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त्रासद, दुखद और चिंताजनक रूप से भारत एक बार फिर आतंक के लपेटे में आ गया। दिल्ली उच्च न्यायालय के बाहर हुए भयानक बम विस्फोट ने कई निर्दोषों की जान ले ली और तमाम लोग गंभीर रूप से घायल हुए। इस घटना ने समूचे देश को काफी मर्माहत किया है।
भारत निरंतर आतंकवाद से पीड़ित रहा है। एक के बाद एक बड़ी आतंकी घटनाएं मासूमों को मौत के घाट उतार रही हैं। लेकिन अभी तक इससे मुकाबले की बात तो बहुत दूर है इससे बचाव के उपाय भी नहीं किए जा सके हैं। सरकारी तंत्र जिसकी जिम्मेदारी इस नासूर से निपटने की है उसका रवैया शुरू से टालने वाला ही अधिक दिखाई दिया है।
यही कारण है कि आतंकवाद से मुकाबले के लिए सरकार और राजनीतिक हलके की इच्छाशक्ति तथा क्षमता पर हमेशा सवाल उठते रहे हैं। आम जनमानस में यह बात भली-भांति बैठ गयी है कि सरकार आतंकवाद के मसले पर कोई कठोर कदम नहीं उठाना चाहती। देश के सामने अजमल कसाब और अफजल गुरू जैसे आतंकियों के मामले हैं जिनकी सजा पर अभी तक सरकार सख्त फैसला नहीं ले सकी है। पाकिस्तान के साथ भी सरकार की नरमी संकल्पशक्ति की कमी इंगित करने के लिए काफी है। यहां तक कि सरकार पर आतंकवाद के मामले में तुष्टीकरण की नीति अपनाने के आरोप लगाए जा रहे हैं।
उपरोक्त को देखते हुए राष्ट्र के समक्ष आतंकवाद को लेकर कुछ बेहद गंभीर प्रश्न मौजूद हैं जिनका निराकरण होना ही चाहिए, जैसे:
1. आतंकवाद के मामले में भारत सरकार की रणनीति कैसी होनी चाहिए?
2. क्या आतंकवाद बदस्तूर जारी रहेगा और सरकार हाथ पर हाथ धरकर बैठी रहेगी?
3. क्या आतंकवाद जैसे मसले को लेकर तुष्टीकरण की राजनीति की जा रही है?
4. आतंकवाद पर काबू पाने के लिए आपकी नजर में सरकार को किस तरह के कदम उठाने चाहिए?
जागरण जंक्शन इस बार के फोरम मेंअपने पाठकों से इस बेहद महत्वपूर्ण और संवेदनशील मुद्दे पर विचार रखे जाने की अपेक्षा करता है। इस बार का मुद्दा है:
आतंक का नासूर – कब होगी इंतहां?
आप उपरोक्त मुद्दे पर अपने विचार स्वतंत्र ब्लॉग या टिप्पणी लिख कर जाहिर कर सकते हैं।
नोट: 1.यदि आप उपरोक्त मुद्दे पर अपना ब्लॉग लिख रहे हों तो कृपया शीर्षक में अंग्रेजी में “Jagran Junction Forum” अवश्य लिखें। उदाहरण के तौर पर यदि आपका शीर्षक “आतंक का नासूर” है तो इसे प्रकाशित करने के पूर्व आतंक का नासूर– Jagran JunctionForum लिख कर जारी करें।
2.पाठकों की सुविधा के लिए Junction Forum नामक नयी कैटगरी भी सृजित की गई है। आप प्रकाशित करने के पूर्व इस कैटगरी का भी चयन कर सकते हैं।
धन्यवाद
जागरण जंक्शन परिवार
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