बॉलिवुड में आजकल तो बिपाशा–जॉन, बेबो-सैफ और कैट्रीना-रणबीर के प्यार के चर्चे हर किसी की जुबां पर रहते हैं. लेकिन बॉलिवुड के गलियारों में प्यार की हवा आज से नहीं बल्कि एक लंबे अर्से से बह रही है. जब से यह चमकीली दुनिया चमकनी शुरु हुई है तब से ही सितारों की आपसी जुगलबंदी की दास्तानें सबकी पसंद बनी हुई हैं. बॉलिवुड में आज के जमाने की मस्ती में हम बीते जमाने के प्रेम-पंक्षियों को भूल चुके हैं. बीते समय की कुछेक शानदर जोड़ियों से आपको रूबरू कराने के लिए ही आज का यह ब्लॉग लिखा गया है जिसमें दिलीप कुमार, गुरुदत्त, देवानंद जैसे सितारों की प्रेम कहानी बीते समय में काफी लोकप्रिय रही है जिसमें से कुछ सफल रहीं तो कुछ असफल. आइए डालते हैं एक नजर:
1: दिलीपकुमार-मधुबाला: दिलीप कुमार और मधुबाला के प्यार के बारे में सब जानते हैं. फिल्मी दुनिया में यह जोड़ा अपने प्यार और तकरार के लिए खासा चर्चित रहा है. मधुबाला-दिलीप कुमार ने एक साथ सिर्फ चार फिल्में की. इनमें ‘मुगल-ए-आजम’ (1960) उनकी अंतिम फिल्म है, जिसे लोग इन दोनों की प्रेम कहानी के रूप में ही देखना पसंद करते हैं. मधुबाला भी दिलीप कुमार की तरह भावुक हृदय थीं. दोनों को साथ साथ काम करते करते प्यार हो गया और दिलीप साहब तो उनसे शादी करने पर ही आतुर हो गए पर परिवार की नाराजगी की वजह से ऐसा हो ना सका.
दोनों के प्यार से ज्यादा दोनों के अलग होने के बाद एक-दूसरे पर बनाई गई फिल्में ज्यादा प्रसिद्ध रहीं. बाद में दिलीप कुमार ने सायरा बानो से शादी कर ली और मधुबाला ने किशोर कुमार से.
2: गुरुदत्त-वहीदारहमान: गुरुदत्त ने अपनी पहली फिल्म में वहीदा रहमान को एक निगेटिव रोल देकर फिल्मों में ब्रेक दिया था. इस फिल्म के बाद वहीदा गुरुदत्त के दिलों दिमाग पर कुछ इस तरह से छाईं की उन्होंने अपनी अगली कई फिल्में उन्हीं के साथ बनाई. प्यार के गुलदस्ते में खिलने वाला गुरुदत्त और वहीदा के प्यार का अंत बेहद निराशाजनक रहा था. इनके प्यार को तो सबने पर्दे पर देखा पर दोनों की नजदीकियों की वजह से जो दूरियां बनीं उसे शायद कोई देख नहीं सका है.
वहीदा का प्यार हासिल ना कर पाने से दुखी गुरुदत्त की आत्महत्या को आज तक इस अधूरी प्रेम कहानी से जोड़कर देखा जाता है.
3: दिलीपकुमार-वैजयंतीमाला: दिलीप कुमार के साथ वैजयंती माला ने अद्भुत सफल ऑन-स्क्रीन जोड़ी बनाई और उनके साथ ‘नया दौर’, ‘गंगा-जमुना’ और ‘मधुमती’ जैसी हिट फिल्मों में दिखीं. बॉलिवुड के ट्रेजडी किंग दिलीप कुमार ने बतौर निर्माता अपनी पहली फिल्म ‘गंगा जमुना’ में अपने अपोजिट वैजयंती माला को साइन किया. पहली ही फिल्म में वैजयंती माला का जादू दिलीप कुमार के मन मस्तिष्क पर काफी गहराई से पड़ा. और यही वजह थी कि वह हर निर्माता से उन्हें ही अपनी फिल्म की नायिका बनाने के बारे में बोलते थे.
4: अमिताभ-रेखा: बॉलिवुड में रेखा और अमिताभ की जोड़ी को जब जब पर्दे पर लोगों ने एक साथ देखा उन्हें दोनों की नजदीकियां ही सबसे ज्यादा दिखीं. मुकद्दर का सिकंदर, खून पसीना, मिस्टर नटवर लाल जैसी फिल्मों में रेखा और अमिताभ ने एक साथ धूम मचाई. दोनों को ऑन स्क्रीन और ऑफ स्क्रीन एक साथ देखना दर्शकों को बहुत पसंद था. लेकिन अमिताभ और जया की शादी और फिल्म सिलसिला के बाद दोनों के रास्ते बिलकुल जुदा हो गए. आज हालात यह हैं कि दोनों एक दूसरे से आंख भी नहीं मिलाते.
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