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फीफा विश्व कप का आज 13वां दिन था. अभी तक खेले गए 36 मुकाबलों में कई उलटफेर देखने को मिले. कहीं फ्रांस विश्व कप से बाहर हो गया तो कहीं स्पेन जैसे प्रबल दावेदार को अपने पहले ही मुकाबले में हार का मुंह देखने को मिला. कहीं दर्शकों में वुवुज़ीला द्वारा मचाये गए कोलाहल के प्रति विरोध दिखा, तो कहीं खिलाड़ियों द्वारा इस बार की जुबुलानी फुटबॉल गेंद के प्रति नाराज़गी. इसी बीच इंग्लैंड के ग्रीन और घाना के रिचर्ड किंगस्टिन ने ऐसे पलों के नज़ारे करवाए मानो वह अपने देश के सबसे बड़े दुश्मन हों. लेकिन इन सब के बीच जो चीज़ सबसे आगे खड़ा रहा वह था फुटबॉल का यह खेल.
हम भारतीय क्रिकेट को धर्म की तरह मानते हैं परन्तु अगर हम विश्व स्तर पर खेलों की लोकप्रियता की बात करें तो कोई भी खेल फुटबॉल का मुकाबला नहीं कर सकता. अगर क्रिकेट भारत में धर्म है तो विश्व में फुटबॉल धर्म है इसका उदाहरण हमें इस बात से भी पता चलता है कि “फ्रांस के विश्व कप से बाहर होने पर ऐसा बबाल मचा कि वहाँ के राष्ट्रपति को हस्तक्षेप करना पड़ा.
ग्रुप डी का संग्राम
जैसे-जैसे फीफा विश्व कप आगे बढ़ता जा रहा है वैसे-वैसे टीमों में अगले दौर में जाने की जद्दोजहद तेज होती जा रही है. ऐसी ही जद्दोजहद ग्रुप डी में भी देखने को मिली. विश्व कप से पहले यह अंदाज़ था कि इस ग्रुप से इंग्लैंड आसानी से अगले दौर के लिए क्वालीफाई कर जाएगा. जबकि बाकी की तीन टीमें यूएसए, अल्जीरिया और स्लोवानिया में अगले दौर में जाने के लिए कड़ी जंग होगी और इस में भी यूएसए का पलड़ा सबसे भारी था परन्तु फुटबॉल तो अनिश्चिताओं का खेल है कुछ भी कहना अँधेरे में सूई ढूंढ़ने जितना कठिन होता है.
अभी तक हुए ग्रुप डी के मुक़ाबलो में भी कुछ ऐसा ही देखने को मिला जहाँ इंग्लैंड और यूएसए ने अपने दोनों मुकाबले ड्रा खेले वहीं स्लोवानिया ने एक मुकाबला जीता और दूसरा मुकाबला ड्रा रहा. ग्रुप की चौथी टीम अल्जीरिया ने एक मुकाबला ड्रा खेला और दूसरे में उसे हार का मुंह देखना. अब इस ग्रुप का हाल ऐसा था कि जो जीतेगा वह अगले दौर में पहुंचेगा इसलिए सभी टीमों के लिए अंतिम मुकाबले बहुत महत्वपूर्ण हो गए थे. ग्रुप डी के आज दोनों मुकाबले एक साथ खेले गए. इंग्लैंड और स्लोवानिया के बीच मुकाबला नेल्सन मंडेला बे स्टेडियम, पोर्ट एलिजाबेथ में खेला गया वहीं यूएसए और अल्जीरिया के बीच मुकाबला लाफ्टस वर्सफेल्ड स्टेडियम, प्रिटोरिया में खेला गया
इंग्लैंड बनाम स्लोवानिया
इंग्लैंड के कोच और सभी खिलाड़ी जानते थे कि अभी तक उनका प्रदर्शन निराशा जनक रहा है लेकिन कुछ भी कर के आज उन्हें जीतना ही होगा. दूसरी तरफ़ स्लोवेनिया के लिए अगले दौर में जाने के लिए ड्रा काफ़ी था. आज इंग्लैंड के कोच फाबियो कापेलो ने टीम में बदलाव करते हुए स्ट्राइकर हेस्की की जगह जर्मेन डिफॉय को मौका दिया. इंग्लैंड की तरफ़ से स्टार खिलाड़ी रूनी पर गोल करके इंग्लैंड को जिताने की ज़िम्मेदारी थी क्योंकि अभी तक रूनी अपने रंग में नहीं दिखे थे.
