बॉलीवुड के बादशाह शाहरुख को किसी पहचान की जरूरत नहीं है। दुनिया में उनके लाखों दीवाने आपको मिल जाएंगे। शाहरुख अकेले ऐसे स्टार हैं जिनके दीवाने भारत से कहीं ज्यादा विदेशों में हैं और शायद यही वजह है जो उन्हें ग्लोबल स्टार कहा जाता है। लेकिन एक मामूली से घर के लड़के के लिए मायानगरी मुंबई में राज करना इतना आसान नहीं था। इस मुकाम तक पहुंचने के पीछे उनकी सालों की मेहनत और लंबा स्ट्रगल है। आइए जानते हैं उनके जीवन के कुछ ऐसे किस्से जिसने उन्हें बना दिया बादशाह।
दिल्ली में हुआ बादशाह का जन्म
2 नवंबर 1965 में शाहरुख का जन्म एक आम परिवार में हुआ था. उनका बचपन आम लोगों की तरह से गुजरा, उनके पिता मीर ताज मोहम्मद एक छोटा सा कारोबार करते थे। शाहरुख खेलकूद में ज्यादा इंट्रेस्ट लेते थे, स्पोटर्स के अलावा शाहरुख एक्टिंग भी किया करते थे।आज दुनिया शाहरुख को जानती है, लेकिन उनकी दादी ने उनका नाम अब्दुल रहमान रखा था। हालांकि शाहरुख के पिता को ये नाम पसंंद नहीं था, इसलिए उन्होंने इसे बदल दिया और उनका नाम शाहरुख रख दिया।
शुरुआत थिएटर और टीवी से की
शुरुआती दिनों में शाहरुख खान सिनेमा हॉल के बाहर टिकट बेचने का काम करते थे. उनकी पहली सैलरी 50 रुपए थी। जो उन्होंने टिकट बेचकर कमाए थे। शाहरुख के फेवरेट एक्टर दिलीप कुमार और फेवरेट एक्ट्रेस मुमताज हैं। शाहरुख ने थिएटर में काम किया और इसी दौरान उनकी दोस्ती मशहूर एक्ट्रेस अमृता सिंह से हुई। दोनों साथ में ही थिएटर में एक्टिंग किया करते थे। उसके बाद शाहरुख को 1988 में ‘दिल दरिया’ में ब्रेक मिला, लेकिन ये पर्दे पर ना आ सकी और लोगों ने शाहरुख को पहली बार ‘फौजी’ सीरियल में देखा और वो हर घर में जाने जाने लगे।
एक ही दिन में पाच फिल्में साइन की
जी हां, एक दिन में पांच फिल्में साइन करना उस वक्त शाहरुख के लिए बड़ी बात थी, क्योंकि वो नए थे और उन्हें हिट और फ्लॉप का ड़र नहीं था, उन्हें बस पैसे कमाने थे। उस दौरान उनकी मां का निधन हो गया और उनके कंधोंं पर अपनी बहन की जिम्मेदारी थी, जिसे शाहरुख को निभाना था।
हेमा मालिनी ने दिया था पहला ब्रेक
शाहरुख को पहला ब्रेक हेमा मालिनी ने अपनी फिल्म ‘दिल आशना है’ में दिया, लेकिन उससे पहले ही उनकी फिल्म ‘दीवाना’ जून 1992 में रिलीज हो गई। वैसे हेमा इस फिल्म में हीरो के रोल के लिए शाहरुख को नहीं लेना चाहती थीं। उन्हें शाहरुख की हेयर स्टाइल से चिढ़ होती थी। वो इस रोल के लिए सैफ अली खान को लेना चाहती थीं। लेकिन सैफ कहीं और शूट कर रहे थे, इसके बाद फिल्म में शाहरुख की एंट्री हुई।
फिल्म दीवाना के लिए शाहरुख नहीं थे पहली पसंंद
शाहरुख की पहली फिल्म ‘दीवाना’ पहले उनके हिस्से में नहींं बल्कि साउथ के सुपर स्टार नागार्जुन के हिस्से में आने वाली थी। उसके बाद ये रोल अरमान कोहली के पास गया, उन्होंंने भी मना कर दिया। तब कहीं जाकर ये रोल शाहरुख के पास आया और इस रोल ने उन्हें रातोंं रात स्टार का दर्जा दे दिया, जबकि वो फिल्म में लीड रोल में नहीं थे।
गौरी के लिए मुंबई आए थे शाहरुख
