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अक्सर लोग बेहतर अवसर और सुखद भविष्य़ की तलाश में एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाया करते हैं। एक गांव से दूसरे गांव, एक शहर से दूसरे शहर और एक देश से किसी दूसरे देश में रोजी-रोटी व रोजगार के लिए जाने वालों की संख्या निरंतर बढ़ रही है। देश का संविधान भी रोजगार के लिए प्रवास की आजादी देता है। किंतु अभी हाल ही में कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी ने उत्तर प्रदेश के फूलपुर से कांग्रेस के चुनावी अभियान की शुरुआत करते हुए कुछ ऐसा कहा जिसने देश भर में बड़ी बहस को जन्म देने के साथ ही आक्रोश भी उत्पन्न कर दिया। राहुल गांधी ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि “कब तक आप महाराष्ट्र में भीख मांगोगे, पंजाब में जाकर मज़दूरी करोगे?” जिससे श्रम और श्रमिकों की अस्मिता और उनके सम्मान का सवाल खड़ा हो चुका है।
राहुल गांधी के इस कथन पर कांग्रेस के नेताओं का कहना है यह केवल बात कहने का ढंग है और ऐसा कह कर राहुल उत्तर प्रदेश के लोगों को जागरुक करना चाहते हैं। कांग्रेस के कई बड़े नेता इसे एक प्रेरणास्पद वक्तव्य बताते हुए कह रहे हैं कि अब उत्तर प्रदेश की जनता अपने श्रम की कीमत व महत्व को समझेगी।
लेकिन वहीं दूसरी ओर सभी विपक्षी दलों सहित मीडिया व समाज के अन्य तबकों के बीच राहुल गांधी के इस वक्तव्य की बेहद आलोचना व निंदा हो रही है। ऐसे लोगों का कहना है कि राहुल गांधी का यह वक्तव्य ना केवल उत्तर प्रदेश के लोगों की अस्मिता व सम्मान पर चोट करता है बल्कि यह सभी प्रवासी श्रमिकों का घोर अपमान है। राहुल ने ऐसा कह कर श्रम की महत्ता को आघात पहुंचाने के साथ ही क्षेत्रवाद को भी बढ़ावा दिया है।
उपरोक्त पृष्ठभूमि में कुछ ऐसे सवाल जन्म लेते हैं जिन पर चर्चा आवश्यक है, जैसे:
1. क्या राहुल गांधी का ऐसा बयान उत्तर प्रदेश के लोगों की भावनाओं को चोट पहुंचाता है?
2. क्या राजनीतिज्ञों के राजनीतिक भाषणों में जन संवेदना मर रही है?
3. क्या ऐसा बयान लोगों को जागृत कर उनमें स्वाभिमान पैदा करने के उद्देश्य से दिया गया है?
4. क्या ऐसे बयानों से क्षेत्रवाद को बढ़ावा मिलता है?
जागरण जंक्शन इस बार के फोरम मेंअपने पाठकों से इस बेहद महत्वपूर्ण और संवेदनशील मुद्दे पर विचार रखे जाने की अपेक्षा करता है। इस बार का मुद्दा है:
क्या रोजी के लिए प्रवास भिक्षावृत्ति है?
आप उपरोक्त मुद्दे पर अपने विचार स्वतंत्र ब्लॉग या टिप्पणी लिख कर जाहिर कर सकते हैं।
नोट: 1. यदि आप उपरोक्त मुद्दे पर अपना ब्लॉग लिख रहे हों तो कृपया शीर्षक में अंग्रेजी में “Jagran Junction Forum” अवश्य लिखें। उदाहरण के तौर पर यदि आपका शीर्षक “रोजी के लिए प्रवास” है तो इसे प्रकाशित करने के पूर्व रोजी के लिए प्रवास – Jagran JunctionForum लिख कर जारी करें।
2. पाठकों की सुविधा के लिए Junction Forum नामक नयी कैटगरी भी सृजित की गई है। आप प्रकाशित करने के पूर्व इस कैटगरी का भी चयन कर सकते हैं।
धन्यवाद
जागरण जंक्शन परिवार
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