एक सच्चा हमसफर पास हो और आपकी जिंदगी के हर मुश्किल समय में आपके साथ खड़ा रहे यह सपना हर लड़की देखती है. पर क्या आप जानते हैं कि लता दी ने कभी ऐसा सपना अपनी आंखों में भरा ही नहीं या यह कहें कि वक्त ने कभी उन्हें ऐसा सपना देखना का मौका ही नहीं दिया.
जब भी लता दी किसी भी समारोह में जातीं तो अधिकांश पत्रकार उनसे एक ही सवाल करते कि ‘उन्होंने आज तक शादी क्यों नहीं की या फिर क्या उन्हें कोई भी व्यक्ति उनका हमसफर बनने लायक नहीं लगा’?. लता दी इस बात का जवाब कुछ यूं देतीं कि ‘घर के सभी सदस्यों की ज़िम्मेदारी उन पर थी. ऐसे में कई बार शादी का ख्याल आता भी तो उस पर अमल नहीं कर सकती थीं.बेहद कम उम्र में ही वो काम करने लगी थीं और उनके पास बहुत ज्यादा काम रहता था.सोचा कि पहले सभी छोटे भाई बहनों को व्यवस्थित करदूं फिर कुछ सोचा जाएगा. थोड़े समय बाद बहन की शादी हो गई और उनके बच्चे हो गए. उन्हेंसंभालने की जिम्मेदारी भी उन पर ही आ गई और इस तरह से वक्त निकलता चला गया’.
लता दी के निजी जीवन से जुड़ी बातों को लेकर हमेशा लोगों में उत्साह रहता था इसलिए जब उनके प्यार को लेकर चटपटी दुनिया के बाजार में खबरें उड़ीं तो अधिकांश मीडिया ने तो उसे बेचा ही पर लोगों ने भी इस खबर को बड़ी मात्रा में खरीदा. लंबे समय के बाद भी लता मंगेशकरको हमेशा ही कहते हुए सुना था कि वो गायकी से प्यार करती हैं पर एक दिन असम के एक स्थानीय चैनल को दिए गए इंटरव्यू में भूपेन हजारिका की पत्नी प्रियंवदा पटेल ने कहा कि ‘एक बार कोलकाता एयरपोर्ट पर लता को देखकर वह नाराज हो गई थीं. जब हजारिका ने पटेल से नाराजगी का कारण पूछा तो उन्होंने कहा कि ‘लता ने मुझसे आपको प्यार करने का इजहार किया है. यहां तक कि लता जब भी कोलकाता आती थीं वह हजारिका के तीन बेडरूम में से एक शेयर करती थीं और कई बार वे पूरी रात एक ही कमरे में गुजार देते थे. मुंबई के कई लोगों को लता और हजारिका के अफेयर के बारे में पता था पर हर कोई उनके अफेयर का खुलासा करने से डरता था. हजारिका की मौत के समय वो यही सोच रही थीं कि यदि लता उनके रिश्ते के बीच में नहीं आई होतीं तो उनका तलाक कभी नहीं हुआ होता’.
प्रियंवदा के कहने भर की देरी थी कि लोगों के बीच इस बात को लेकर चर्चा होने लगी कि क्या भूपेन हजारिका के लिए ही लता दी ने आज तक किसी से शादी नहीं की थी. लता दी के भूपेन हजारिका से प्रेम संबंध थे इस बात को लेकर लोगों की उन पर शक की निगाहें इसलिए भी उठ रही थीं क्योंकि भूपेन हजारिका ने अपनी आत्मकथा ‘मोई एती जजाबार’ में मुंबई की एक बड़ी गायिका के अपनी जिंदगी में होने के बारे में लिखा है लेकिन उन्होंने उस बड़ी गायिका का नाम नहीं लिखा था. इसलिए लोगों ने यह मान लिया था कि आत्मकथा ‘मोई एती जजाबार’ में जिस बड़ी गायिका का नाम नहीं लिखा है वो नाम लता मंगेशकर का ही है.
आज लता दी के निजी जीवन से जुड़ी बातों को यूं ही याद नहीं किया जा रहा है. दरअसल आज उनका जन्मदिन है. लता दी का जन्म 28 सितंबर, 1929 को मध्यप्रदेश में इंदौर शहर के एक मध्यम वर्गीय मराठी परिवार में हुआ. लता दी का जीवन बेहद कठिनाइयों भरा रहा. साल 1942 में तेरह वर्ष की छोटी उम्र में ही लता के सिर से पिता का साया उठ गया और परिवार की जिम्मेदारी उनके ऊपर आ गई. इसके बाद उनका पूरा परिवार पुणे से मुंबई आ गया. हालांकि लता को फिल्मों में अभिनय करना जरा भी पसंद नहीं था पर इसके बावजूद भी अपने परिवार की आर्थिक जिम्मेदारी को उठाते हुए उन्होंने फिल्मों में अभिनय करना शुरू कर दिया. आज लता दी 84 साल की हो गई हैं पर अब भी लोग उनके फिल्मी सफर से ज्यादा उनकी निजी जिंदगी के बारे में जानने के लिए उत्साहित रहते हैं.
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