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[FIFA World Cup] “फाइनल मुकाबले में भविष्यवाणियों के बीच स्पेन की जीत”

FIFA 2010
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11 जुलाई दक्षिण अफ़्रीका. जोहांसबर्ग का सॉकर सिटी जहाँ सजा था फुटबॉल जगत का सबसे बड़ा मंच फीफा विश्व 2010 का फाइनल मुकाबला. FBL-WC2010-MATCH64-NED-ESP31 दिन और 63 मैचों के बाद 32 टीमों से केवल दो टीमें ही सौभाग्यशाली रहीं जो आज इतिहास बनाने के लिए आमने-सामने थीं. एक तरफ़ थी विश्व फुटबॉल जगत की सबसे दुर्भाग्यशाली टीम नीदरलैंड जो फीफा विश्व कप के फाइनल में तीसरी बार पहुंची थी परन्तु उसने एक बार भी यह ट्राफी नहीं उठाई थी लेकिन इस बार नीदरलैंड ने 2010 के विश्व कप में अपने सभी मैच जीते थे और यही वह टीम थी जिसने क्वार्टर फाइनल में ख़िताब के सबसे प्रबल दावेदार ब्राज़ील को बाहर का रास्ता दिखाया था. फीफा विश्व कप के फाइनल में दूसरी टीम थी 2008 की यूरो कप विजेता स्पेन. स्पेन जो हमेशा से अच्छी टीम रही है परन्तु जब-जब विश्व कप की बात आती है तब-तब स्पेन का प्रदर्शन हमेशा खराब रहा है. परन्तु नाक आउट दौर में जर्मनी और पुर्तगाल जैसे शक्तिशाली टीमों को बाहर करने वाली स्पेन की इस टीम से बहुत आशाएं थी.


ओरेकल या मणि


शायद इस बार के फुटबॉल विश्व कप में खिलाड़ियों से ज़्यादा शोहरत मैच की भविष्यवाणी करने वाले जर्मनी के ऑक्टोपस ओरेकल और सिंगापुर के तोते मणि ने पाई है. मैच से पहले उनके द्वारा की गयी भविष्यवाणी अभी तक गलत नहीं हुई थीं. चाहे वह जर्मनी की हार की भविष्यवाणी थी या फिर अर्जेंटीना की, जिसको इन्होंने चुना वह जीता. परन्तु फाइनल से पहले एक की भविष्यवाणी गलत साबित होने वाली थी क्योंकि ओरेकल ने स्पेन को चुना था और मणि ने नीदरलैंड को.


FBL-WC2010-MATCH64-NED-ESPपीले कार्ड से भरा पहला हाफ


फाइनल मुकाबले के लिए स्पेन और नीदरलैंड दोनों ही टीम में कोई परिवर्तन नहीं किया गया और इस बार भी खराब दौर से गुजर रहे स्पेन के फर्नांडो टोरेस को बेंच पर बिठाया गया. खेल शुरू होते ही स्पेन ने आक्रमण करना शुरू कर दिया और 13 मिनट के अंदर ही स्पेन ने दो बार धावा बोला परन्तु नीदरलैंड के गोलकीपर मार्टेन स्टेकलेनबर्ग की मुस्तैदी ने स्पेन को बढ़त नहीं बनाने दी.


शुरुवाती आक्रमण के बाद शुरू हुआ फीफा विश्व कप का सबसे गंदा खेल. 28 मिनट के अंदर पांच खिलाड़ियों को पीला कार्ड मिल चुका था. नीदरलैंड के खिलाड़ी जानते थे कि स्पेन की जान मिडफील्ड है जहाँ से वह छोटे-छोटे पास के द्वारा आक्रमण करते हैं और पूरे गेम पर नियंत्रण रखते हैं. इस खेल का नमूना नीदरलैंड को स्पेन और जर्मनी के मैच के दौरान मिल चुका था. इस स्थिति को जानते हुए नीदरलैंड के खिलाड़ियों को मिडफील्ड का खेल नहीं खेलने दिया और मज़बूत टैकलों के द्वारा स्पेन के खिअल्दी को पैर भी नहीं ज़माने दिया. एक समय तो ऐसा लग रहा था कि अगर खेल इसी तरह चलता रहा तो शायद कुछ समय बाद दोनों टीमों के आठ-आठ खिलाड़ी ही मैदान में बचेंगे. नीदरलैंड के इस खेल से स्पेन के खिलाड़ी भी आपा खोते दिखे. स्पेनी खिलाड़ियों को देख ऐसा लग रहा था कि उन पर ज्यादती हो रही है परन्तु स्पेनी खिलाड़ी भी पीछे नहीं रहे और उन्होंने भी कुछ खराब टैकल किए जिसके कारण पुयोल सहित रामोस को पीला कार्ड देखना पड़ा. और पहले हाफ के 45 मिनट खत्म होते-होते हम कह सकते हैं कि “गोलरहित पहले हाफ़ में पीले कार्ड और खराब टैकलों का रहा दम”.


