एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में हर किसी का एक दौर होता है। यहां ट्रेंड बदलते रहते हैं। एक डायरेक्टर कुछ नया लेकर आता है और हिट होने के बाद वह नया ट्रेंड बन जाता है। इन दिनों एक ऐसा ही ट्रेंड चल रहा है यूपी के छोटे शहरों का। बॉलीवुड से लेकर सीरियल्स तक की कहानियां कानपुर, बनारस, बरेली जैसे शहरों पर आधारित बन रही हैं। ये फिल्में दर्शक खूब पसंद भी कर रहे हैं। खास बात यह है कि उत्तर प्रदेश निर्माता-निर्देशकों की पहली पसंद बनता जा रहा है। इसी को देखते हुए यूपी सरकार ने भी इन्हें कुछ रियायतें दी हैं और कुछ और रियायतें देने पर विचार किया जा रहा है। आइये आपको बताते हैं कि क्या है पूरा मामला।
छोटे शहरों में बनी फिल्में आईं पसंद
यूपी के छोटे शहरों में शूट की गई फिल्मों की लिस्ट लंबी है। इनमें ‘टाॅयलेट एक प्रेम कथा’, ‘शादी में जरूर आना’, ‘बरेली की बर्फी’, ‘जॉली एलएलबी-2’ ऐसी ही फिल्में हैं, जिनकी शूटिंग छोटे शहरों में हुई। ये फिल्में दर्शकों को खूब पसंद आईं। वहीं, जल्द आने वाली फिल्में ‘मुल्क’, ‘रेड’ और ‘बब्बू बैचलर’ की शूटिंग के लिए भी बॉलीवुड के बड़े निर्माता-निर्देशक उत्तर प्रदेश आए थे। दक्षिण भारत के निर्माता-निर्देशक भी बनारस के घाटों की सुदंरता कैमरे में कैद करने के लिए आ रहे हैं। मलयालम फिल्म के सुपर स्टार मोहन लाल अपनी फिल्म के लिए और एक तेलुगू फिल्म के लिए आशुतोष राणा व पूजा हेगड़े इसी साल वाराणसी आए थे।
लखनऊ में जुटे थे सितारे
प्रदेश की राजधानी लखनऊ में फिल्म ‘मुल्क’ की शूटिंग कुछ दिनों पहले ही पूरी हुई है। इसके लिए निर्देशक अनुभव सिन्हा पिछले महीने करीब 25 दिन लखनऊ में रहे। उनके साथ ‘मुल्क’ के कलाकार ऋषि कपूर, आशुतोष राणा, प्रतीक बब्बर, रजत कपूर और अभिनेत्री तापसी पन्नू भी वहां थे। वहीं, अजय देवगन और इलियाना डिक्रूज की फिल्म ‘रेड’ की शूटिंग अभी भी शहर में चल रही है। माना जाता है कि प्रदेश में छोटे शहरों की कहानियों के लिए शानदार लोकेशन हैं। लखनऊ में थियेटर आर्टिस्ट उपलब्ध रहते हैं और यूपी में शूटिंग कम खर्च में हो जाती है। इसी वजह से यूपी के छोटे शहरों की ओर निर्माता-निर्देशक आकर्षित हो रहे हैं।
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छोटे शहरों की कहानियों के लिए हैं शानदार लोकेशन
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यूपी की ओर एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री के झुकाव पर प्रदेश के प्रमुख सचिव (सूचना) अवनीश अवस्थी का कहना है कि प्रदेश में शूटिंग के लिए फिल्म निर्माता-निर्देशकों को सहायता और सहूलियतें पहले से बेहतर कर दी गई हैं। खबरों की मानें, तो अवनीश ने कहा है कि अब निर्माता-निर्देशकों को और अधिक सुविधाएं मिलेंगी। यूपी सरकार अब फिल्मों को जीएसटी के साथ टैक्स फ्री करेगी। इसके अलावा फरवरी में उत्तर प्रदेश में होने वाले निवेशकों के शिखर सम्मेलन (इन्वेस्टर्स मीट) में सरकार प्रदेश में फिल्मों की शूटिंग करने वाले निर्माता-निर्देशकों के लिए और अधिक राहत व आकर्षक योजनाएं पेश करेगी। इसी के तहत इस बार गोवा में हुए इस साल के सबसे बड़े फिल्म फेस्टिवल IFFI-2017 में निर्माता-निर्देशकों को उत्तर प्रदेश में आकर फिल्मों की शूटिंग करने के लिए प्रोत्साहित किया गया…Next
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