‘सितारों से चमचमाते आसमान में चमकने के लिए, सितारे को अपनी असल पहचान खोनी पड़ती है।’ मशहूर लेखिका शोभा डे द्वारा लिखी गई ‘स्टाररी नाइट’ की इस लाइन से फिल्म जगत की सच्चाई का अंदाजा लगाया जा सकता है। फिल्मी दुनिया में एक सितारा बनने के लिए कई सेलिब्रिटी को कई समझौते करने के अलावा, अपनी निजी इच्छाओं का गला भी दबाना पड़ता है। जिन्हें आज हम बुंलदियों के आसमान में चमचमाते हुए देखते हैं। उन्होंने असल जिदंगी में खुद से कितने समझौते किए होगें, इस बात का अंदाजा उन्हें देखकर नहीं लगाया जा सकता। सफलता की ऐसी ही कहानी के बीच एक ऐसा ही सच छुपा हुआ है धक-धक गर्ल कही जाने वाली माधुरी दीक्षित की जिदंगी में। आज उनका जन्मदिन है, आइए जानते हैं उनसेजुड़े दिलचस्प किस्से।
संजय दत्त के साथ लव अफेयर में थीं माधुरी
अभिनेता संजय दत्त के साथ प्रेम सम्बध होने की वजह से कई डॉयरेक्टर्स को डर था कि कहीं माधुरी प्रेग्नेंट न हो जाए। इसका सीधा-सा कारण ये था कि माधुरी उस दौर में टॉप पायेदान पर थी। उनकी अधिकतर फिल्में धमाकेदार हिट साबित हो रही थी। इस वजह से कोई भी निर्देशक उन्हें अपनी फिल्म से हटाने का रिस्क नहीं लेना चाहता था। बताया जाता है कि फिल्म ‘थानेदार’ की शूटिंग के दौरान माधुरी और संजय एक दूसरे के प्यार में गिरफ्तार हो गए। उस वक्त के कई निर्माता बताते थे कि जब संजय आउटडोर शूटिंग पर रहते थे, तब संजय घंटों तक माधुरी से फोन पर बात करते थे, जिसका बिल प्रोड्यूसर को भरना पड़ता था। फिल्म ‘साजन’ के दौरान दोनों और करीब आ गए।
‘नो प्रेगनेंसी क्लॉज’ साइन करने वाली पहली अभिनेत्री
संजय उस वक्त शादीशुदा थे और एक बेटी के पिता भी थे, हालांकि उनकी पत्नी रिया उनको छोड़कर अमेरिका चली गईं थीं। इस दौरान दोनों को कई बार एक साथ बाहर घूमते हुए देखा गया। इस वजह से मशहूर डॉयरेक्टर सुभाष घई ने माधुरी से ‘नो प्रेगनेंसी क्लॉज’ साइन करवाना ही बेहतर समझा। इस क्लॉज के अनुसार माधुरी ‘खलनायक’ फिल्म के दौरान प्रेग्नेंट होती, तो उन्हें भारी जुर्माने के साथ लंबी कानूनी प्रक्रिया से गुजरना पड़ता। बॉलीवुड के इतिहास में स्टार अभिनेत्री माधुरी दीक्षित के साथ ऐसा अजीबों-गरीब कॉन्ट्रैक्ट साइन करवाने वाले सुभाष घई ऐसे पहले और एकलौते डॉयरेक्टर थे।
इस फिल्म का सीन करने का ताउम्र रहा अफसोस
बात उस दौर की है जब विनोद खन्ना ने फिल्मों में अपनी दूसरी पारी शुरू की थी। इस बार उन्होंने रोमांटिक रोल करने के बारे में सोचा। उस वक्त फिरोज खान एक फिल्म बना रहे थे दयावान। जब विनोद लौटे तो फिरोज खान ने उनको दयावान का लीड रोल ऑफर कर दिया और एक्ट्रेस के लिए फिरोज खान ने माधुरी से संपर्क किया। माधुरी दीक्षित की उम्र उस वक्त 21 साल थी जबकि विनोद खन्ना 42 के थे। इंडस्ट्री में संघर्ष कर रहीं माधुरी ने उस वक्त फिल्म के लिए हां तो कर दी लेकिन उनको ये मलाल था कि हीरो उम्र में काफी बड़ा है। बहरहाल, फिल्म की शूटिंग शुरू हुई। माधुरी को क्या पता था कि इस फिल्म में उनके साथ कुछ ऐसा होगा जिसे वो जिंदगी भर नहीं भूल नहीं पाएंगी।
फिल्म में माधुरी और विनोद के कुछ इंटीमेट और लिपलॉक सीन थे। सबको लग रहा था कि शायद माधुरी ये सीन नहीं करेंगी। माधुरी ने सभी को गलत साबित कर दिया और विनोद के साथ बड़ी सहजता से ये सीन दिए। जब फिल्म रिलीज हुई तो लोगों ने सबसे ज्यादा इस इंटीमेट सीन के बारे में बात की। उस वक्त वैसे भी इस तरह के सीन फिल्माना बड़ी बात होती थी। एक इंटरव्यू में माधुरी ने कहा था कि इस सीन का अफसोस उन्हें काफी दिनों तक रहा।…Next
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