FBL-WC2010-MATCH64-NED-ESPदूसरा हाफ में बदली रणनीति


दूसरे हाफ में दोनों टीमों ने अपनी रणनीति में बदलाव लाते हुए आक्रमण की नीति अपनाई. 53वें मिनट में नीदरलैंड को बढ़त बनाने का बहुत ही अच्छा मौका मिला जब उनके खिलाड़ी अर्जेन रॉबेन को गोल करने के लिए सिर्फ स्पेन के गोलकीपर इकेर कासिलस को छकाना था परन्तु स्पेन के गोलकीपर कासिलस को ऐसे ही विश्व का बेहतरीन गोलकीपर नहीं कहा जाता है. उन्होंने रॉबेन की शॉट पर बहुत ही सुंदर बचाव करके नीदरलैंड को बढ़त बनाने से रोका. कुछ ही पलों बाद दूसरी तरफ़ नीदरलैंड के गोलकीपर मार्टेन स्टेकलेनबर्ग ने विला के शॉट को बचा कासिलस के बचाव का ज़वाब दिया. आक्रमणों के बीच दोनों टीमों के खिलाड़ियों को गंदे खेल के लिए पीले कार्ड दिखते रहे और 70वें मिनट तक यह संख्या नौ हो गई थी.


निर्धारित समय से पूर्व दोनों टीमों ने कुछ महत्वपूर्ण बदलाव किए जिसका फायदा शायद स्पेन को ज़्यादा हुआ. पेड्रो की जगह आये नवास ने अपनी गति की बदौलत नीदरलैंड की रक्षापंक्ति की नाक में दम कर दिया और 82वें मिनट में शायद उन्होंने वह मौका ला भी दिया था जिसका सबको बेसब्री से इंतज़ार था परन्तु एक बार फिर नीदरलैंड के गोलकीपर मार्टेन स्टेकलेनबर्ग ने स्पेन को ख़िताब से महरूम किया और निर्धारित समय समाप्त होने के बाद भी कोई टीम गोल नहीं कर पाई.


FBL-WC2010-MATCH64-NED-ESPआक्रमण भरा अतिरिक्त समय


जब अतिरिक्त समय शुरू हुआ तो स्पेन ने मैच जीतने के पूरे प्रयास किए परन्तु अतिरिक्त समय का पहला हाफ खत्म होने के पश्चात भी कोई भी टीम गोल करने में असमर्थ रही.


अतिरिक्त समय का दूसरा हाफ जब शुरू हुआ तो स्पेन ने अपना आखिरी पासा फेंका और फर्नांडो टोरेस को मैदान पर उतारा. दूसरे हाफ में नीदरलैंड को झटका तब लगा जब उनके रक्षापंक्ति के खिलाड़ी जॉनी हीटिंगा को रेफ़री ने लाल कार्ड दिखा बाहर का रास्ता दिखा दिया.


FBL-WC2010-MATCH64-NED-ESP-TROPHYइनिएस्ताद का कमाल


मैच के 116वें मिनट में स्पेन ने आक्रमण बनाया और टोरेस ने डी के अंदर फुटबॉल इनिएस्ताम को खिलायी जिसपर उन्होंने कोई गलती नहीं की और गोल कर स्पेन को इतिहास रचने की तरफ़ अग्रसर किया. मैच में और कोई गोल नहीं हुआ और स्पेन ने यह मुकाबला 1-0 से जीत लिया.
फीफा विश्व कप जीतने के बाद स्पेन ने इतिहास रचा और 1974 में जर्मनी के बाद दूसरी टीम बन गयी जिसने यूरो कप और विश्व कप ख़िताब एक साथ जीता.


This blog is about the FIFA Football World Cup Final Match played between Spain and Netherland at the Soccer City stadium Johannesburg South Africa. The whole match was played in high tempo with both the teams engaged in some harsh tackles. In the whole match 17 yellow and 1 red cards were shown to both the teams’ players. None of the team was able to score in the 90 minute match so the match moved to the extra time were 116th minute strike from Andrea Inesta proved decisive for Spain who ultimately won by a goal to nil.

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