बॉलीवुड एक ऐसी जगह हैं जहां पर या तो आप रातों स्टार बन सकते हैं या फिर सालों ममेहनत करने के बाद आप के किरदार की वजह से लोग आपको जानना शुरू कर देते हैं।जो स्टार बॉलीवुड के घर से नहीं है अक्सर उन्हें अपनी धमक बनाने में थोडा वक्त लगता है लेकिन जब वो पर्दे पर आते हैं तो हर कोई बस उन्हें देखना चाहता है। तो चलिए जानते हैं ऐसे ही सितारों के बारे में जिन्होंने एक फिल्म से अपनी अलग छाप छोड़ी और आज वो फिल्मी दुनिया के चमकते सितारों में से एक हैं।
1. इरफान खान
हमारी पीढ़ी ने नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी को सफ़लता की सीढ़ियां चढ़ते देखा है। लेकिन ऐसा ही कुछ इरफ़ान ख़ान के साथ भी हुआ था, उन्होंने भी कई सालों तक एक-एक मिनट के रोल किए हैं। सालों तक उनकी पहचान उभर कर सामने नहीं आ पाई थी। इंडस्ट्री में वो साल 1988 से एक्टिव थे लेकिन सही वक़्त आया 2003 में, पहले ‘हांसिल’ फिर ‘मकबूल’ करने के बाद इरफान ने पहले वाले साइड एक्टर नहीं रहे और उनका कद बढ़ते-बढ़ते हॉलीवुड तक पहुंच गया।
2. विद्या बालन
फ़िलहाल विद्या बालन फ़िल्मों में कम दिखती हैं, लेकिन उनकी पहचान एक अच्छी अभिनेत्री के तौर पर है। ‘कहानी’, ‘लगे रहो मुन्ना भाई’, ‘भूल भुलैया’ और ‘डर्टी पिक्टर’ में उनकी अदाकारी ने ख़ूब वाह-वाही बटोरी थी, लेकिन 2005 में रिलीज़ हुई ‘परिणीता’ ने उनको मुख्यधारा में ला कर खड़ा दिया। इसके पहले वो हम पांच सीरियल में भी आ चुकी थीं और गानों के वीडियों में भी दिखती रहती थी।
3. मनोज बाजपेयी
आज की पीढ़ी जिन अदाकारों की कायल है, उस लिस्ट में मनोज बाजपाई का नाम भी आता है। मनोज बाजपाई ने अपने करियर में कई यादगार फ़िल्में की हैं। शूल, गैंग्स ऑफ़ वासेपुर, राजनीति, स्पेशल 26, अलीगढ़ आदि लेकिन इन फ़िल्मों से पहले भी एक फ़िल्म आई थी, नाम है सत्या। सत्या से पहले मनोज ने कई टीवी सीरियल्स और फ़िल्मों में भी काम किया था, लेकिन उनको नाम और शोहरत दिलाई ‘सत्या’ के भीखू मात्रे ने।
4. कंगना रनौत
गैंगस्टर’, ‘लाइफ़ इन अ मैट्रो’, ‘फ़ैशन’, ‘तनु वेड्स मनु’, ये वो फ़िल्में हैं जिनसे कंगना को पहचान भी मिली और अवॉर्डस भी। मगर 2015 में रिलीज़ हुई ‘क्वीन’ उनके करियर के लिए मील का पत्थर साबित हुई और वहां से वो ए लिस्ट की अदाकारा मानी जानी लगीं। इस फ़िल्म के लिए उन्हें राष्ट्रीय पुरस्कार भी मिला।
5. नवाजुद्दीन सिद्दीकी
वो भी एक वक़्त था जब नवाज़उद्दीन को सिर्फ़ हीरो के घूंसे खाने के लिए बुलाया जाता था और आज ये भी वक़्त है कि जब नवाज़ पर्दे पर आते हैं तो किसी बड़े हीरो से ज़्यादा तालियां बज जाती हैं। ये नज़ारा बदला ‘गैंग्स ऑफ़ वासेपुर’ के बाद को नवाज और पहले के नवाज को आप बख़ूबी जानते होंगे।
6. पकंज त्रिपाठी
अभी इंडस्ट्री में सबके प्यारे चल रहे पकंज त्रिपाठी अपने करियर की शुरुआत में कई बड़ी फ़िल्मों में मौजूद थे, लेकिन किसी ने नोटिस नहीं किया। पंकज ‘अपहरण’, ‘ओमकारा’, ‘रन’, ‘अग्निपथ’ जैसी हिट फ़िल्मों में सबकी आंखों के सामने थे। मगर असल मायनों में वो लोगों की आंखों पर चढ़े ‘गैंग्स ऑफ़ वासेपुर’ ने पहचान दिलाई लेकिन बड़ा काम फिर भी नहीं मिला, इसके लिए पंकज त्रिपाठी को ‘Newton’ का इंतज़ार करना पड़ा।
7. सुशांत सिंह राजपूत
सुशांत सालों तक छोटे पर्दे की दुनिया में व्यस्त रहे, किस देश में है मेरा दिल और पवित्र रिश्ता में उनका किरदार दर्शकों का चहेता था. पहली फ़िल्म थी काय पो छे!, देखने वालों ने पहचान लिया था कि सुशांत प्रतिभावान हैं और उनकी सोच पर ‘एमएसधोनी’ से मुहर लग गई।
8. राधिका आप्टे
नेटफ्लिक्स और राधिका की जोड़ी पर तो मीम भी बन चुके हैं। फ़ीचर फ़िल्म, शॉर्ट फ़िल्म या फिर वेब सीरिज़ हर क्षेत्र में राधिका की उपस्थिति है, उनके फ़िल्मी सफ़र की शुरुआत 2005 में ‘वाह! लाइफ़ हो तो ऐसी’ से होती है और एक अभिनेत्री के तौर पर पहचान बनती है 2015 में ‘मांझी- दी माउंटेन मैन से’, उसके बाद ‘पार्चड’, ‘फ़ोबिया’, ‘पैडमैन’, और अब ‘सेक्रेड गेम्स’ का सिलसिला शुरू हो गया।…Next
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