मैच की शुरुआत से ही इंग्लैंड ने स्लोवानिया पर दबाव बना रखा था जिसका फायदा उनको 25वें मिनट में मिला जब डिफॉय ने जेम्स मिलनेर के क्रास को गोल में तब्दील कर इंग्लैंड को बढ़त दिला दी जो पहले हाफ तक कायम रही. दूसरे हाफ के शुरुआती पलों में डिफॉय को एक और सुंदर मौका मिला लेकिन वह इस बार गोल करने से चूक गए. थोड़ी देर बाद रूनी को भी मौका मिला लेकिन इस बार उनके सामने गोल पोस्ट आ गया. इसके बाद रूनी कुछ खिन्न दिखे जिसके कारण कोच कापेलो को 72वें मिनट में रूनी को बाहर बुलाना पड़ा और उनकी जगह लेने जोए कोल गए. रूनी के जाने के बाद मानो स्लोवानिया के खिलाड़ियों में जान आ गयी और एक समय सुस्त लग रहे स्लोवानियाई खिलाड़ी एक के बाद एक आक्रमण करने लगे. लेकिन इंग्लैंड की रक्षा पंक्ति भी मुस्तैद थी और अंततः इंग्लैंड ने डिफॉय के गोल की बदौलत यह मैच 1-0 से जीत लिया और इस तरह इंग्लैंड ने अगले दौर के लिए क्वालीफाई कर लिया. परन्तु स्लोवेनिया के साथ क्या हुआ.
यूएसए बनाम अल्जीरिया
ग्रुप डी के दूसरे मुकाबले में यूएसए ने एक बहुत ही रोमांचक मुकाबले में अल्जीरिया को एक गोल से हरा अगले दौर में प्रवेश कर लिया. मैच का एक मात्र गोल अतिरिक्त समय में अमेरिका के पेले कहे जाने वाले स्टार खिलाड़ी लंडन डोनोवन ने किया और इसके साथ अमेरिका को जीत दिलाई. यूएसए की इस जीत का मतलब यह भी हुआ कि स्लोवानिया फीफा विश्व कप से बाहर हो गया.
ओजिल ने लगाई जर्मनी की नय्या पार
ग्रुप ई के अपने अंतिम मुकाबले में जब जर्मनी खेलने उतरी तो उनके साथ उनके स्टार खिलाड़ी क्लोस नहीं थे जो पिछले मैच में लाल कार्ड मिलने के कारण इस मैच में प्रतिबंध झेल रहे थे. आज जर्मनी का मुकाबला घाना से था जिसने सभी अफ्रीकी देशो में अभी तक सबसे अच्छा प्रदर्शन किया था और जिसका अगले दौर में जाना लगभग पक्का था. लेकिन जर्मनी को तो सिर्फ जीत ही अगले दौर में ले जा सकती थी.
पूरा मैच बहुत तेज़ी में खेला गया और दोनों टीमों ने गोल करने के कई मौके गवांए परन्तु इसके बावजूद आज किस्मत जर्मनी के साथ थी. पहले हाफ में एक सुनहरा मौका गवांने के बाद ओजिल ने दूसरे हाफ में मिले मौके को व्यर्थ नहीं जाने दिया और एक शानदार गोल कर जर्मनी को जीत दिलाई.
इस तरह कल खेले गए मुक़ाबलों में इंग्लैंड, यूएसए, जर्मनी और घाना ने अगले दौर के लिए क्वालीफाई कर लिया.
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