहीं बनेंगी. कहते हैं कि जो भी होता है अच्छे के लिए होता है इसलिए आशा पारेख(Asha Parekh) का डॉक्टर ना बन पाने के कारण ही हिन्दी फिल्म इंडस्ट्री को आशा पारेख जैसी अभिनय की अदाकारा मिल पाई.
Bollywood Actress Asha Parekh
आशा पारेख: स्टार वाली बात नहीं…..
आशा पारेख आज जिन्हें हिन्दी फिल्म इंडस्ट्री का स्टार माना जाता है एक समय ऐसा भी था कि उनको फिल्मों से यह कहकर निकला गया था कि उनमें स्टार वाली बात नहीं. पर किसे पता था कि आशा पारेख(Asha Parekh) ही हिन्दी फिल्म इंडस्ट्री को नई पहचान देंगी. फिल्मकार विजय भट्ट की फिल्म गूंज उठी शहनाई में विजय भट्ट ने आशा पारेख को यह कहकर मना कर दिया था कि आशा पारेख(Asha Parekh) में स्टार वाली बात नहीं है. एक दिन डायरेक्टर नासिर हुसैन की नजर आशा पारेख(Asha Parekh) पर पड़ी और उसी दिन नासिर हुसैन समझ गए कि आशा पारेख में अभिनय के सारे गुण हैं वह ऐसी अभिनेत्री बनेंगी कि दुनिया उनको स्टार के नाम से जानेगी. नासिर हुसैन ने रोमांटिक फिल्में बनाने का एक दौर शुरू किया जिसमें आशा पारेख (Asha Parekh)लगन के साथ काम करती रहीं.
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आशा पारेख: फिल्मों का सुहाना सफर
फिल्मकार नासिर हुसैन के बाद आशा पारेख ने नए-नए बैनर्स के नीचे काम करना शुरू किया. फिर एक समय ऐसा आया जब आशा पारेख ने शम्मी कपूर, राजेश खन्ना, मनोज कुमार, राजेंद्र कुमार, धर्मेन्द्र, जॉय मुखर्जी जैसे उस दौर के मशहूर सितारों के साथ काम किया. फिल्मकार राज खोसला के साथ आशा पारेख ने….मैं तुलसी तेरे आंगन की, दो बदन और चिराग, शक्ति सामंत की कटी पतंग जैसी फिल्मों में काम किया जिससे आशा पारेख को फिल्मी दुनिया में नई पहचान मिली. हम तो चले परदेस 1988, बंटवारा 1989, प्रोफेसर की पड़ोसन 1993, घर की इज्जत 1994, जिद्दी 1964, मेरे सनम 1965, तीसरी मंजिल 1966, लव इन टोक्यो 1966, आये दिन बहार के 1966, उपकार 1967, महल 1969, कन्यादान 1969, आया सावन झूम के 1969, नया रास्ता 1970, कटी पतंग 1970, आन मिलो सजना 1970, मेरा गांव मेरा देश 1971जैसी मशहूर फिल्मों में आशा पारेख(Asha Parekh) का नाम फिल्मी दुनिया में स्टार के रुप में लिया जाने लगा.
आशा पारेख: विवादों से घिरीं
आशा पारेख(Asha Parekh) जब सफलताओं की मंजिल पर पहुंच रही थीं तो एक समय ऐसा भी आया जब उनको विवादों का सामना करना पड़ा.आशा पारेख(Asha Parekh) शेखर कपूर की फिल्म बैंडिट क्वीन’ को लेकर विवादों में रहीं. बैंडिट क्वीन के डायरेक्टर शेखर कपूर मीडिया में गए और आशा पारेख पर कई तरह के आरोप लगाए पर अंत में फिल्म के निर्माता बेदी आगे आए और आशा पारेख(Asha Parekh) ने जो कट्स काटने के लिए कहे थे…उन्हें कट कर फिल्म भारत में रिलीज की.
Asha Parekh Awards List
आशा पारेख: फिल्मी अदाकारी के लिए अवार्ड
आशा पारेख(Asha Parekh) को फिल्मों में बेहतर अभिनय करने के लिए कई अवार्ड दिए गए. आशा पारेखऔर धर्मेन्द्र(Asha Parekh and Dharmendra Movie )की जोड़ी को फिल्मी पर्दे पर अभिनय की बेहतर जोड़ी माना जाता था. नासिक अंतरराष्ट्रीय फिल्मोत्सव के समापन समारोह में फिल्मी कलाकार धर्मेन्द्र और आशा पारेख(Asha Parekh) को सम्मानित किया गया था. आशा पारेख(Asha Parekh) को फिल्म कटी पंतग से एक नई पहचान मिली और इसी फिल्म के लिए आशा पारेख(Asha Parekh)को 1970 में फिल्म फेयर अवार्ड दिया गया था. 2002 में लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड (Lifetime Achievement Award)भी आशा पारेख(Asha Parekh) को मिला था. 2006 में आशा पारेख(Asha Parekh) को अंतरराष्ट्रीय भारतीय फिल्म अकादमी सम्मान भी दिया गया. आशा पारेख केन्द्रीय फिल्म प्रमाणन् मण्डल (मुंबई) की चेयर पर्सन बनने वाली प्रथम महिला थीं. आशा पारेख(Asha Parekh) के अभिनय के बारे में यही बोला जा सकता है कि उन्हें आज तक जितने भी अवार्ड मिले वो उनके अभिनय के लिए कम ही हैं.
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