बॉलिवुड की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यहां सितारों को जगमगाने का मौका तो मिलता है लेकिन जरा सी असफलता इन सितारों को कब वापस जमीन पर ले आती है किसी को पता तक नहीं चलता. शाइनी अहुजा भी एक ऐसे ही सितारे का नाम है जिसने बॉलिवुड में अपनी पहचान तो बनाई लेकिन बस कुछ ही सालों में उनकी चमक फीकी पड़ने लगी.
शाइनी अहुजा का शुरुआती जीवन
15 मई, 1974 को नई दिल्ली में जन्में शाइनी अहुजा का वास्तविक नाम रोशन अहुजा है. उनके पिता भारतीय सेना में कार्यरत थे. रांची स्थित सेंट जेवियर स्कूल से अपनी शुरुआती पढ़ाई पूरी करने के बाद शाइनी अहुजा ने दिल्ली के आर्मी पब्लिक स्कूल से आगे की पढ़ाई पूरी की. आर.वी. कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग (बंगलूरू) में पढ़ाई के दौरान ही शाइनी अहुजा ने थियेटर में काम करना शुरू कर दिया था. उन्होंने नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा से भी कई वर्कशॉप लिए. इसके बाद वह टैग नामक एक थियेटर ग्रुप में शामिल हुए जहां उन्हें प्रतिष्ठित थियेटर निर्देशक बेरी जॉन मिले. 1999 के आसपास वह दिल्ली छोड़कर मुंबई आ गए.
शाइनी अहुजा का कॅरियर
बॉलिवुड में प्रवेश करने से पहले शाइनी अहुजा ने कई विज्ञापनों और म्यूजिक एलबम में काम लिया था. 2005 में प्रदर्शित हुई फिल्म हजारों ख्वाहिशें ऐसी शाइनी अहुजा की पहली फिल्म है. इस फिल्म के लिए शाइनी अहुजा को सर्वश्रेष्ठ नवोदित कलाकार के लिए फिल्मफेयर, स्टारडस्ट, IIFA, जी सिने अवॉर्ड पुरस्कार दिए गए. महेश भट्ट की फिल्म गैंगस्टर में भी उन्होंने एक सशक्त भूमिका निभाई.
शाइनी अहुजा की अन्य चर्चित फिल्मे हैं लाइफ इन ए मेट्रो, भूल भुलैया, खोया खोया चांद, वो लम्हें.
शाइनी अहुजा ने अनु पांडे नामक महिला से विवाह किया था, इन दोनों की एक बेटी है. वर्ष 2009 में शाइनी अहुजा पर अपनी नौकरानी के साथ बलात्कार करने जैसे आरोप लगे. लेकिन कुछ ही दिनों बाद उनकी नौकरानी ने कोर्ट में यह बयान दे दिया कि शाइनी अहुजा ने उनके साथ बलात्कार नहीं किया. 27 अप्रैल, 2011 को उन्हें बेल पर रिहा किया गया.
क्या फिर शुरू होगा थमा हुआ सिलसिला
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