80 के दौर में मुंबई की एक छोटी से चॉल से ऐसा सितारा चमका था जिसने बॉलीवुड को नई ऊंचाइयां दीं। ये एक्टर थे जैकी श्रॉफ। जैकी श्रॉफ ने बॉलीवुड में अपनी पहचान एक रोमांटिक और एक्शन हीरो के तौर पर बनाई थी, उस समय फिल्मी परदे पर कई बड़े सितारों का कब्जा था लेकिन जैकी श्रॉफ ने अपनी मेहनत से स्टारडम सफलता पाई। बॉलीवुड में अपने अंदाज से अलग पहचान बनाने वाले जैकी श्रॉफ को इंडस्ट्री में आए हुए 40 साल से ज्यादा का समय हो गया है। लेकिन ये सफर आसान नहीं रहा. शुरुआत के दिनों की बात करें तो हिंदी सिनेमा में जग्गू दादा के नाम से मशहूर जैकी ने कभी चॉल में अपने दिन गुजारे थे, तो चलिए जानते हैं उनकी कुछ कहानियां।
जैकी श्रॉफ नहीं है असली नाम
जैकी श्रॉफ के पिता ‘काकाबाई हरिभाई श्रॉफ’ गुजराती थे और इनकी मां हुरुनिसा (शादी के बाद ‘रीता’) तुर्की की रहने वाली थींं। जैकी श्रॉफ का पूरा नाम ‘जयकिशन काकुभाई श्रॉफ’ है। जैकी श्रॉफ का परिवार मुंबई के मालाबार हिल इलाके के ‘तीन बत्ती’ चॉल में रहता था। जैकी श्रॉफ को हमेशा से कुकिंग में बेहद मन लगता था। एक बार उन्होंने ताज होटल में बतौर शेफ इंटर्नशिप करने की कोशिश की थी। लेकिन डिग्री ना होने की वजह से जैकी को नौकरी नहीं मिली थी। जैकी ने एयर इंडिया में फ्लाइट अटेंडेंट के तौर पर नौकरी पाने की कोशिश भी की थी, लेकिन वहां भी उन्हें निराशा हाथ लगी। जग्गू दादा के नाम से मशहूर जैकी ने 11वीं क्लास तक पढ़ाई की है।
बस स्टॉप पर चुने गए मॉडल
जैकी श्रॉफ एक बस स्टॉप पर बस का इंतजार कर रहे थे, तब एक शख्स ने उनसे पूछा मॉडलिंग करेगा? जैकी ने पूछा, ‘पैसा देगा क्या’ और इस तरह उनके सितारे बनने की शुरुआत हुई। जैकी श्रॉफ ने मॉडलिंग से शुरुआत की थी, देव आनंद ने जैकी के चारमिनार के विज्ञापन को देखा था और वह उनके लुक और काम से बेहद प्रभावित थे। जिस वजह से उन्हेंने साल 1978 में अपनी फिल्म स्वामी दादा ऑफर की। यह जैकी की पहली फिल्म थी।
‘हीरो’ से मिला स्टारडम
लेकिन बड़ा ब्रेक उन्हें सुभाष घई की फिल्म ‘हीरो’ से मिला। इस फिल्म ने तो जैसे जैकी श्रॉफ के करियर की कायापलट ही कर दी। पहली ही फिल्म ब्लॉकबस्टर रही और हर निर्माता-निर्देशक जैकी श्रॉफ के आगे-पीछे चक्कर लगाने लगे । जैकी को अपनी फिल्म में लेने की निर्माता-निर्देशकों में ऐसी होड़ मची कि कुछ लोग उनके घर तक पहुंच जाते थे और घंटों इंतजार करते थे।
सुपरस्टार होने के बावजूद रहते थे चॉल में
सबसे दिलचस्प बात तो यह है कि कुछ मेकर्स तो टॉयलेट के बाहर खड़े होकर जैकी को साइन करने के लिए तैयार खड़े रहते थे । हर किसी का बस यही सपना था कि जैकी श्रॉफ उनकी फिल्म में काम करने के लिए हां कर दें। पहली फिल्म जबरदस्त हिट होने के बाद भी जैकी श्रॉफ ने चॉल में रहना नहीं छोड़ा था, वो कई सालों तक चॉल में ही रहे और उन्हें अपनी फिल्मों में लेने के लिए फिल्म निर्माताओं को चॉल जाना पड़ा था। विधु विनोद चोपड़ा अपनी फिल्म ‘परिंदा’ और महेश भट्ट अपनी फिल्म ‘काश’ के लिए जैकी को इस चॉल में साइन करने आए थे।
13 साल की लड़की को दिल दे बैठे जैकी
जैकी की लव स्टोरी भी पूरी फिल्मी है, आयशा और जैकी पहली बार सड़क के किनारे मिले थे। जब आयशा महज 13 साल की थींं और अपने स्कूल यूनिफार्म में थींं। जैकी को आयशा से पहली नजर में प्यार हो गया और जल्द ही दोनों एक-दूसरे से मिलने लगे और ये दोस्ती प्यार में बदल गई। दोनों एक-दूसरे के साथ खुश थे, लेकिन तभी आयशा को पता चला कि जैकी कि पहले से एक गर्लफ्रेंड है और वो फिलहाल अमेरिका में पढ़ रही हैं। जैकी ने अपनी गर्लफ्रेंड से वायदा किया था कि वो जैसे ही वापस आएंगी जैकी उनसे शादी कर लेंगे। ये बात सुनकर आयशा को झटका लगा लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और एक अलग रास्ता अपनाया।
खत में बताई अपनी प्रेम कहानी
जैकी के प्यार में पड़ी आयशा ने एक बड़ा कदम उठाया और जैक की गर्लफ्रेंड जो अमेरिका में थी उन्हें खत लिखकर उनके और जैकी के रिश्ते के बारे में सब बता दिया और खत में ये भी लिखा कि वो दोनों जल्द ही शादी करने वाले हैं। इसके बाद दोनों ने शादी कर ली और आज उनकी शादी को 28 साल हो गए हैं, उनके दो बच्चे भी हैं बेटा टाइगर श्रॉफ और बेटी कृष्णा है।
जैकी के लिए चॉल में रहने लगी शाही परिवार से आई आयशा
जब जैकी और आयशा की शादी हुई तब दोनों की जिंदगी इतनी अच्छी नहीं थी। आयशा एक शाही परिवार से थींं और उन्होंने अपने जीवन में कभी कोई कमी नहीं देखी थी। वह अमीरी में पली- बढ़ी थी, लेकिन शादी के बाद वह जैकी के साथ चॉल में रहने के लिए तैयार हो गईं।…Next
Read More:
तो क्या 2019 में वरुण धवन बनेंगे दूल्हा, बचपन के प्यार नताशा दलाल से करेंगे शादी
9 साल तक जॉन के साथ लिव में रही थीं बिपाशा, 108 करोड़ रुपए की हैं मालकिन
बिग बॉस से बाहर आने के बाद दीपक ठाकुर को मिले ऑफर, जल्द गाएंगे गाना
Read Comments