बॉलीवुड में कई कलाकार ऐसे हैं, जिन्हें लीड रोल तो न के बराबर ऑफर होते हैं लेकिन फिर भी उनके खास तरह के किरदार लोगों की नजरों में जगह बना लेते हैं। ऐसी ही खूबसूरत और दमदार कलाकार हैं, दिव्या दत्ता, जिन्हें आप कई टीवी सीरियल्स समेत फिल्मों में देख चुके हैं। आज खनखनाती हुई आवाज वाली इस एक्ट्रेस का जन्मदिन है। आइए, जानते हैं खास बातें-
वीर जारा का चर्चित किरदार
साल 1994 में फिल्म ‘इश्क में जीना, इश्क में मरना’ से अपने फिल्मी करियर की शुरुआत करने वाली दिव्या एक ऐसी अदाकारा हैं जो लीड रोल में ना होते हुए भी फिल्म में अपनी मौजूदगी दर्ज कराती हैं। ‘वीर जारा’ में प्रीती जिंटा की वो सहेली और ‘भाग मिल्खा भाग’ में मिल्खा की बहन के छोटे से किरदार में ही उन्होंने जान डाल दी थी।
बचपन में दिव्या का हो गया था अपहरण
दिव्या को 19 साल की उम्र में अमेरिका से शादी का प्रपोजल मिला था। लड़का डॉक्टर था लेकिन दिव्या ने शादी छोड़ करियर पर फोकस किया। हालांकि अभी भी दिव्या ने शादी नहीं की है। पेंग्विन के मुताबिक दिव्या बचपन में किडनैप हो गई थीं हालांकि उनकी मां और पुलिस ने मिलकर उन्हें बचा लिया। दिव्या दत्ता को बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस का नेशनल अवॉर्ड मिल चुका है। उन्हें ये सम्मान इरादा फिल्म के लिए मिला था।
1984 के दंगों की कड़वी यादें
दिव्या जब सात साल की थीं तब उनके पिता की मौत हो गई थी। पिछले साल उनकी मां का भी निधन हो गया। ऐसा कहा जाता है कि 2013 में आई फिल्म गप्पी में अपनी सिंगल मदर पप्पी की भूमिका निभाने के लिए उन्होंने अपनी मां से प्रेरणा ली थी। उनके जहन में आज भी 1984 में हुए दंगों के लिए उनके पास कड़वी यादें हैं। फिल्म इंडस्ट्री में एक पहचाने जाने वाला चेहरा बनने से पहले दिव्या ने मॉडलिंग में अपनी किस्मत आजमाई थी और पंजाब के कई विज्ञापनों में नजर आई थीं। उन्हें एक्टिंग में पहला ब्रेक ‘संविधान’ सीरियल में मिला।
कसूर में लीड हीरोइन के लिए डबिंग
लीजा रे और आफताब शिवदासानी की फिल्म ‘कसूर’ में दिव्या दत्ता ने लीजा रे के लिए डबिंग भी की थी क्योंकि उस समय हिंदी नहीं बोल पाती थीं। इस फिल्म के सारे गाने सुपरहिट हुए थे।…Next
Read More :
आठ बहन-भाईयों के साथ झुग्गी में रहते थे गौतम अडानी, आज इतनी दौलत के हैं मालिक
कभी अनारकली की मुहब्बत में कैद सलीम ने नूरजहां को पाने के लिए चली थी यह चाल!
Read Comments