बॉलिवुड में इस समय कई अभिनेताओं का सिक्का बहुत चलता है लेकिन इस सभी अभिनेताओं में बॉलिवुड के खानों की बात ही अलग है. और तीनों खानों में से सलमान खान का नाम आप आज के हिरो के रुप में सकते हैं. युवा पीढ़ी उनकी दीवानी है, लेकिन यह पीढ़ी सलमान की गंभीर मुद्रा को झेलने की ताकत जरा भी नहीं रखती. यह उनके मस्तमौला अंदाज और मसखरापन को पसंद करती है. उनके संवाद को, जो आम बोलचाल वाली है, युवा पीढ़ी खूब पसंद करती है, भले ही वह कुछ समय बाद भुला दी जाए, लेकिन हॉल में बैठे दर्शकों का पैसा तो वसूल हो ही जाता है. मसलन, एक बार कमिटमेंट करने के बाद मैं खुद की भी नहीं सुनता.., कंफ्यूज हो जाओगे कि सांस कहां से लें और.. आदि.
जहां एक और आमिर खान अपने काम में निपुणता के लिए जाने जाते हैं वहीं शाहरुख अपने रोमांटिक किरदार के लिए लोगों के बीच मशहुर हैं लेकिन दोनों एक सीमित दायरे के लोगों को ही आकर्षित करते हैं लेकिन सलमान खान का जादु हर वर्ग के लोगों पर समान रुप से पड़ता है. नई पीढ़ी उनके स्टाइल को कॉपी करती है तो बड़ों को सलमान का मजाकिया अंदाज पसंद आता है. सलमान जिस तरह के कैरेक्टर अपनी फिल्मों में करते हैं असल जिंदगी में भी उनका कैरेक्टर वैसा ही होता.
ऐसे भी थे सलमान : Bollywood Actor Salman Khan
सलमान खान 1989 में आई फिल्म मैंने प्यार किया से चर्चा में आए. इससे पहले वे फिल्म बीवी हो तो ऐसी में छोटी भूमिका में थे. उस फिल्म में सलमान खान थे यह लोगों को तब पता चली जब ‘मैंने प्यार किया’ सफल हुई और उसके बाद लोगों ने टीवी या सिनेमा हॉल में फिल्म ‘बीवी हो तो ऐसी’ को देखा. आज सलमान ने बतौर हीरो काफी फिल्में कर ली हैं. इनमें से कुछ को सुपर सफलता, कुछ को सफलता और कुछ को असफलता मिली, लेकिन सच मानें तो इन फिल्मों में सलमान क्या थे? क्या उनकी वजह से फिल्मों ने कामयाबी पाई? इस बारे में खुद सलमान भी शायद ही बता पाएं. वैसे भी ‘मैंने प्यार किया’, ‘हम आपके हैं कौन’, ‘हम साथ साथ हैं’ में सलमान को सिर्फ चरित्र के तौर पर पेश किया गया था न कि एक ऐसे हीरो के रूप में जो फिल्म को हिट करा दे.
आज का सलमान : Best of Salman Khan
आज सलमान का फिल्मों में होने का मतलब वाकई सलमान खान का होना है. वे सही में क्या हैं, यह बात देखने को मिली इधर की आई कुछ फिल्मों में यानी वांटेड के बाद. वे वांटेड के बाद दबंग और उसके बाद रेडी में सही में सलमान खान की तरह आए. उसी सलमान की तरह, जो दिल का सच्चा है, बोलते समय बहुत ज्यादा नहीं सोचता, अपने दिल में एक बच्चे को हमेशा छिपाए रखता है और जब मारपीट करने की नौबत आती है, तो जुनून की हद तक जाता है और किसी को भी उखाड़ फेंकता है.
सच तो यह है कि आज की पीढ़ी को सलमान और इन फिल्मों के चरित्रों में कोई फर्क नजर नहीं आता. वे इन फिल्मों में असली सलमान खान को देखते हैं, इसीलिए इन फिल्मों ने सफलता पाई. कह सकते हैं कि इन सफल फिल्मों में अंतर क्या है? जवाब आएगा, कुछ भी नहीं. यह फिल्में सिर्फ सलमान खान के मस्त कैरेक्टर की वजह से ही चली हैं. वांटेड, दबंग और रेडी में इतनी समानता है कि अगर कोई दुसरा अभिनेता इन फिल्मों को करता तो दर्शक एक के बाद दुसरी फिल्म शायद ही देखने जाते पर यह सलमान का ही जादु है कि यह तीनो फिल्में हिट रही हैं.
बढ़ती उम्र बढ़ता क्रेज : Salman Khan
कहते हैं कि फिल्मी दुनिया में बतौर हीरो आने के लिए उम्र काफी मायने रखती है. आज के कई हीरो ऐसे हैं जिनकी उम्र जल्दी ही पचास की हो जाएगी, लेकिन वे नए हीरोज के साथ बने हुए हैं. सलमान भी उन्हीं में से एक हैं. वे अभी बॉलीवुड के सही मायने में सितारा नहीं, ध्रुवतारा बने हुए हैं. उनके कई साथी और समकालीन हीरो इस उम्र में उनकी सफलता से चकित हैं. यहां एक बात खास यह भी है कि सलमान जिन अदाओं के जरिए आज लोगों का दिल जीतने में कामयाब हुए हैं, उसमें अहम भूमिका निभाई है छोटे पर्दे ने भी. वे ‘दस का दम’ और ‘बिग बॉस’ आदि के जरिए घर में बैठे दर्शकों के दिल में भी समा गए. उनका स्टाइल उन्हें घर घर का हीरो बनाता है.
