हिन्दी सिनेमा में अब तक आपने देसी गर्ल्स को पर्दे पर बहुत मजे करते देखा होगा. उनके हुस्न के जलवे हर किसी के होश उड़ा देते हैं लेकिन अब समय बदल चुका है. आइटम गर्ल के स्थान पर आइटम बॉय नजर आ रहे हैं तो वहीं देसी गर्ल की जगह ले ली है देसी बॉयज ने. जी हां, सिनेमाघरों में कुछ दिनों बाद आपको देसी बॉयज का जलवा देखने को मिल सकता है.
कॉमेडी किंग डेविड धवन के बेटे रोहित धवन अपनी नई फिल्म “देसी बॉयज” के जरिए फिल्म इंडस्ट्री में कदम रख रहे हैं. अक्षय कुमार, जॉन अब्राहम, दीपिका पादुकोण और चित्रांगदा सिंह की देसी ब्वॉयज मूल रूप से कॉमेडी फिल्म है. इस में थोड़ा इमोशन और फ्रेंडशिप भी है. यह आज के जमाने के दो दोस्तों की कहानी है.
अगर दोस्ती की बात की जाए तो फिल्मी पर्दे पर लोगों को अमिताभ बच्चन और विनोद खन्ना की फिल्मों की याद आ सकती है. दोस्ती के कुछ नए किस्से हमें “पार्टनर”, “गरम मसाला” और “थ्री इडियट्स” जैसी फिल्मों में देखने को मिले हैं. लेकिन अब जमाना बदल चुका है. अभी दोस्त भी देश के बाहर चले गए हैं, लेकिन उनके बीच के इमोशन अभी तक देसी हैं. और इसी पर आधारित है फिल्म “देसी बॉयज” (Desi Boys).
देसी बॉयजकी कहानी
देसी बॉयज दो युवकों की कहानी हैं जिनके नाम है जैरी और निक. यह उस समय की कहानी है जब साल 2009 में आर्थिक मंदी आई थी. इस समय सभी लोग परेशान हैं पर निक और जैरी हमेशा की तरह मजे में रहते हैं. निक अपनी बैंकिग जॉब से खुश हैं तो वहीं जैरी उसके पैसों पर ऐश करके खुश रहता है. पर दोनों पर पहाड़ तब टूटता है जब निक की कंपनी उसे निकाल बाहर करती है. निक और जैरी आर्थिक मुसीबत से घिर जाते हैं. अब यह दोनों दोस्त अपनी हालत सुधारने के लिए क्या करते हैं यही फिल्म की मूल कहानी है.
एक बार फिर लौटा दोस्ती का ट्रेंड
फिल्मों में दोस्ती का कांस्पेट वैसे तो बहुत पुराना है पर हाल के दिनों में पर्दे से यह दोस्ती गायब ही दिखी. अगर 2000 के बाद से देखा जाए तो गिनती की ही फिल्में हैं जिसमें दोस्ती को मूल आधार बना कहानी लिखी गई. जबकि इससे पहले ऐसी कई फिल्में हैं जहां फिल्मकारों ने दोस्ती को फिल्मों में उकेरा. देखते हैं यह पुराना जय-वीरू का ट्रेंड आज के समय में काम करता है या नहीं.
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