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राजनैतिक झंझावातों के दौर में विपक्ष की भूमिका और उसकी कार्यशैली पर सवाल उठना स्वाभाविक है। विपक्ष अपनी रणनीतियों द्वारा सत्ता की जन विरोधी नीतियों को प्रहारात्मक रूप से रोकने की कोशिश करता है, साथ ही सत्ता को हर समय एक चेतावनी देने की मुद्रा में रहता है ताकि वह कभी भी ऐसे फैसलों को अंजाम ना दे सके, जिससे लोगों का जीना दूभर हो जाए।
यकीनन काफी लंबे समय से भारत में एक सशक्त विपक्ष की अनुपस्थिति देखी जा रही है। भारतीय जनता पार्टी, जिसे विपक्ष की भूमिका का निर्वहन करने का दायित्व सौंपा गया है, उसकी स्थिति इस परिप्रेक्ष्य में लाचार, बेबस विपक्ष की रही है जो सत्ता पक्ष के अनुग्रह और कृपा की आकांक्षी ही अधिक दिखती रही है।
विपक्ष की स्थिति और भूमिका में बीजेपी को लेकर अनेक राजनैतिक विश्लेषकों और आम जन का कहना है कि बीजेपी जिसे पूर्ण रूप से अपने दायित्वों को समझना चाहिए था, शायद वह अपनी हैसियत समझ ही नहीं पाई है। किसी भी मुद्दे पर उसकी प्रतिक्रिया ऐसी होती है जैसे उसकी ही जान सांसत में हो। महंगाई, भ्रष्टाचार, पेट्रोलियम पदार्थों की कीमतों का बढ़ना, काले धन और सब्सिडी का मुद्दा हो या फिर किन्हीं विशिष्ट राजनैतिक बदलावों का मामला हो, सभी में पार्टी की कमजोर और लापरवाह स्थिति दिखाई देती है।
जबकि खुद बीजेपी सहित कुछ अन्य राजनीतिक विशेषज्ञ यह मानते हैं कि पार्टी प्रमुख विपक्षी दल की भूमिका में होने के साथ ही इस भूमिका के साथ न्याय करने की भी पूरी कोशिश कर रही है। ऐसे लोग यह भी मानते हैं कि पार्टी ने प्राय: देश हित और जन हित के लिए सत्ता पक्ष को सही दिशा में सोचने के लिए मजबूर किया है और लोकतांत्रिक संसदीय प्रणाली के मूल मानदंडों के अनुरूप राष्ट्र की गरिमा को बनाए रखने का कार्य किया है।
ऐसे में विपक्ष की भूमिका को लेकर उठे कुछ सवाल देश के सामने आते हैं जिन पर विचार-विमर्श और बहस प्रासंगिक होगा, जैसे:
1. क्या आपको लगता है कि भारत में विपक्ष हमेशा महत्वहीन रहा है?
2. एक वास्तविक विपक्ष की कार्यशैली किस प्रकार की होनी चाहिए?
3. क्या बीजेपी विपक्ष की भूमिका का निर्वहन कर सकने में सक्षम है?
4. क्या भारतीय जनता पार्टी को अपनी कार्यशैली में बदलाव लाने की महती आवश्यकता है?
जागरण जंक्शन इस बार के फोरम मेंअपने पाठकों से इस बेहद महत्वपूर्ण और संवेदनशील मुद्दे पर विचार रखे जाने की अपेक्षा करता है। इस बार का मुद्दा है:
क्या बीजेपी विपक्ष की भूमिका के साथ न्याय कर पा रही है?
आप उपरोक्त मुद्दे पर अपने विचार स्वतंत्र ब्लॉग या टिप्पणी लिख कर जाहिर कर सकते हैं।
नोट:1.यदि आप उपरोक्त मुद्दे पर अपना ब्लॉग लिख रहे हों तो कृपया शीर्षक में अंग्रेजी में “Jagran Junction Forum” अवश्य लिखें। उदाहरण के तौर पर यदि आपका शीर्षक “कमजोर होता विपक्ष” है तो इसे प्रकाशित करने के पूर्व कमजोर होता विपक्ष – Jagran JunctionForum लिख कर जारी करें।
2.पाठकों की सुविधा के लिए Junction Forum नामक नयी कैटगरी भी सृजित की गई है। आप प्रकाशित करने के पूर्व इस कैटगरी का भी चयन कर सकते हैं।
धन्यवाद
जागरण जंक्शन परिवार
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