टीवी पर अगर आप भी ब्रेक के दौरान आने वाले डियो आदि के एड से शर्मिन्दगी महसूस करते हैं और आपको लगता है कि ऐसे विज्ञापन सिर्फ अश्लीलता फैलाने के कुछ और नहीं करते तो आपके लिए एक खुशखबरी है.
टीवी चैनलों को भारतीय सूचना मंत्रालय के तरफ से निर्देश दिया गया है कि डियोड्रैंट में खुलकर हो रहे यौन प्रदर्शन पर पांच दिनों के अंदर रोक लगा दिया जाए. हालांकि मंत्रालय ने किसी कंपनी का नाम नहीं लिया पर साफ तौर पर कहा है कि ऐसे विज्ञापनों से समाज में यह संदेश जाता है कि यह डियो लगाकर पुरुष अधिक कामुक हो जाते हैं और महिलाएं उनकी तरफ खिंची चली जाती हैं.
पिछले काफी समय से इस बात की मांग उठ रही थी कि टीवी पर से इस तरफ से विज्ञापनों को हटाया जाए जिनमें अश्लीलता देखने को मिलती है. अगर हम विज्ञापन की बात करें तो पाएंगे कि एक डियो के विज्ञापन में एक नवविवाहिता अपने कमरे की खिड़की के पास खड़ी है और सामने वाली खिड़की में एक पुरुष यह डियोड्रैंट लगाता है. पुरुष के डियो की खुशबू जब महिला को लगती है तो वह मंत्रमुग्ध हो जाती है और अपने जेवर उतारने लगती है. इसी तरह एक विज्ञापन में दिखाया जाता है कि एक पुरुष अपने कमरे में डियो लगा रहा होता है और महिला बच्चों के साथ आंख मिचौली खेल रही होती है लेकिन जैसे ही उसे पुरुष द्वारा लगाए गए डियो की खुशबू आती है वह भी मंत्रमुग्ध हो जाती है.
इस तरह के विज्ञापन द्विअर्थी हैं जो समाज में फैलती अश्लीलता को दर्शाते हैं. आज भारत में अधिकतर युवा और बच्चे टीवी देखते हैं जिन पर ऐसे विज्ञापनों का असर जल्दी होता है. ऐसे में मंत्रालय को ठोस कदम उठाने ही थे जो उसने उठाए भी लेकिन काफी देरी से. खैर हम तो यही कहेंगे देर आए दुरुस्त आए.
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