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भाजपा के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी ने देश से भ्रष्टाचार मिटाने के संकल्प के साथ बिहार में जयप्रकाश नारायण के जन्मस्थान सिताबदियारा से अड़तीस दिनों की “जन चेतना यात्रा” की शुरुआत की है। भारतीय जनता पार्टी की ओर से इस यात्रा का मकसद देश में व्याप्त घोर भ्रष्टाचार के विरुद्ध जन जागरुकता लाना बताया जा रहा है। इसीलिए इसकी शुरुआत भी भ्रष्टाचार मिटाने और सुशासन की कामना के साथ व्यापक जन संघर्ष का आह्वान करने वाले संपूर्ण क्रांति के जनक जय प्रकाश नारायण के जन्म स्थान से की गई है।
किंतु इस यात्रा को लेकर जारी किए गए भारतीय जनता पार्टी के उद्देश्य पर दो परस्पर विरोधी मत सामने आ रहे हैं जिससे यह सवाल उठ खड़ा हुआ है कि आखिर किसे सही माना जाय और किसे गलत?
इस जन चेतना यात्रा के समर्थकों का मानना है कि कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों की सरकार द्वारा जिस तरह बेलगाम भ्रष्टाचार का खेल खेला जा रहा है उसके प्रति पूरे देश में बड़ी जागरुकता की जरूरत है। समर्थक मानते हैं कि अब सिर्फ सत्ता परिवर्तन ही नहीं बल्कि पूरी व्यवस्था में बदलाव से ही कोई बात बनेगी और इसमें इस प्रकार की जन चेतना यात्रा एक बड़ी भूमिका अदा करेगी।
लेकिन वहीं ऐसे भी लोग हैं जिनका मानना है कि आडवाणी की यह यात्रा महज सत्ता में आने की चाहत को उजागर कर रही है। इस यात्रा के विरोधी साफ-साफ कहते हैं कि आडवाणी ने यह यात्रा अपने आप को प्रासंगिक बना कर आने वाले लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को बहुमत दिलवाने तथा खुद को प्रधानमंत्री पद पर प्रतिष्ठित करवाने के लिए आरंभ की है। इसलिए इस यात्रा का मकसद कहीं से भी भ्रष्टाचार के विरुद्ध जागरुकता फैलाना नहीं है।
ऐसे में भारतीय जनता पार्टी की इस जन चेतना यात्रा के मकसद और इसके निहितार्थों को लेकर देश में व्यापक बहस चल रही है तथा निम्नलिखित सवाल प्रमुखता से उठाए जा रहे हैं:
1. क्या आडवाणी की जन चेतना यात्रा देश को भ्रष्टाचार के खिलाफ जागरुक करने के लिए है?
2. क्या इस यात्रा से भ्रष्टाचार मिटाने में कोई सहायता मिलेगी?
3. क्या यह यात्रा आडवाणी ने खुद को प्रासंगिक बनाए रखने के लिए आरंभ की है?
4. क्या इस यात्रा का अघोषित लक्ष्य भारतीय जनता पार्टी को सत्ता प्राप्ति करवाना है?
जागरण जंक्शन इस बार के फोरम मेंअपने पाठकों से इस बेहद महत्वपूर्ण और संवेदनशील मुद्दे पर विचार रखे जाने की अपेक्षा करता है। इस बार का मुद्दा है:
जन चेतना यात्रा – सुशासन की गुहार या सत्ता का जुगाड़
आप उपरोक्त मुद्दे पर अपने विचार स्वतंत्र ब्लॉग या टिप्पणी लिख कर जाहिर कर सकते हैं।
नोट: 1.यदि आप उपरोक्त मुद्दे पर अपना ब्लॉग लिख रहे हों तो कृपया शीर्षक में अंग्रेजी में “Jagran Junction Forum” अवश्य लिखें। उदाहरण के तौर पर यदि आपका शीर्षक “जन चेतना यात्रा” है तो इसे प्रकाशित करने के पूर्व जन चेतना यात्रा – Jagran JunctionForum लिख कर जारी करें।
2.पाठकों की सुविधा के लिए Junction Forum नामक नयी कैटगरी भी सृजित की गई है। आप प्रकाशित करने के पूर्व इस कैटगरी का भी चयन कर सकते हैं।
धन्यवाद
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