दरियादिल सलमान
सलमान खान को लेकर अक्सर लोगों में चर्चा होती है कि वे सनकी हैं. यह कहना जितना आसान है, समझना उतना ही मुश्किल. सलमान जो भी करते हैं, इंसान की तरह करते हैं और सबसे अच्छी बात तो यह है कि वे किसी बात को छिपाते नहीं. हालांकि अब उन्होंने समय से कुछ सीखा है और उसे अमल में लाने की कोशिश भी पूरा-पूरा करते हैं, लेकिन जब भी सलमान अपने असली हाव-भाव को छुपाने की कोशिश करते हैं तो पकड़े जाते हैं. सलमान को जानने वाले नजदीकी यह कहते नहीं थकते कि वे कितने विनम्र और दिल से दरियादिल हैं. उनकी विनम्रता कई बार उनसे मिलने वाले को अचंभे में डाल देती है.
ध्यान फिगर पर : Salman Khan’s Body
बॉलीवुड के तमाम हीरोज ऐसे हैं, जिन्होंने अपने समय में अपनी फिगर पर ध्यान नहीं दिया. आज वे भले ही इस बात को मानते हैं और खुद को फिट रखने के लिए जिम जाना नहीं भूलते. यह बात दिलीप कुमार से लेकर अमिताभ बच्चन तक के दौर में देखी गई, लेकिन सलमान के साथी कलाकारों में कम ही ऐसे हैं, या सिर्फ सनी देओल ही एक ऐसे हैं, जिन्होंने अपनी फिगर को बनाए रखा है. दूसरे अन्य अभिनेताओं ने समय के साथ या फिल्म के चरित्र के हिसाब से अपनी फिगर बनाई. सलमान यहां अकेले ऐसे हीरो हैं, जो ,बीवी हो तो ऐसी, में भी जिमिंग करते दिखे और आज भी वे अपनी फिगर के दम पर लोगों के दिल में बसे हुए हैं.
मददगार और पेशेवर सलमान
तमाम ऐसे कलाकार मिल जाएंगे बॉलीवुड में, जिनका भला सलमान ने किया हो. ऐसे तमाम किस्से उनकी हर फिल्म से जुड़ते हैं. चाहे हिमेश रेशमिया हों या साजिद-वाजिद, मुदस्सर खान हों या कट्रीना कैफ या फिर जरीन खान. कई ऐसे साथी लोग हैं, जो किसी भी वक्त उनके कहे का पालन करने से नहीं हिचकते. आज उनकी फिल्मों की सफलता का प्रतिशत अन्य हिरोज की फिल्मों से काफी बेहतर है, इसलिए भी ऐसा हो सकता है, लेकिन यही बात कम बड़ी नहीं कि आज के समय में आपके साथ कुछ लोग हैं.
सामाजिक-धर्मनिरपेक्ष सलमान
सलमान खान अभिनेता ही नहीं, सामाजिक सरोकार से लबरेज इंसान भी हैं. उनका एनजीओ बीइंग चूमन (Being Human) जरूरतमंदों के लिए संजीवनी है. इसके लिए तमाम लोग अपनी मदद देते हैं. इस काम से धर्म कमाने वाले सलमान धर्मनिरपेक्षता के लिए भी जाने जाते हैं. वे किसी भी धर्म के प्रति उदार सोच रखते हैं और सभी में यकीन रखते हैं. उनका घर खुद एक ऐसा मंदिर है, जहां सभी धर्मो का वास है. पिता मुसलमान तो मां ठकुरानी और क्रिश्चियन, भाभी मलाइका अरोड़ा पंजाबी और बहनोई पंडित. उनके घर में सभी धर्मो के देवताओं की पूजा होती है. किसी को कोई ऐतराज नहीं है.
सलमान खान की आने वाली फिल्में (Salman’s Upcoming Movies)
सलमान की आने वाली फिल्मों की लिस्ट काफी लंबी है. उनकी सफलता ने उन्हें ये तमाम फिल्में दिलवाई हैं. दर्शकों के चाहने की वजह से निर्माता उन पर मेहरबान हैं. वे इन फिल्मों में कैसे लुक और रोल में दिखेंगे, यह तो नहीं मालूम, लेकिन इतना तय कि सलमान इनमें अपने अंदाज वाले रोल में ही नजर आएंगे. वे करीना कपूर के साथ फिल्म ‘बॉडीगार्ड’, सोनाक्षी सिन्हा के साथ ‘किक’ और ‘दबंग 2’, कट्रीना कैफ के साथ ‘एक था टाइगर’ में दिखेंगे. पिछले दिनों चर्चा हुई उन्होंने नो एंट्री में एंट्री साइन की है, जिसके लिए दस करोड़ की राशि मिली है.
साभार: जागरण याहू
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