शाहरुख और गौरी खान की लव स्टोरी बिल्कुल फिल्मी है, जिसमें खूब सारा ड्रामा है लेकिन आखिर में सब ठीक हो जाता है। शाहरुख ने गौरी को पहली बार एक पार्टी में देखा था। जब गौरी सिर्फ 14 साल की थी और शाहरूख 19 साल के थे। उस दौरान दोनों एक दूसरे को पंसद करने लगे लेकिन एक दिन गौरी बिना बताए शाहरुख को दिल्ली से मुंबई तक चली गई थी, लेकिन शाहरुख ने गौरी से मिलने की उम्मीद नहीं खोई और उन्हें ढूंढ़ते हुए मुंबई पहुंच गए। आखिरकार दोोनं मिले और शाहरुख ने गौरी को शादी के लिए मना लिया साथ ही उनके परिवार को भी।
शादी में घोड़े पर नहीं, हाथी पर बैठकर आए थे शाहरूख
आपको जानकर हैरानी होगी कि अपनी शादी में शाहरुख हाथी पर बैठकर गौरी के घर बारात लेकर आए थे। इसकी सबसे बड़ी वजह थी कि शाहरुख, गौरी को सरप्राइज देना चाहते थे। पहले शाहरुख घोड़े पर बैठकर आए थे, लेकिन फिर उन्होंने सोचा कि घोड़े पर बारात लेकर तो सभी आते हैं उन्हें कुछ नया करना चाहिए। जिससे गौरी भी खुश हो जाए और वहां मौजूद मेहमान भी। जब शाहरुख हाथी पर बैठकर शादी में गए तो गौरी के परिवारवाले अपने दामाद की तारीफ करते नहीं थके। वैसे ये भी कमाल की बात है कि शाहरुख और गौरी की शादी तीन बार हुई थी। एक बार कोर्ट मैरिज, दूसरी बार हिन्दू रीति-रिवाजों के अनुसार शादी और तीसरी बार निकाह।
कभी घर से निकाला गया था शाहरुख को
शाहरुख खान की जिंदगी में एक ऐसा भी दौर आया जब उन्हें घर से निकाला गया था। वो करीब 48 घंटे अपनी बहन के साथ सड़कोंं पर थे।इसके बाद जब शाहरुख मुंबई आए तो सिर छिपाने की जगह तक नहीं थी। ऐसे में फिल्म प्रोड्यूसर और एक्टर विवेक वासवानी ने उन्हें अपने घर में पनाह दी थी और काफी दिनों तक शाहरुख उनके घर पर ही टिके रहे।
‘अमृत‘ था पहला घर
मुंबई में ‘अमृत’ शाहरुख का पहला घर है जहां वो अपनी पत्नी गौरी के साथ रहा करते थे। हालांकि जब शाहरुख के पास पैसे आ गए तो वो यह यहां से शिफ्ट हो गए थे। शाहरुख को उस घर से बेहद लगाव था और उन्हें हर किसी के घर से लगाव होता है क्योंकि उनकी नजर में हर किसी का घर उसके लिए महल होता है।
चौथा सबसे महंगा घर है मन्नत
कभी मुंबई की सड़को पर रात गुजारने वाले के पास आज उसी शहर में चौथा सबसे महंगा घर है।दरअसल शाहरुख को समुद्र के पास यानि (सी-फेस) घर चाहिए था और उनकी मन्नत समुद्र के पास ही है। मन्नत भारत का चौथा सबसे महंगा घर माना जाता है। शाहरुख के घर की कीमत फिलहाल 2000 करोड़ रुपए के करीब है।
एक विला और आइलैंड के मालिक हैं शाहरुख
किंग खान, जैसा नाम वैसा काम. शाहरुख का मुंबई स्थित घर ‘मन्नत’ दुनिया के सबसे मंहगे घरों में से एक है। किंग की तरह रहने वाले शाहरुख ने अपनी लग्जरी लाइफ को और आलीशान बनाने के लिए दुबई में एक विला भी लिया है। 14000 स्क्वाॅयर फ़ीट वाले इस विला में 6 बेडरूम और 2 कार गैराज हैं। शाहरुख ऐसा करने वाले इकलौते भारतीय सितारे हैं, इसके साथ ही वो एक पूरे आइलैंड के मालिक हैं।…Next
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