मशहूर अभिनेत्री हेमा मालिनी और बॉलीवुड के हीमैन धर्मेंद्र की प्रेमकहानी बहुत ही रोचक है। इन दोनों स्टार्स के जीवन की कुछ ऐसी कहानियां हैं जो लोगों के सामने आते ही सुर्खियां बन गईं। बावजूद कुछ ऐसे किस्से भी हैं जो इनके न चाहते हुए भी चर्चा में आ गए और इनके बीच टीस बनकर रह गए। यह दोनों स्टार्स चाहते थे कि वह देवदास और पारो की प्रेमकहानी को पर्दे पर जिएं लेकिन यह संभव नहीं हो सका। आईए जानते हैं हेमा मालिनी और उनकी जिंदगी के कुछ रोचक किस्से।
11वीं में ही हिरोइन बनी हेमा
हेमा मालिनी शुरुआत से ही हिरोइन बनने का सपना देखती थीं। वह चेन्नई के स्कूल से पढ़ने के दौरान ही स्टेज परफॉर्मेंस का हिस्सा बनने लगी। इससे एक्टिंग करने का जज्बा उनके अंदर बचपन से विकसित होने लगा। 10वीं कक्षा तक पहुंचते पहुंचते हेमा मालिनी को फिल्मों में अभिनय करने के लिए ऑफर मिलने लगे। हेमा के करीबी लोगों के अनुसार वह जब 11वीं कक्षा में पहुंची तो उन्हें अपनी पढ़ाई रोकनी पड़ी क्योंकि इस दौरान वह एक फिल्म की शूटिंग में बिजी हो गईं।
राजकपूर की भविष्यवाणी हुई सच
हेमा मालिनी ने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत तेलुगू फिल्म इंडस्ट्री से की। परंपरागत नृत्यों में पारंगत हो चुकी हेमा मालिनी को तेलुगू फिल्म पांडव वनवासन में काम करने का मौका मिला। इस फिल्म में वह एक नृत्यांगना के किरदार में नजर आईं। यह फिल्म उनके लिए बेहद खास रही क्योंकि वह उस वक्त के सबसे पॉपुलर अभिनेता राजकपूर के अपोजिट थीं। हेमा मालिनी के काम को देखकर राजकपूर ने भविष्यवाणी करते हुए कहा था कि वह बड़ी होकर मशहूर अभिनेत्री बनेंगी और बॉलीवुड में उनके अभिनय का सिक्का चलेगा। बाद में ऐसा हुआ भी।
धर्मेद्र ने धर्म बदलकर किया विवाह
करियर के शुरुआती दिनों में ही हेमा मालिनी और धर्मेंद्र से अफेयर की चर्चाएं तेज हो गईं। इस दौरान दोनों की जोड़ी को बॉलीवुड में खूब पसंद किया जा रहा था और दोनों की फिल्में धड़ाधड़ हिट हो रही थीं। इस बीच दोनों के बीच प्यार हो गया। हेमा ने अपनी किताब में जिक्र किया है कि पहले हेमा ने कभी भी धर्मेंद्र से शादी करने के बारे में नहीं सोचा था। हालांकि बाद में दोनों ने शादी का फैसला किया। 21 अगस्त 1979 को धर्मेंद्र ने धर्म बदला और अपना नाम दिलावर खान रख हेमा से निकाह कर लिया, ताकि उन्हें अपनी पहली पत्नी प्रकाश कौर को तलाक़ ना देना पड़े।
देवदास और पारो बनने की हसरत अधूरी
अभिनेत्री हेमा मालिनी और धर्मेंद्र के इस रिश्ते को भुनाने के लिए हर निर्देशक उन पर रोमांटिक फिल्म बनाने की कोशिशों में जुटा हुआ था। इस कड़ी में हेमा मालिनी और धर्मेंद को मशहूर बंगाली साहित्यकार शरतचंद्र चट्टोपाध्याय के नॉवेल देवदास पर बेस्ड फिल्म बनाने की तैयारी शुरू हो गई। इस टॉपिक पर गुलजार ने फिल्म बनाने का ऐलान किया। इस फिल्म में धर्मेंद्र को देवदास और हेमा मालिनी को पारो की प्रेम कहानी को जीना था। फिल्म में चंद्रमुखी शर्मिला टैगोर बनने वाली थीं। हेमा मालिनी और धर्मेंद्र को देवदास की प्रेमकहानी जीने का मौका मिला तो दोनों के बीच अफेयर का बाजार और गर्म हो गया। फिल्म की स्क्रिप्टिंग, कास्टिंग, शूटिंग शेड्यूल शूटिंग की शुरुआत हुई, लेकिन कुछ कारणों के चलते मेकर्स ने फिल्म को बंद कर दिया। इसके चलते इन दोनों की पर्दे पर आने वाली देवदास की शक्ल में अनोखी प्रेम कहानी दर्शकों के सामने नहीं आ सकी।…Next
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