बॉलीवुड की सबसे हिट एक्ट्रेस और संजय दत्त की मां नरगिस दत्त की आज 88वीं जयंति हैं। नरगिस ने बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट अपने करियर की शुरुआत की थी जिसमें उनके रोल को खूब पसंद किया गया। नरगिस का फिल्मी सफर बहुत ही छोटा था लेकिन इतने कम समय में उन्होंने अपनी दमदार एक्टिंग से लोगों के दिलों में अमिट छाप छोड़ दी। यहां तक की 1940 से 1960 के दशक में नर्गिस को बॉलीवुड की मोस्ट फेवरेट एक्ट्रेस भी कहा जाने लगा था। तो चलिए आज आपको नरगिस दत्त की बर्थ एनिवर्सरी पर उनकी जिंदगी से जुड़ी कुछ रोचक बातें बताते हैं।
9 साल तक नरगिस रही राज कपूर की हिरोइन
‘आरके फिल्म्स’ के बैनर तले बनी पहली फिल्म में राज कपूर और नरगिस थे. फिल्म का नाम ‘आग’ थी। इसके बाद दोनों ने साथ में 16 फिल्में कीं। ज्यादातर फिल्मों को दर्शकों ने खूब पसंद किया, 9 सालों तक पर्दे पर राज-नरगिस की जोड़ी हिट बनी रही।
राज कपूर के लिए बेच दिए गहने
‘आवारा’ फिल्म की शूटिंग के दौरान एक गाने को फिल्माने के लिए ही राजकपूर ने 8 लाख रुपये खर्च कर दिए। जबकि पूरी फिल्म पर तब तक 12 लाख रुपये खर्च हो गए थे। कहते हैं इसकी वजह से जब फिल्म ओवरबजट हो गई, तो नरगिस ने अपने गहने बेचकर राज कपूर की मदद की। नरगिस का राजकपूर के लिए प्यार ही था कि फिल्म को सफल बनाने के लिए नरगिस ने उस जमाने में स्विमिंग सूट पहनी। रूस, चीन और अफ्रीकी देशों में भी फिल्म खूब चली।
राज कपूर से शादी के लिए बदलवाना चाहती थी कानून ?
नरगिस और राजकपूर शादी करना चाहत थे लेकिन राज पहले से शादीशुदा ऐसे में राज कपूर के पिता पृथ्वीराज कपूर इसके सख्त खिलाफ थे. नरगिस और राजकपूर के बीच इतनी मुहब्बत थी कि नरगिस महाराष्ट्र के तत्कालीन गृहमंत्री मोरारजी देसाई से इसलिए मिलने चली गईं थीं, ताकि राजकपूर से शादी का कोई कानूनी रास्ता निकल सके। हालांकि मोरारजी देसाई ने उनकी बात को नजरअंदाज कर दिया और उन्हें समझाया कि वो ऐसा ना करें।
पहली बार रोडियो स्टेशन में हुई सुनील से मुलाकात
सुनील दत्त सीलोन रेडियो में बतौर रेडियो जॉकी काम किया करते थे, तब एक्टिंग से उनका कोई लेना-देना नहीं था। लेकिन यहीं पर उनका नरगिस से पहली बार मिलना हुआ, उन्हें रेडियो के लिए नरगिस का इंटरव्यू लेने का काम सौंपा गया। तब वे भारत की बहुत बड़ी एक्ट्रेस हो चुकी थीं, राज कपूर के साथ उनकी जोड़ी फिल्मों में बहुत हिट थी। इंटरव्यू के दौरान अपने सामने नरगिस को देखकर सुनील दत्त इतने नर्वस हो गए कि उनसे एक भी सवाल नहीं पूछ पाए।
सुनील दत्त को नरगिस के बेटे का रोल मिला
दूसरी बार नरगिस और सुनील दत्त की मुलाकात बिमल रॉय की फिल्म‘दो बीघा ज़मीन’ के सेट पर हुई। नरगिस वहां बिमल रॉय से मिलने आई थीं और सुनील दत्त वहां काम की तलाश में पहुंचे थे। इसके बाद महबूब खान की फिल्म ‘मदर इंडिया’ में सुनील दत्त को नरगिस के बेटे का रोल मिला। मदर इंडिया की शूटिंग के दौरान जब सेट पर अचानक से आग लग गई तो उस आग में नरगिस फंस गई थीं। तो अपनी जान की परवाह नहीं करते हुए सुनील दत्त ने उन्हें बचाया था और यहीं से दोनों करीब आने लगे और दोनों ने 1958 में शादी कर ली, इस शादी से पहले नरगिस ने अपना धर्म बदला लिया था।
कभी नहीं पहनती थी अपने पति की लाई हुई साड़ियां
नरगिस, सुनील दत्त से बेहद प्यार करती थी. दोनों हर पार्टी में एक-दूसरे का हाथ थामे हुए दिखते थे। लेकिन दोनों के बारे में एक किस्सा बहुत मशहूर है। कहा जाता है कि सुनील नरगिस के लिए साड़ियां लाया करते थे और वो हमेशा उनकी दी हुई साड़ियों को चूमकर अलमारी में रख दिया करती थी।धीरे-धीरे सुनील ने ध्यान दिया कि उनकी पत्नी उनकी दी हुई कोई भी साड़ी नहीं पहनती है। एक दिन सुनील ने नरगिस से कहा ‘तुम मेरी लाई हुई शादी क्यों नहीं पहनती हो, सिर्फ उसे अलमारी में चुपचाप रख देती हो? सुनील की बात सुनकर नरगिस मुस्कुराते हुए बोली ‘मुझे आपकी लाई हुई एक भी साड़ी पसंद नहीं आई, इसलिए बस रख लेती हूं क्योंकि आपने दी है। इस बात को सुनकर सुनील भी मुस्कुराने लगे।
पद्मश्री पुरस्कार से सम्मनित हैं नरगिस
नरगिस दत्त का निधन 2 मई 1981 को मुंबई में हुआ था। नरगिस की याद में 1982 में नर्गिस दत्त मेमोरियल कैंसर फाउंडेशन बना। नरगिस को बॉलीवुड करियर में बहुत मान-सम्मान मिला। उन्हें पद्मश्री पुरस्कार से सम्मनित किया गया था। 1980 में इंदिरा गांधी की सरकार ने उन्हें राज्यसभा सदस्य भी बनाया।…Next
Read More:
जल्द पर्दे पर वापसी करेगा ‘कौन बेनगा करोड़पति’, आ रहे हैं बिग बी
क्रिकेट के टाइगर सौरभ गांगुली पर बनेगी बायोपिक, प्रोड्यूसर होंगी एकता कपूर
अगले महीने सलमान टीवी पर लेकर आएंगे ’10 का दम’, जानें क्या होगा खास
Read Comments